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ISRO ने लॉन्‍च किया स्वदेशी ‘बाहुबली’, बढ़ा भारत का गर्व

ISRO Rocket Launch Live: भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) ने रविवार को अपने सबसे भारी संचार उपग्रह जीसैट-7आर, CMS-03 का सफलतापूर्वक प्रक्षेपण किया। बतादें कि इसरो ने एक नया इतिहास रचा जब उसने सबसे भारी कम्‍युनिकेशन सैटेलाइट को नई पीढ़ी के स्वदेशी ‘बाहुबली’ रॉकेट के जरिए लॉन्‍च किया।

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इसरो ने स्वदेशी 'बाहुबली' लॉन्च कर भारत का गौरव बढ़ाया

बाहुबली रॉकेट की विशेषता

आपको बताते चले कि इसरो ने सबसे भारी कम्‍युनिकेशन सैटेलाइट को नई पीढ़ी के स्वदेशी ‘बाहुबली’ रॉकेट के जरिए लॉन्‍च किया। यह वह मौका था जिसने हर भारतीय को एक और मौका दिया जो गर्व से भरा था, इस सफलता पर हर आम इंसान को तो खुशी महसूस हो ही रही है। इसके साथ ही पीएम मोदी समेत देश दिग्गज लोगों और बिजनेसमैन और महिंद्रा इंडस्‍ट्री के मालिक आनंद महिंद्रा ने भी गर्व महसूस करते हुए सोशल मीडिया पर पोस्ट जारी किया है।

बतादें कि यह उपग्रह एलवीएम3-एम5 रॉकेट के माध्यम से श्रीहरिकोटा स्थित सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से लॉन्च किया गया। इस उपग्रह का वजन लगभग 4,410 किलोग्राम है, और यह भू-समकालिक स्थानांतरण कक्षा (GTO) में स्थापित किया गया है। ध्यान रहे कि एलवीएम 3 रॉकेट को ‘बाहुबली’ के नाम से भी जाना जाता है, क्योंकि यह भारी वजन के उपग्रहों को अंतरिक्ष में भेजने की क्षमता रखता है। इससे भारतीय नौसेना की ताकत में इजाफा होगा।

https://www.isro.gov.inभारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO)

इसरो चीफ ने ‘बाहुबली’ रॉकेट के बारे में बताया

यह साल 2013 में लॉन्‍च की गई जीसैट 7 सीरीज का रिप्‍लेसमेंट भी है। इसरो के अध्यक्ष वी. नारायणन ने कहा- प्रक्षेपण यान ने संचार उपग्रह को इच्छित कक्षा में सफलतापूर्वक स्थापित कर दिया। उन्होंने कहा- ‘4,410 किलोग्राम का सैटेलाइट सटीकता के साथ स्थापित कर दिया गया है।’ लॉन्चिंग के बाद मिशन नियंत्रण केंद्र से अपने संबोधन में उन्होंने एलवीएम 3 उपग्रह को ‘बाहुबली’ रॉकेट बताया, जो स्पष्ट रूप से इसकी भारी भार उठाने की क्षमता का संदर्भ था।

नारायणन ने याद दिलाया कि रॉकेट का पिछला लॉन्‍च ‘सबसे प्रतिष्ठित चंद्रयान 3 था, जिसने राष्ट्र को गौरव दिलाया।’ उन्होंने कहा – रविवार को ‘‘भारी उपग्रह” के साथ सफलता प्राप्त करने के बाद इसने ‘‘एक और गौरव” प्राप्त किया। प्रायोगिक मिशन सहित एलवीएम 3 के सभी आठ प्रक्षेपण सफल रहे हैं, जो 100 प्रतिशत सफलता दर दर्शाते हैं।

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केंद्रीय मंत्री ने भी दी बधाई

बाहुबली रॉकेट के लॉन्‍च होने पर केंद्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार), डॉ. जितेंद्र सिंह ने इसरो की इस नवीनतम उपलब्धि की सराहना करते हुए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘X’ पर पोस्ट कर कहा- “ISRO टीम को बधाई। भारत का बाहुबली एलवीएम3-एम5 मिशन के सफल प्रक्षेपण के साथ आसमान में उड़ान भर रहा है।

केंद्रीय मंत्री ने लिखा – ‘बाहुबली, जैसा कि इसे लोकप्रिय रूप से जाना जाता है, एलवीएम3-एम5 रॉकेट सीएमए-03 संचार उपग्रह को ले जा रहा है, जो भारतीय धरती से भू-समकालिक स्थानांतरण कक्षा (जीटीओ) में प्रक्षेपित किया गया अब तक का सबसे भारी उपग्रह है। इसरो एक के बाद एक सफलताएं लिख रहा है। सरकार के अटूट समर्थन के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का धन्यवाद।

पीएम मोदी ने दी ISRO को बधाई

इसके साथ ही पीएम मोदी ने बाहुबली रॉकेट के लॉन्‍च होने पर इसरो को इस सफलता पर बधाई दी। सोशल मीडिया X पर लिखा- ISRO की इस सफलता पर पीएम मोदी ने अंतरिक्ष संगठन और साइंटिस्टों की टीम को बधाई दी। यह सैटेलाइट नेवी का अब तक का सबसे एडवांस कम्युनिकेशन प्लेटफॉर्म है, जो इसकी अंतरिक्ष-आधारित संचार प्रणाली और समुद्री क्षेत्र जागरूकता क्षमताओं को अधिक दक्षता प्रदान करेगा।

हमारा स्पेस सेक्टर हमें लगातार गर्व महसूस करा रहा है! भारत के सबसे भारी कम्युनिकेशन सैटेलाइट, CMS-03 के सफल लॉन्च पर ISRO को बधाई। हमारे स्पेस साइंटिस्ट्स की वजह से, यह तारीफ़ के काबिल है कि हमारा स्पेस सेक्टर एक्सीलेंस और इनोवेशन का दूसरा नाम बन गया है। उनकी सफलताओं ने देश की तरक्की को आगे बढ़ाया है और अनगिनत लोगों की ज़िंदगी को बेहतर बनाया है।

हमारा सबसे भारी सैटेलाइट – महिंद्रा

आनंद महिंद्रा ने एक्‍स पर लिखा- ‘हमारा सबसे भारी सैटेलाइट, सपनों से भरा हुआ, हिम्मत से भरा हुआ।’ इसके साथ ही उन्‍होंने लॉन्चिंग का एक वीडियो भी शेयर किया है। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने बताया कि 4,410 किलोग्राम वजन वाले इस सैटेलाइट सीएमएस-03 को एलवीएम 3-एम5 रॉकेट की मदद से लॉन्‍च किया है। इसरों के अनुसार सीएमएस-03 एक बहु-बैंड संचार उपग्रह है और यह भारतीय जमीन के साथ ही एक विस्तृत समुद्री क्षेत्र में सेवाएं प्रदान करेगा। इसने कहा कि सैटेलाइट को मनचाहे भू-समकालिक स्थानांतरण कक्षा (जीटीओ) में सफलतापूर्वक स्थापित कर दिया गया।

https://navbharattimes.indiatimes.com/india/pm-modi-congratulations-isro-on-successful-launch-of-india-heaviest-communication-satellite-cms-03/articleshow/125035333.cms

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