स्वास्थ्य विभाग पर विपक्ष का वार, गैरहाजिर डॉक्टरों को डिप्टी सीएम ने किया बर्खास्त
Uttar Pradesh: यूपी सरकार ने स्वास्थ्य को लेकर सख्त एक्शन लेते हुए गैरहाजिर सात डॉक्टरों को बर्खास्त करने के निर्देश दिए हैं। इसके साथ ही डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने साफ तौर पर कार्यों के प्रति लापरवाही करने वालों पर सख्त कार्रवाई के आदेश दिए हैं।
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डिप्टी CM बड़ा एक्शन
जिला महिला चिकित्सालय, पीलीभीत में एक मरीज को सही ढंग से उपचार नहीं दिये जाने की शिकायत के प्रथम दृष्टया दोषी पाये जाने पर मुख्य चिकित्सा अधीक्षक, जनपद-पीलीभीत को आरोप-पत्र देकर उनके विरूद्ध विभागीय कार्यवाही किये जाने के निर्देश मेरे द्वारा दिये गये हैं।@BJP4India @BJP4UP
— Brajesh Pathak (@brajeshpathakup) August 21, 2025
आपको बताते चले कि उत्तर प्रदेश के डिप्टी CM और स्वास्थ्य मंत्री ब्रजेश पाठक ने बड़ा एक्शन लेते हुए 7 सरकारी डॉक्टरों को बर्खास्त कर दिया है। बताया जा रहा है कि सातों लंबे समय गैरहाजिर चल रहे थे। रिपोर्ट मिलने पर पता चला कि बिना सूचना लगातार गायब चल रहे सातों डॉक्टरों को डिप्टी CM ने बर्खास्त करने के निर्देश जारी कर दिया हैं।
वहीं स्वास्थ्य विभाग का दावा है कि कई बार इन डॉक्टरों ने संपर्क कर ड्यूटी ज्वाइन करने के लिए कहा गया था। कई बार संपर्क करने के बाद उनका कोई जवाब नहीं मिला।
शासन द्वारा निर्धारित नियम एवं शर्तों के अनुसार निविदा प्रक्रिया का अनुपालन न करते हुए बिना निविदा किये कई संस्थाओं से चिकित्सकीय सामग्री क्रय किये जाने के प्रथम दृष्टया दोषी पाये जाने पर जनपद-हमीरपुर के मुख्य चिकित्साधिकारी के विरूद्ध आरोप-पत्र देकर उनके विरूद्ध विभागीय…
— Brajesh Pathak (@brajeshpathakup) August 21, 2025
कई बार संपर्क कर मांगा जवाब
स्वास्थ्य विभाग का दावा है कि कई बार इन डॉक्टरों ने संपर्क कर ड्यूटी ज्वाइन करने के लिए कहा गया था। कई बार संपर्क करने के बाद उनका कोई जवाब नहीं मिला। जिसके बाद स्वास्थ्य अधिकारियों ने इस बारे में डिप्टी सीएम को अवगत कराया। डिप्टी सीएम ने मामले को गंभीरता से लिया और गैरहाजिर डॉक्टरों को सेवा से बर्खास्त करने के निर्देश दिए।
- अस्थि रोग विशेषज्ञ, जिला चिकित्सालय, झांसी
- चिकित्साधिकारी, न्यू सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बाजार शुक्ल, अमेठी
- चिकित्साधिकारी, न्यू सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र जगदीशपुर, अमेठी
- चिकित्साधिकारी, अधीन सी०एम०ओ०, बरेली
- स्त्री रोग विशेषज्ञ, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मिश्रिख सीतापुर
- बाल रोग विशेषज्ञ, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मिश्रिख सीतापुर
- पैथोलॉजिस्ट, जिला चिकित्सालय हाथरस उक्त 07 चिकित्साधिकारियों द्वारा लम्बे समय से अपने उत्तरदायित्व से विरत एवं चिकित्सकीय ड्यूटी से अनुपस्थित रहने के प्रकरण का संज्ञान लेते हुए उनको सेवा से बर्खास्त किये जाने के निर्देश मेरे द्वारा दिये गये हैं।
1. अस्थि रोग विशेषज्ञ, जिला चिकित्सालय, झांसी
— Brajesh Pathak (@brajeshpathakup) August 21, 2025
2. चिकित्साधिकारी, न्यू सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बाजार शुक्ल, अमेठी
3. चिकित्साधिकारी, न्यू सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र जगदीशपुर, अमेठी
4. चिकित्साधिकारी, अधीन सी०एम०ओ०, बरेली
5. स्त्री रोग विशेषज्ञ, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र…
देखें बर्खास्त डॉ. की सूची
बदायूं राजकीय मेडिकल कॉलेज में ईएनटी विभाग के सहायक आचार्य डॉ. अभिषेक कुमार शाह वर्ष 2023 से लगातार अनुपस्थित चल रहे हैं। उन्हें आरोप पत्र देकर विभागीय कार्रवाई की जाएगी। इसके साथ ही बर्खास्त डॉ. सूची देखें….
