गुरुवार का ज्ञान: गुरु शिक्षा से सीखे मन की शक्ति से विचार क्रांति
गुरु शिक्षा: गुरु प्रसाद में आज का विषय मन की शक्ति जैसा कि पिछले सप्ताह में सिखा गजेंद्र मूंछ में गज की प्रार्थना आज का विषय मन की शक्ति से विचार क्रांति…

मनुष्य के बंधन और मोक्ष

जिज्ञासु शिष्य को गुरु ने बताया मन एवं मनुष्य नाम “करनम बंध मौछाई”- मन ही मनुष्य के बंधन और मोक्ष का कारण होता है भगवान श्री कृष्ण ने गीता में बताया, बात आई मन की ऑब्जेक्टिव और सब्जेक्टिव यानी की चेतन और अवचेतन विज्ञान हमें एकेडमी एजुकेशन देता है जो हमें रोटी रोजी कामना खाना समाज में थोथी पद प्रतिष्ठा पर गर्व महसूस कारण जो सत्य से दूर है।
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क्वालिटी ऑफ लाइफ क्या है
क्वालिटी ऑफ लाइफ क्या है मैं क्या हूं हाड मास का पुतला या कोई और यह हमें विद्या सिखाती जहां मन के तथा उसके उपकरण पांच इंद्रियां की पहुंच नहीं है उसे अध्यात्म कहते हैं। आत्म, अध्ययन, आत्म चिंतन, आत्म सुधार, तब आत्म विकाश होगा।
सब्जेक्टिव अंदर का विज्ञान विकसित करना होगा आत्म छवि के विकाश से यह संभव होगा। पांच इंद्रियां हमें झूठ प्रलोभन देकर माया में फँसती है। उससे पार हमें स्व की जानकारी जहां निरंतर गुरु का मार्गदर्शन लेकर प्रगति करनी होगी। अध्यात्म के जिज्ञासु ही गुरु का प्रसाद पा सकते जीवन को उत्कृष्ट कार्य में लगाना पड़ेगा लाभ को उल्टा कर भला करना होगा।

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स्किल डेवलप करें
जो व्यक्ति सफलता हासिल करना चाहते हैं उनको स्किल डेवलप करना होगा और पितृ ऋण, गुरु ऋण तथा समाज का ऋण चुकाना होगा, उसी बीच गुरु कब कहा पहुंचा दे असंभव को संभव होगा। यह गुरु कृपा से मिलती हैं निष्ठावान होकर आत्म छवि विकसित करें।