सरकार के कदमों का युवा लाभ उठाएं- राष्ट्रपति मुर्मु
नैनीताल: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने उत्तराखंड के नैनीताल में कुमाऊं यूनिवर्सिटी के 20वें दीक्षांत समारोह में हिस्सा लिया। इस दौरान राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने कहा- शिक्षा न सिर्फ हमें आत्मनिर्भर बनाती है, बल्कि हमें विनम्र रहना और समाज और देश के विकास में योगदान देना भी सिखाती है। उन्होंने छात्रों से गरीब लोगों की सेवा करने और राष्ट्र निर्माण के लिए खुद को समर्पित करने की अपील की।
Read More: UP में खाद संकट और फसल बर्बादी पर AAP का हमला, मांगा मुआवजा
President Droupadi Murmu graced the 20th convocation ceremony of Kumaun University at Nainital, Uttarakhand. The President said that education not only makes us self-reliant, but also teaches us to be humble and to contribute to the development of society and the country. She… pic.twitter.com/jFwwbht1rH
— President of India (@rashtrapatibhvn) November 4, 2025
विद्या दान से संतुष्टि मिलती- राष्ट्रपति द्रौपदी
दीक्षांत समारोह में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने कहा- देश की अर्थव्यवस्था विश्व में तेजी से बढ़ती बड़ी अर्थव्यवस्थाओं में से एक है और यह निरंतर प्रगति करें, इसके लिए केन्द्र सरकार कई नीतिगत कदम उठा रही है। मुर्मु ने कुमाऊं विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह को संबोधित करते हुए मंगलवार को कहा- सरकार के कदमों से युवाओं के लिये भी अनेक अवसर उपलब्ध हो रहे हैं। उन्होंने युवाओं से कहा- इन अवसरों का लाभ उठायें। उन्होंने कहा कि देश के उच्च शिक्षण संस्थानों में शोध, नवाचार और उद्यमशीलता को बढ़ावा देने के साथ ही युवाओं के प्रशिक्षण के लिये भी समुचित कदम उठाये जाने चाहिए, ताकि युवा उनका भरपूर उपयोग कर सकें।
हमने वर्ष 2047 तक भारत को एक विकसित राष्ट्र बनाने का लक्ष्य रखा है। इस लक्ष्य की प्राप्ति में आप जैसे युवाओं की महत्वपूर्ण भूमिका है। pic.twitter.com/XcI6Ypoln8
— President of India (@rashtrapatibhvn) November 4, 2025
राष्ट्रपति ने युवाओं को संबोधित करते हुए कहा कि शिक्षा से कमाये धन को वंचित वर्ग और देश की सेवा के लिये दान करना चाहिए। यही सच्चा धर्म है। उन्होंने कहा, “अन्न दानं परम दानं, विद्या दानमतः परम्। अन्नेन क्षणिका तृप्तिः यावज्जीवं च विद्यया।। अर्थात् विद्या दान, अन्न दान से श्रेष्ठ दान है और उससे जीवन भर परम संतुष्टि मिलती है। ”
शिक्षा आपको आत्मनिर्भर तो बनाती ही है। साथ ही शिक्षा आपको विनम्र बनने तथा समाज और देश के विकास में अपना योगदान देने के लिए प्रेरित भी करती है। pic.twitter.com/67ytnCpEAW
— President of India (@rashtrapatibhvn) November 4, 2025
शिक्षा देश की आधारशिला होती- राष्ट्रपति
उन्होंने कहा कि शिक्षा किसी भी देश की आधारशिला होती है। इसलिये शिक्षा ऐसी होनी चाहिए, जिससे बौद्धिकता और कौशल का तो विकास करें ही साथ ही नैतिक बल और चरित्र बल मजबूत बनाए। उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि सरकार को भारत को वर्ष 2047 तक विकसित राष्ट्र बनाने का लक्ष्य है। इस लक्ष्य को प्राप्त करने के लिये देश के युवाओं की संकल्पशक्ति की महत्वपूर्ण भूमिका है। इसलिये विकसित राष्ट्र बनाने में अपना योगदान दें।
Read more: जीवन के 8 पहर: हर समय का अपना शुभ महत्व
शिक्षा ऐसी होनी चाहिए, जो विद्यार्थी में बौद्धिकता और कौशल का तो विकास करे ही, साथ ही उसके नैतिक-बल और चरित्र-बल को भी मजबूत बनाए। pic.twitter.com/K0hsMR81Ej
— President of India (@rashtrapatibhvn) November 4, 2025
उन्होंने कुमाऊं विश्वविद्यालय के शिक्षकों और शोधार्थियों से भी कहा- शिक्षा के साथ ही हम सभी का सामाजिक दायित्व भी है और वह अपने आसपास के गांवों में जायें और कुछ गांवों को गोद लेकर उनकी समस्याओं का समाधान करें। शिक्षा आपको आत्मनिर्भर तो बनाती ही है। साथ ही शिक्षा आपको विनम्र बनने तथा समाज और देश के विकास में अपना योगदान देने के लिए प्रेरित भी करती है।
अर्थव्यवस्था निरंतर प्रगति करे इसके लिए सरकार अनेक नीतिगत कदम उठा रही है। सरकार द्वारा उठाए गए कदमों से युवाओं के लिए अनेक अवसर उपलब्ध हो रहे हैं। pic.twitter.com/O1q6efnI9B
— President of India (@rashtrapatibhvn) November 4, 2025
राष्ट्रपति ने की विद्यार्थियों के उज्ज्वल भविष्य की कामना
राष्ट्रपति मुर्मु ने कहा- “ उत्तराखंड महान वीरों की भूमि के साथ ही ज्ञान और संस्कृति और देवताओं और ऋषि मुनियों की धरती है। यहां नदियों और जंगलों की अकूत संपदा है। मैं यहां आकर अभिभूत हूं। उन्होंने विद्यार्थियों को बधाई देते हुए उनकी उज्ज्वल भविष्य की कामना की। ” इससे पहले राष्ट्रपति ने नैनीताल की प्रसिद्ध नयना देवी मंदिर और कैंची धाम के दर्शन किए तथा राजभवन नैनीताल के मुख्य द्वार का शिलान्यास किया। इस दौरान प्रदेश के राज्यपाल गुरमीत सिंह और उच्च शिक्षा मंत्री धन सिंह रावत भी मौजूद थे।
https://www.pib.gov.in/PressReleaseIframePage.aspx?PRID=2186220