बिना सूचना के अनाधिकृत रूप से वर्ष-2023 से लगातार अनुपस्थित रहने का संज्ञान लेते हुए राजकीय मेडिकल कॉलेज बदायूँ के ई०एन०टी० विभाग के सहायक आचार्य को आरोप पत्र देकर इनके विरूद्ध विभागीय कार्यवाही किये जाने के निर्देश मेरे द्वारा दिये गये हैं।@BJP4India @BJP4UP
— Brajesh Pathak (@brajeshpathakup) August 21, 2025
झांसी जिला चिकित्सालय में तैनात हड्डी रोग विशेषज्ञ डॉ. मुकुल मिश्र, अमेठी के बाजार शुक्ल न्यू सीएचसी के डॉ. विकास कुमार मिश्र, अमेठी के जगदीशपुर न्यू सीएचसी के डॉक्टर विकलेश कुमार शर्मा, बरेली सीएमओ के अधीन डॉ. दीपेश गुप्ता, सीतापुर मिश्रिख सीएचसी में गायनी की डॉ. श्वेता सिंह, बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. विक्रांत आनंद और हाथरस जिला चिकित्सालय के पैथोलॉजिस्ट डॉ. मोहम्मद राफे लंबे समय से गैरहाजिर चल रहे थे। जिसके बाद स्वास्थ्य विभाग के जिम्मेदार अधिकारियों ने संपर्क किया लेकिन जवाब नहीं आया। फिर डिप्टी सीएम ने मामले को गंभीरता से लिया और गैरहाजिर डॉक्टरों को सेवा से बर्खास्त करने के निर्देश दिए।
इस दुखद घटना के लिए बस इतना ही कहना है कि बदइंतज़ामी और भ्रष्टाचार में लिप्तता इतनी भी न हो कि किसी की जान चली जाए।
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) August 21, 2025
स्वास्थ्य मंत्री के संज्ञान में ये बात अगर आए तो पीड़ित परिवार को उनका बेटा तो वापस नहीं करवा सकते लेकिन मुआवज़ा देकर कुछ तो पश्चाताप कर सकते हैं।
और कुछ नहीं… pic.twitter.com/1lSNb0wZVi
स्वास्थ्य विभाग में बदइंतजामी और भारी भ्रष्टाचार- अखिलेश यादव
वहीं दूसरी तरफ विपक्ष सपा नेता अखिलेश यादव ने यूपी के हेल्थ सिस्टम पर निशाना साधते हुए कहा- लखनऊ समेत प्रदेश के विभिन्न जिलों से आए दिन खबरें आती है बीमार बच्चों, मरीजो को आपात स्थिति में भी बेड और इलाज नहीं मिल पाता है। इसके साथ ही समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा – बीजेपी सरकार ने प्रदेश की स्वास्थ्य सेवाओं को बर्बाद कर दिया है। मरीजों को इलाज नहीं मिल रहा है। स्वास्थ्य विभाग में बदइंतजामी और भारी भ्रष्टाचार है, जिसके कारण लोगों की जान भी चली जा रही है।
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राजधानी लखनऊ समेत प्रदेश के मेडिकल कॉलेजों, अस्पतालों में बेड और जरूरी सुविधाओं की बहुत कमी है। बीजेपी सरकार ने नौ साल में सब बर्बाद कर दिया है। स्वास्थ्य मंत्री सिर्फ बयानबाजी तक सीमित है। विभागीय समस्याओं और अस्पतालों, मेडिकल कॉलेजों की जरूरतों के प्रति उदासीन है। वहीं स्वास्थ्य मंत्री के संज्ञान में ये बात अगर आए तो पीड़ित परिवार को उनका बेटा तो वापस नहीं करवा सकते लेकिन मुआवज़ा देकर कुछ तो पश्चाताप कर सकते हैं।

बीजेपी सरकार जाएगी तभी जनता को राहत मिलेगी- सपा
अखिलेश यादव ने आगे कहा- सरकार स्वास्थ्य सुविधाओं को लेकर बीजेपी सरकार संवेदनहीन है। सरकार कागजी आंकड़ों के जरिए गुमराह करती है जबकि जमीनी हकीकत सरकारी आंकड़ों के विपरीत है। इसके साथ ही बीजेपी पर निशाना साधते अखिलेश यादव ने कहा – गंभीर मरीजों को भी बेड और इलाज मिलना मुश्किल हो रहा है। बीजेपी सरकार नाकाम हो चुकी है, सरकार हर मामले में फेल हैं। जो मेडिकल कॉलेज बने है, उनमें पर्याप्त डॉक्टर और दवाएं नहीं हैं। भ्रष्टाचार और बेईमानी चरम पर है, सरकारी बजट की लूट है। जनता त्रस्त है और बीजेपी सरकार ने प्रदेश को अव्यवस्था में धकेल दिया है। बीजेपी सरकार जाएगी तभी जनता को राहत मिलेगी।