यूपी में धर्मांतरण गैंग का पर्दाफाश, छांगुर बाबा हुए गिरफ्तार, हुए कई खुलासे
UP Conversion News: यूपी में जबरन धर्म परिवर्तन कराने वाले गैंग का फंडाभोड़ हो चुका है इसके साथ ही इस गैंग को चलाने वाले मास्टरमाइंड जमालुद्दीन उर छांगुर बाबा को बलरामपुर से गिरफ्तार कर लिया गया है। यह गिरफ्तारी यूपी एसटीएफ के लिए बड़ी सफलता हैं।
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STF ने किए कई अहम खुलासे
आपको बतादें कि यूपी में धर्मांतरण का बड़ा खेल का अब पर्दाफाश हो चुका हैं जिसका मास्टरमाइंड छांगुर बाबा को भी गिरफ्तार कर लिया गया हैं, जानकारी के मुताबिक STF की जांच में पता चला कि गैंग के सदस्यों ने 40 बार इस्लामिक देशों की यात्रा की थी इतना ही नहीं इस मास्टरमाइंड छांगुर बाबा ने खुद के और फर्जी संस्थाओं के नाम पर 40 से अधिक बैंक खाते खोले हैं।
बताते चले इस धर्मांतरण कराने वाले गैंग और मास्टरमाइंड छांगुर बाबा के नाम का खुलासा तब हुआ जब करीब 15 लोगों की घर वापसी कराई गई थी। वहीं STF की जांच में यह भी खुलासा हुआ कि इस पूरे नेटवर्क को विदेशों से फंडिंग मिल रही थी।
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जानें किनको बनाता था छांगुर बाबा शिकार
आपको बतादें कि STF ने बलरामपुर के मधपुर गांव थाना उतरौला में छापेमारी कर जमालुद्दीन उर्फ छांगुर बाबा, उसकी सहयोगी नीतू उर्फ नसरीन, और अन्य को गिरफ्तार किया है। बताते चले कि पिछले कई दिनों पहले फरार छांगुर बाबा पर 50,000 रुपये का इनाम घोषित था, फिलहाल अब उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया हैं। वहीं STF की जांच में पता चला कि यह गैंग युवतियों और नाबालिगों को प्रेम जाल में फंसाकर, प्रलोभन देकर, या धमकी देकर उनका जबरन धर्म परिवर्तन कराता था। इतना ही नहीं यह गैंग इस धर्मांतरण को कराने का जाति के अनुसार रेट भी फिक्स कर रखे थे।

साथ ही जांच में ब्रेनवाश और प्रलोभन के खेल का भी पर्दाफाश हुआ जिसमें पता चला कि जमालुद्दीन उर्फ छांगुर जोकि खुद को सूफी संत हजरत बाबा जलालुद्दीन ‘पीर बाबा’ के रूप में प्रचारित करता था, उसने ‘शिजर-ए-तैय्यबा’ नामक पुस्तक छपवाकर इस्लाम का प्रचार-प्रसार किया। गैंग के सदस्यों ने हिंदू और गैर-मुस्लिम समुदायों की युवतियों को निशाना बनाया। ऐसा ही एक मामला लखनऊ के गुंजा गुप्ता का उजागर हुआ, जिसे अबू अंसारी ने छद्म हिंदू नाम अमित का उपयोग कर प्रेम जाल में फंसाया और छांगुर बाबा की दरगाह पर ले जाकर उसका धर्म परिवर्तन करवाया, जहां उसका नाम अलीना अंसारी रखा गया था।
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जानें किसके क्या थे रेट

आपको जानकर हैरानी होगी कि छांगुर बाबा हर जाति का धर्मपरिवर्तन कराने के लिए रेट लगाते थे, जैसे कि ब्राह्मण, सरदार और क्षत्रिय लड़कियों के इस्लाम स्वीकार करने पर 15-16 लाख रुपए दिए जाते थे। पिछड़ी जाति की लड़कियों के लिए 10 से 12 लाख रुपए का भुगतान किया जाता था, अन्य जाति की लड़कियों को 8 से 10 लाख रुपए दिए जाते थे। गरीब, असहाय, मजदूर और मजबूर लोगों को लालच देकर धर्मांतरण के लिए टारगेट किया जाता था। अगर कोई बात नहीं मानता था, तो बाबा पुलिस थाने और कोर्ट के जरिए फर्जी मुकदमे दर्ज कराकर प्रताड़ित करता था।
विदेशी फंडिंग और संपत्ति
एसटीएफ जांच में पता चला कि गैंग के सदस्यों ने 40 बार इस्लामिक देशों की यात्रा की थी, उन्होंने खुद के और फर्जी संस्थाओं के नाम पर 40 से अधिक बैंक खाते खोले, जिनमें लगभग 100 करोड़ रुपये का लेन-देन हुआ। इस रकम से गैंग ने लग्जरी गाड़ियां, शोरूम, बंगले, और अन्य संपत्तियां खरीदीं।

गैंग के अन्य सदस्य
छांगुर बाबा के साथ नीतू उर्फ नसरीन, महबूब, पिंकी हरिजन, हाजिरा शंकर, सगीर, और एमेन रिजवी इस नेटवर्क में शामिल थे। एसटीएफ ने पहले ही नवीन उर्फ जमालुद्दीन और महबूब को 8 अप्रैल को गिरफ्तार किया था, जो वर्तमान में लखनऊ जिला जेल में हैं, फिलहाल अन्य संदिग्धों की तलाश जारी है।
कानूनी कार्रवाई शुरू
आरोपियों के खिलाफ गोमतीनगर थाने, लखनऊ में भारतीय दंड संहिता और उत्तर प्रदेश अवैध धर्म परिवर्तन निषेध अधिनियम, 2021 के तहत दर्ज किया गया है। आजमगढ़ के देवगांव थाने में भी छांगुर बाबा के सहयोगियों के खिलाफ मुकदमा (221/23) दर्ज है, इसके अलावा इसमें NIA और ED को भी रिपोर्ट भेजकर सहयोग मांगा है।