देश दुनिया

मानसून सत्र के पहले दिन मचा हंगामा, विपक्ष ने लगाए “नहीं बोलने देने” का आरोप

Parliament Monsoon Session: संसद का मानसून सत्र आज से शुरू हो गया हैं, वही पहले दिन ही संसद में जमकर हंगामा हुआ। इतना ही नहीं नेता प्रतिपक्ष ने सरकार पर सवाल भी उठाया साथ ही यह भी दावा किया कि मुझे बोलने नहीं दिया जाता हैं। इसके साथ ही संसद की कार्यवाही शुरू होते ही विपक्ष के सांसदों ने जोरदार हंगामा करते हुए फिर से नारेबाजी शुरू कर दी है। लोकसभा और राज्यसभा दोनों ही सदनों में विपक्षी सांसद ‘जवाब दो-जवाब दो’ के नारे लगाने लगे थे।

Read More: संसद का मानसून सत्र कल से शुरू, उठेंगे ऑपरेशन सिंदूर जैसे अहम मुद्दे

पाँचवां सत्र (मानसून सत्र) प्रारंभ- ओम बिरला

आपको बताते चले कि संसद का मानसून सत्र शुरू होने से पहले ही ओम बिरला ने कहा- “18वीं लोक सभा का पाँचवां सत्र (मानसून सत्र) आज से प्रारंभ हो रहा है। लोकतंत्र के इस पवित्र मंदिर में जनाकांक्षाओं की अभिव्यक्ति और राष्ट्रीय हितों की संरक्षण हेतु हम सभी प्रतिनिधियों की सामूहिक भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण है।

मानसून सत्र से पूर्व मेरा सभी दलों के नेताओं एवं माननीय सदस्यों से आग्रह है कि वे सदन के सुचारु संचालन, रचनात्मक विमर्श और स्वस्थ लोकतांत्रिक संवाद में अपना सहयोग दें, ताकि हम समावेशी विकास, सामाजिक न्याय और आर्थिक प्रगति के लिए ठोस कदम उठा सकें। आशा है कि लोकतंत्र की गरिमा, संसद की प्रतिष्ठा और जनहित की प्राथमिकता जैसे मूल्यों को समर्पित यह मानसून सत्र सार्थक और सफल होगा तथा हम सब मिलकर लोकतांत्रिक चेतना, विविधता में एकता और संवैधानिक मूल्यों को और अधिक सशक्त करने की दिशा में सार्थक योगदान देंगे।

सदन में मुझे बोलने नहीं देते- राहुल गांधी

इधर संसद सत्र के पहले ही दिन जोरदार हंगामा तो हुआ साथ ही विपक्ष नेता राहुल गांधी ने सरकार पर उठाए और आरोप लगाते हुए कहा- “सदन में सरकार के लोगों को बोलने देते हैं, लेकिन अगर विपक्ष कुछ बोलना चाहता है तो उन्हें इजाजत नहीं है। मैं नेता विपक्ष हूं, सदन में बोलना मेरा हक है, लेकिन मुझे भी बोलने नहीं देते हैं।”

साथ ही प्रियंका गांधी ने भी केंद्र पर अटैक करते हुए कहा- “अगर सरकार हर विषय पर बात करने को तैयार है तो चर्चा करे, लेकिन ये लोग नेता विपक्ष को बोलने नहीं देते।” अगर हर चीज के लिए तैयार हैं तो नेता प्रतिपक्ष का मुंह क्यों बंद कर रहे।

Read More: भारत में इतिहास रचने वाली प्रथम महिला Achievers List

खड़गे ने उठाया संसद में पहलगाम का मुद्दा

विपक्ष नेता खड़गे ने सरकार से पूछे पहलगाम आतंकी हमले पर सवाल- मैंने पहलगाम आतंकी हमले और ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद की स्थिति पर नियमों के मुताबिक सदन में नोटिस दिया है। पहलगाम आतंकी हमला 22 अप्रैल को हुआ था और उसे अंजाम देने वाले आतंकी आज तक न पकड़े गए और न मारे गए। पहलगाम में चूक हुई है, इस बात को खुद जम्मू-कश्मीर के LG मनोज सिन्हा ने स्वीकार किया है। हमने देश में एकता रखने के लिए और सेना को मजबूती देने के लिए सरकार को बिना किसी शर्त के समर्थन दिया था। ऐसे में हम सरकार से जानना चाहते हैं कि पूरी स्थिति क्या है?

ऑपरेशन सिंदूर को लेकर Chief of Defence Staff (CDS) , उप सेना प्रमुख और हमारे एक वरिष्ठ Defence Attache ने कुछ खुलासे किए हैं। इसके अलावा, अमेरिका के राष्ट्रपति ट्रंप के बयान पर भी सरकार अपना रुख स्पष्ट करे, क्योंकि उन्होंने एक बार नहीं, बल्कि 24 बार दावा किया है कि मैंने Ceasefire करवाया। ये देश के लिए अपमानजनक बात है।

दो महीने पहले भी हमने विशेष सत्र की माँग की थी। अब जब हम मिल रहे हैं तो हम चाहते हैं कि पहलगाम हमले, Operation Sindoor, हमारी सुरक्षा चूकों और Foreign Policy पर दो दिन की बहस होनी चाहिए ।

देश के लिए अपमानजनक बात- खड़गे

इसके साथ ही मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा- “अमेरिका के राष्ट्रपति ट्रंप ने 24 बार कहा- ‘मैंने सीजफायर कराया’ ये देश के लिए अपमानजनक बात है। सरकार ने देश के सम्मान के साथ समझौता क्यों किया?” मोदी सरकार जवाब दे-पहलगाम हमले के आतंकी कहां हैं और कब मारे जाएंगे?

बहस सत्र के पहले दिन का तूफान, डेमोकेसी ने प्लॉट "नहीं बोलना" का आरोप लगाया

Note:- फिलहाल हंगामा संसद में इतना हुआ कि संसद को 2 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई, इसके बाद शुरू हुआ संसद में मानसून सत्र के दौरान बीजेपी ने की अहम मुद्दे उठाएं और चर्चा की मगर विपक्ष उस वक्त संसद से मौजूद नहीं रहा। इस दौरान किरन रिजजू ने कहा- ‘सरकार चर्चा के लिए तैयार है, आप लोग भी आइए, जो भी बोलना है खुलकर बोलिए…’ मानसून सत्र के दौरान सरकार हर मुद्दे पर चर्चा करने को तैयार है, लेकिन विपक्ष चर्चा के बजाय हंगामा व नारेबाजी कर सदन का समय बर्बाद कर रहा है।

Share

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *