ज्योतिष ज्ञान में सीखें ज्योतिष: कुंडली के बारह भाव का विवेचन
ज्योतिष ज्ञान: राम राम जी जैसा कि आप सभी जानते है कि हम हर हफ्ते के ज्योतिष ज्ञान आप सभी के लिए ज्योतिष से जूड़े विशेष ज्ञान कुछ ना कुछ लाते हैं ठीक हर हफ्ते रविवार की तरह ज्योतिष ज्ञान में आज सीखे कुंडली के बारहों भाव का विवेचन
कुंडली के बारहों भाव का विवेचन
आज का विषय है कुंडली के बारहों भाव का विवेचन जिस पर महर्षि परासर ऋषि ने बताया कि जो कुछ ब्रह्माण्ड में है वह सब कुछ पिंड में है उसको जानने के लिए पूरे ब्रह्मांड को 27 भागो में बाटा गया है, जिसको 27 नक्षत्र कहते है, उसमें 9 ग्रह, बारह रशियां सब के सब मिलकर सूर्य की परिक्रमा करते है। जैसा कि आप सभी जानते है कि सूर्य पूरे ब्रह्मांड को ऊर्जा देता है मनुष्य की शरीर को बारह भाव दर्शाया गया है।
NOTE:- शेष अगले हफ्ते मिलेगा। ज्योतिष विषय सनातन धर्म से जुड़ा हुआ है गुरु के कृपा से मिलता है। यह जानकारी गुरु कृपा से मिलती है जिन लोगों को ज्योतिष में रुचि हो वह संपर्क करें धर्म परायण होकर साधना करें, आत्म चिंतन स्वाध्याय से प्रगति होगी। मिलने के लिए नोएडा, कानपुर, लखनऊ में अतिरिक्त जानकारी के लिए 9415126330, 6386254344 पर संपर्क करें। आप का साथी ज्योतिषाचार्य राम नजर मिश्र रत्न रुद्राक्ष विशेषज्ञ…
यह ज्ञान बहुत ही खूब सूरत है इसमें जितना घुसा जाए उतना मजा आता है जीवन का जीव का आत्म का ब्रह्मांड का प्रकृति का ज्ञान भरा पड़ा है। हमारा प्रयास है समाज में जो विद्या लुप्त होती जा रही है, उसको भ्रमित किया जा रहा है अल्प ज्ञानी उसका दुरुपयोग कर रहे है। उन तक ज्ञान का विस्तार पहुंचे, ज्योतिष संबंधी जानकारी जो हर हफ्ते दिया जाता है उसे सीखना चाहते है तो राम नजर मिश्र ज्योतिषाचार्य रत्न रुद्राक्ष विशेषज्ञ से संपर्क करें, बाकी ज्योतिष से जुड़ी विशेष जानकारी के लिए भी संपर्क करें।