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ऑपरेशन सिंदूर पर उठे कांग्रेस के आरोपों पर शाह ने दिया जवाब- बताई कांग्रेस की सारी सच्चाई

Amit Shah Speech in Loksabha: सदन में ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा करते हुए आज मंगलवार (29 जुलाई, 2025) को गृहमंत्री अमित शाह ने ऑपरेशन महादेव पर भी चर्चा की और देश की ओर से सेना का धन्यवाद किया इसके साथ ही विपक्ष को मुंह तोड़ जवाब देते हुए कहा- हमले के कुछ घंटों के बाद ही वह श्रीनगर पहुंच गए थे। इसके साथ ही उन्होंने ने विपक्ष के सदन में सरकार का पक्ष रखा।

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गृह मंत्री का विपक्ष पर पलटवार

आपको बताते चले कि सदन में ऑपरेशन सिंदूर को लेकर विपक्ष ने सरकार पर जमकर हंगामा किया साथ ही कई गंभीर आरोप भी सरकार पर लगाए। जिसका जवाब आज गृह मंत्री अमित शाह ने सदन में देते हुए कहा- “आज मैं सदन को बताते हुए बहुत खुश हूं कि मोदी जी ने #OperationSindoor के माध्यम से आतंकवादियों के आकाओं को जमीन में मिलाने का काम किया था और सेना एवं CRPF ने उन आतंकवादियों को भी समाप्त कर दिया।” इसके साथ ही विपक्ष पर निशाना साधते हुए शाह ने कहा- “मुझे अपेक्षा थी कि जब ये (विपक्ष) पहलगाम के आतंकवादियों के मारे जाने की खबर सुनेंगे तो खुश होंगे, लेकिन ऐसा लगता है कि ये (विपक्ष) इससे खुश नहीं हैं।”

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कांग्रेस से शाह का सवाल- पाकिस्तान को बचाकर आपको क्या मिलेगा?

कल वे (कांग्रेस) हमसे पूछ रहे थे कि आतंकवादी कहां से आए और इसके लिए कौन जिम्मेदार है। बेशक, यह हमारी जिम्मेदारी है क्योंकि हम सरकार में हैं। मुझे बहुत दुख हुआ कि कल इस देश के पूर्व गृह मंत्री चिदंबरम जी ने सवाल उठाया कि क्या सबूत है कि ये आतंकी पाकिस्तान से आए थे। वे क्या कहना चाहते हैं? किसे बचाना चाहते हैं? पाकिस्तान को बचाकर आपको क्या मिलेगा?

तो मैं आज चिदंबरम जी को आपके माध्यम से कहना चाहता हूं और हमारे पास प्रूफ हैं कि वो तीनों पाकिस्तानी थे। तीन में से दो के पाकिस्तानी वोटर नंबर भी हमारे पास उपलब्ध हैं। ये राइफलें भी हैं, उनके पास से जो चॉकलेट मिली है, वो भी पाकिस्तान में बनी है। ये कहते हैं कि वो पाकिस्तानी नहीं थे, इसका मतलब है कि देश का एक पूर्व गृह मंत्री पूरी दुनिया के सामने पाकिस्तान को क्लीनचिट दे रहा है।

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कांग्रेस द्वारा की गई ऐतिहासिक भूल को हमने सुधारा

जैसा कि आप जानते है कि सदन में विपक्ष पार्टी कांग्रेस ने कल सरकार पर गंभीर आरोप लगाएं थे, जिसके जवाब में आज सदन में करारा जवाब देते हुए अमित शाह ने कहा- कल सदन में ढेर सारे सवाल उठाए गए। कल रक्षा मंत्री जी ने बहुत बारिकी से #OperationSindoor की सफलता, जरूरत, प्रासंगिकता और इसके परिणाम सदन के माध्यम से पूरे देश की जनता के सामने रखा। लेकिन, विपक्ष ने फिर भी बहुत सवाल किए, अब सवाल किए हैं, तो मुझे जवाब भी देना पड़ेगा और इनको सुनना भी पड़ेगा।

शाह ने करारा जवाब देते हुए कहा- “वे यह जानने के लिए उत्सुक थे कि 23 और 30 अप्रैल को हुई कैबिनेट कमेटी ऑन सिक्योरिटी (CCS) की बैठकों में क्या हुआ। आपको बता दूँ – हमने कांग्रेस द्वारा की गई एक ऐतिहासिक भूल को सुधारा। हमने छह दशक पुरानी सिंधु जल संधि को रद्द कर दिया। हमने अटारी लैंड ट्रांजिट पोस्ट को भी तुरंत बंद कर दिया। हमने सार्क वीज़ा छूट योजना से खुद को अलग कर लिया और सभी पाकिस्तानियों को देश छोड़ने का आदेश दिया।

अमित शाह ने दी ऑपरेशन महादेव की पूरी जानकारी

आपको बतादें कि विपक्ष को करारा जवाब देते हुए और सदन में अमित शाह ने ऑपरेशन महादेव की पूरी जानकारी देते हुए कहा- “मैं पूरे देश को कल चलाए गए ऑपरेशन महादेव के बारे में सूचित करना चाहता हूँ। यह ऑपरेशन 22 मई को शुरू हुआ था। 23 अप्रैल को एक उच्च-स्तरीय सुरक्षा बैठक हुई, जिसमें एक ठोस निर्णय लिया गया और यह सुनिश्चित करने के लिए ठोस व्यवस्था की गई कि पहलगाम हमले में शामिल क्रूर हत्यारे देश छोड़कर न भाग सकें।

28 जुलाई को, ऑपरेशन महादेव में, भारतीय सेना, सीआरपीएफ और जम्मू-कश्मीर पुलिस के एक संयुक्त अभियान में तीन आतंकवादियों – सुलेमान, अफगान और जिब्रान – को मार गिराया गया। वहीं जब ‘आतंकवादी मारे गए… मुझे लगा था ये सुनकर पक्ष–विपक्ष में खुशी की लहर दौड़ जाएगी, लेकिन इनके चेहरों पर तो स्याही छा गई!'” शाह ने आगे कहा- “हमने पाकिस्तान के आक्रमण करने की क्षमता को छिन्न-भिन्न कर दिया… पाकिस्तान के पास शरण में आने के अलावा कोई चारा ही नहीं था।”

शाह ने कहा- “कांग्रेस अक्सर कहती है कि हमारे कार्यकाल में भी आतंकी हमले हुए थे। हाँ, हुए थे — लेकिन फ़र्क़ ये है: कोई भी आतंकवादी भारत से नहीं था। हर एक आतंकवादी पाकिस्तान से था। और आज, जम्मू-कश्मीर में कोई भी आतंकवादी नहीं बचा है।”

कांग्रेस सरकार और नरेन्द्र मोदी सरकार में आतंक के आंकड़े

2004 से 2014 तक देश में अखंड सोनिया- मनमोहन सिंह की सरकार थी और 2014 से अब तक देश में अखंड रूप से नरेन्द्र मोदी जी की सरकार है।

2004 से 2014 तक कश्मीर में 7,217 आतंकी घटनाएं हुई थी।

2014 से 2025 में ये 70% की कमी के साथ 2,150 हो गए।

2004 से 2014 में 1,770 नागरिकों की मृत्यु हुई।

जो 2014 से 2025 में 80% कमी के साथ 357 हो गई।

2004 से 2014 तक सिक्योरिटी फोर्सेस की मृत्यु का आंकड़ा 1,060 था।

जो हमारे समय में घटकर 542 रह गई। और आतंकवादियों की मृत्यु में 123% की वृद्धि हुई।

गृह मंत्री शाह ने मांगा राहुल गांधी से जवाब

  • दाऊद इब्राहिम कासकर 1986 में भागा, राजीव गांधी की सरकार थी।
  • सैयद सलाहुद्दीन, टाइगर मेमन 1993 में भागा, कांग्रेस की सरकार थी।
  • अनीस इब्राहिम कासकर 1993 में भागा, कांग्रेस की सरकार थी।
  • रियाज भटकल 2007 में भागा, कांग्रेस सरकार थी।
  • इकबाल भटकल 2010 में भागा, तो इनकी सरकार थी।
  • इन्होंने मुझसे जो जवाब मांगा, उसका जवाब तो हमारे सुरक्षा बलों ने दे दिया।
  • अब राहुल गांधी इसका जवाब दें कि ये लोग क्यों भागे?

