देश दुनियाचुनाव

बिहार में वोटर लिस्ट वेरिफिकेशन शुरू हर घर जाएंगे BLO, पहली बार होगी e-Voting

Bihar Voter List : बिहार में जल्द ही विधानसभा चुनाव होने वाला है जिसकी तैयारी में पक्ष और विपक्ष दोनों पार्टी जूट गई है, ऐसे में विपक्ष की तरफ से भी Election Commission पर कई आरोप लगाए गए थे, जिसके बाद बिहार में वोटर लिस्ट वेरिफिकेशन शुरू हो गया है। इसके साथ ही बिहार देश का पहला ऐसा राज्य बन गया है, जिसने शहरी निकाय चुनावों के लिए मोबाइल एप से वोटिंग की अनुमति दी है।

Read More: बिहार सीएम नीतीश ने कैबिनेट बैठक में लगाई 46 एजेंडों पर मुहर, जानें क्या लागू हुई योजना

बिहार में वोटर लिस्ट वेरिफिकेशन शुरू- चुनाव आयोग

आपको बतादें कि बिहार विधानसभा चुनाव होने की तैयारियों के बीच चुनाव आयोग ने कहा – बिहार में सभी राजनीतिक दलों की पूर्ण भागीदारी के साथ प्रत्येक मतदाता की पात्रता की पुष्टि के लिए विशेष गहन पुनरीक्षण सफलतापूर्वक शुरु कर दिया गाया है। बताते चले कि चुनाव आयोग ने शनिवार को बताया कि 98 हजार से अधिक बूथ लेवल अधिकारी(बीएलओ) बिहार विधानसभा चुनावों में काम करेंगे जिनमें 77,895 पहले से ही नियुक्त हैं और नए मतदान केंद्रों के लिए करीब 20,603 और बीएलओ नियुक्त किए जा रहे हैं। इसके साथ ही आयोग में पंजीकृत राजनीतिक दलों ने भी 1,54,977 बूथ स्तरीय एजेंट-बीएलए नियुक्त कर लिए हैं और अभी उनकी तरफ से और नियुक्ति की जा सकती है।

बिहार में होगी e-Voting

आपकी जानकारी के लिए बतादें कि बिहार देश का पहला ऐसा राज्य बन गया है, जिसने शहरी निकाय चुनावों के लिए मोबाइल APP से वोटिंग की अनुमति दी है। ये APP बिना वोटिंग सेंटर्स पर जाए घर से ही वोटिंग की अनुमति देता है। आज छह नगर निगम- पटना में तीन, रोहतास और पूर्वी चंपारण में दो-दो नगर निगम चुनावों के दौरान e-Voting हो रही है। बिहार चुनाव के लिए शुरू की गई ये सुविधा खासकर उन लोगों के लिए है, जो वोटिंग सेंटर्स जाने में असमर्थ हैं। यह सुविधा वरिष्ठ नागरिकों, विकलांग व्यक्तियों, गर्भवती महिलाओं, प्रवासी श्रमिकों और अन्य लोगों के लिए डिजाइन किया गया है।

हर घर जाएंगे बीएलओ

Read More: आपातकाल वास्तव में कांग्रेस का ‘अन्यायकाल’ था, 25 जून को मनाया जाएगा #संविधानहत्यादिवस

बिहार में अक्टूबर नवंबर में विधानसभा चुनाव होने हैं। जिसको लेकर निर्वाचन आयोग ने सूबे में शनिवार से वोटर लिस्ट पुनरीक्षण कार्यक्रम शुरु कर दिया है। बीएलओ (बूथ लेवल अफसर) हर घर तक पहुंचकर लोगों को फॉर्म भरने में मदद कर रहे हैं। शनिवार को भोजपुर, जमुई, कटिहार, रोहतास में बीएलओ घर-घर जाकर फॉर्म बांट रहे हैं और लोगों की सहायता भी फॉर्म भरने में कर रहे हैं।

बिहार में मौजूदा 7,89,69,844 मतदाताओं के लिए नये गणना फॉर्म की छपाई और घर-घर जाकर वितरण का काम राज्य के सभी 243 विधानसभा क्षेत्रों में शुरू हो चुका है। नये गणना फॉर्म को ऑनलाइन भरना पहले ही सफलतापूर्वक शुरू हो चुका है। मौजूदा 7,89,69,844 मतदाताओं में से, 4.96 करोड़ मतदाता, जिनके नाम 01.01.2003 को मतदाता सूची के अंतिम गहन पुनरीक्षण में पहले से ही हैं, उन्हें बस सत्यापन करना है, गणना प्रपत्र भरना है और उसे जमा करना है।

आयोग ने बताया कि सभी संभागीय आयुक्त और जिला मजिस्ट्रेट विशेष गहन पुनरीक्षण के दौरान सभी बीएलओ को पूर्णकालिक रूप से नियुक्त कर रहे हैं। बिहार के 5,74,07,022 पंजीकृत मोबाइल नंबरों पर भी एसएमएस भेजे जा रहे हैं। पुनरीक्षण से संबंधित गतिविधियां निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार अच्छी तह से आगे बढ़ रही हैं।

विशेष गहन पुनरीक्षण की घोषणा

निर्वाचन आयोग ने वोटर लिस्ट की निष्पक्षता और शुद्धता सुनिश्चित करने के लिए देश के छह राज्यों में विशेष गहन पुनरीक्षण की घोषणा की है। इसकी शुरुआत बिहार से की जा रही है, आयोग का मुख्य उद्देश्य फर्जी दस्तावेजों के आधार पर मतदाता सूची में शामिल हुए अवैध विदेशी प्रवासियों को बाहर करना है। यह निर्णय ऐसे समय में लिया गया है, जब कई राज्यों में बांग्लादेश और म्यांमार से आए अवैध प्रवासियों के खिलाफ कार्रवाई हो रही है। बिहार में पिछली बार विशेष गगन पुनरीक्षण 2003 में किया गया था।

सभी राजनीतिक दलों ने अब तक 1,54,977 बूथ स्तरीय एजेंट (BLA) नियुक्त किए हैं। 243 विधानसभा क्षेत्रों में 7.89 करोड़ से अधिक मतदाता विशेष पुनरीक्षण प्रक्रिया के अंतर्गत आ रहे हैं। संविधान के अनुच्छेद 326 के अनुसार 1 अगस्त 2025 तक 18 वर्ष की आयु पूरी कर चुके सभी पात्र भारतीय नागरिक मतदाता सूची में नाम जुड़वाने के लिए पात्र हैं।

Share

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *