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ज्योतिष ज्ञान में सीखें ज्योतिष: कुंडली के बारह भाव का विवेचन

ज्योतिष ज्ञान: राम राम जी जैसा कि आप सभी जानते है कि हम हर हफ्ते के ज्योतिष ज्ञान आप सभी के लिए ज्योतिष से जूड़े विशेष ज्ञान कुछ ना कुछ लाते हैं ठीक हर हफ्ते रविवार की तरह ज्योतिष ज्ञान में आज सीखे कुंडली के बारहों भाव का विवेचन

कुंडली के बारहों भाव का विवेचन

ज्योतिष ज्ञान में सीखें ज्योतिष: कुंडली के बारह भाव का विवेचन

आज का विषय है कुंडली के बारहों भाव का विवेचन जिस पर महर्षि परासर ऋषि ने बताया कि जो कुछ ब्रह्माण्ड में है वह सब कुछ पिंड में है उसको जानने के लिए पूरे ब्रह्मांड को 27 भागो में बाटा गया है, जिसको 27 नक्षत्र कहते है, उसमें 9 ग्रह, बारह रशियां सब के सब मिलकर सूर्य की परिक्रमा करते है। जैसा कि आप सभी जानते है कि सूर्य पूरे ब्रह्मांड को ऊर्जा देता है मनुष्य की शरीर को बारह भाव दर्शाया गया है।

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बारह भाव की जानकारी

प्रथम भाव में शरीर को देखा जाता है शरीर की बनावट रंग रूप लंबाई आदि का विचार किया जाता है।

द्वितीय भाव में कुटुंब परिवार का विचार किया जाता है। धन संपदा की जानकारी होती हैं।

तृतीय भाव में पराक्रम स्थान भाई बहनों का विचार किया जाता है।

चतुर्थ भाव में माता का भूमि-वाहन-सुख-सम्पन्नता का विचार किया जाता है।

पंचम भाव में वृद्धि-विद्या-ज्ञान-संतान-सुख आदि का विचार किया जाता है।

छठे भाव में रोग-रिपु-ऋण-नौकरी आदि का विचार किया जाता है।

ज्योतिष ज्ञान में सीखें ज्योतिष: कुंडली के बारह भाव का विवेचन

सप्तम भाव में मार्केश होता हैं पत्नी का घर होता है व्यापार का विचार किया जाता है।

अष्टम भाव में मृत्यु, रोग, रिसर्च, अमरत्व का विचार किया जाता है।

नवम भाव में धर्म का, पिता का, विचार किया जाता है।

दशम भाव में पिता का, कर्म का, शासन प्रशासन का, विचार किया जाता है।

एकादश भाव में बड़े भाई बहनों का आय का विचार किया जाता है।

द्वादश भाव में खर्च का, विदेश का, कर्ज का, जेल का विचार किया जाता है।

प्रत्येक भाव में ग्रहों को अनुसार उच्च का नीच का स्वगृही मित्र गृही दृष्टि के अनुसार फलादेश किया जाता है, जो गुरु के निर्देश से किया जाता है।

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ज्योतिष ज्ञान में सीखें ज्योतिष: कुंडली के बारह भाव का विवेचन

NOTE:- शेष अगले हफ्ते मिलेगा। ज्योतिष विषय सनातन धर्म से जुड़ा हुआ है गुरु के कृपा से मिलता है। यह जानकारी गुरु कृपा से मिलती है जिन लोगों को ज्योतिष में रुचि हो वह संपर्क करें धर्म परायण होकर साधना करें, आत्म चिंतन स्वाध्याय से प्रगति होगी। मिलने के लिए नोएडा, कानपुर, लखनऊ में अतिरिक्त जानकारी के लिए 9415126330, 6386254344 पर संपर्क करें। आप का साथी ज्योतिषाचार्य राम नजर मिश्र रत्न रुद्राक्ष विशेषज्ञ…

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यह ज्ञान बहुत ही खूब सूरत है इसमें जितना घुसा जाए उतना मजा आता है जीवन का जीव का आत्म का ब्रह्मांड का प्रकृति का ज्ञान भरा पड़ा है। हमारा प्रयास है समाज में जो विद्या लुप्त होती जा रही है, उसको भ्रमित किया जा रहा है अल्प ज्ञानी उसका दुरुपयोग कर रहे है। उन तक ज्ञान का विस्तार पहुंचे, ज्योतिष संबंधी जानकारी जो हर हफ्ते दिया जाता है उसे सीखना चाहते है तो राम नजर मिश्र ज्योतिषाचार्य रत्न रुद्राक्ष विशेषज्ञ से संपर्क करें, बाकी ज्योतिष से जुड़ी विशेष जानकारी के लिए भी संपर्क करें।

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