कांग्रेस से शाह ने सवाल पूछने के साथ ही कांग्रेस के कार्यकाल के सच को उजागर करते हुए बताया- आतंकवाद की सारी जड़ें पाकिस्तान तक जाती हैं। और पाकिस्तान खुद कांग्रेस पार्टी की भूल का नतीजा है। अगर उन्होंने विभाजन के विचार को स्वीकार न किया होता, तो पाकिस्तान कभी अस्तित्व में ही नहीं आता। विभाजन पर सहमति जताकर कांग्रेस ने देश का बंटवारा कर दिया।

इसके साथ ही शाह ने कहा मोदी सरकार में जो भी आतंकी घटनाएं हुई हैं, वो पाक प्रेरित और कश्मीर centric हुई, देश के अन्य हिस्से में 2014 से 2025 के बीच एक भी आतंकी घटना नहीं हुई है। ये नरेन्द्र मोदी सरकार है, कश्मीर में भी आज ऐसी स्थिति है कि उनको पाकिस्तान से आतंकवादी भेजने पड़ते हैं, कश्मीर में अब हमारे आतंकवादी नहीं बनते हैं।

शाह ने बताई पहलगाम हमले के आतंकियों की पहचान

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कांग्रेस नेता पी. चिदंबरम की पहलगाम हमले में शामिल आतंकियों के पाकिस्तानी होने पर सवाल उठाने वाली टिप्पणी का कड़ा जवाब दिया। उन्होंने कहा कि सरकार के पास ठोस सबूत हैं कि वे पाकिस्तान से आए थे। उन्होंने कहा कि हमारे पास उनके वोटर आईडी नंबर हैं. पहलगाम अटैक में इस्तेमाल की गई राइफलें और कारतूस पाकिस्तान में बने थे। पहलगाम आतंकी हमले के बाद, ऑपरेशन महादेव में सेना ने तीन आतंकवादियों को मार गिराया। गृहमंत्री अमित शाह ने इस कार्रवाई की पुष्टि की, जिसमें लश्कर-ए-तैयबा के एक प्रमुख सदस्य सुलेमानी शाह भी शामिल था।

आतंकियों के पाकिस्तानी होने के तीन सबूत

  1. पाकिस्तानी वोटर आईडी नंबर
  2. पाकिस्तानी चॉकलेट
  3. पाकिस्तानी हथियार- राइफल

सेना और आतंकवादियों के बीच सुबह 11 बजे मुठभेड़ शुरू हुई थी। राष्ट्रीय राइफल्स और 4 पैरा यूनिट की टीम ने मुलनार इलाके में आतंकवादियों को टारगेट किया था, सेना की तरफ से तुरंत लिए गए इस एक्शन में भीषण गोलीबारी हुई। यही कारण है कि तीनों आतंकवादियों की मौत हो गई। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने भी साफ कर दिया है कि पहलगाम आतंकी हमलों के आरोपियों को सेना ने ढेर कर दिया है। साथ ही गृहमंत्री ने बताया कि ‘ऑपरेशन महादेव में 3 आतंकी सुलेमान, अफगान, जिब्रान मारे गए हैं। कल रात चंडीगढ़ सारी चीजें भेजी गई।

एफएसएल रिपोर्ट से हुआ सब साफ

गृहमंत्री ने बताया कि कल रात चंडीगढ़ सारी चीजें भेजी गई। सारी रात मिलान किया गया, जो कारतूस जो मिले थे। उसकी एफएसएल रिपोर्ट तैयार की गयी। सभी साइंटिस्टों ने पुष्टि की है कि ये वही गोलियां हैं जो पहलगाम में चली थी, जो कारतूस मिले वो भी एम-9 और एके-47 मिले हैं।

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