गुरुवार का ज्ञान: गुरु शिक्षा में सीखे ज्योतिष विज्ञान का वर्तमान स्वरूप
गुरु शिक्षा: गुरु प्रसाद में आज गुरु ज्ञान का आज का विषय है ज्योतिष विज्ञान का वर्तमान स्वरूप…मोबाइल में एक चिप लगा होता हैं और टावर से जुड़ा रहेगा जो टावर एक उपग्रह है मानव का बनाया गया है, टावर भी सेटेलाइट से जुड़ा होता है। अगर मोबाइल काम नहीं करता तो नेटवर्क में प्रॉब्लम होता है।
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सूर्य और मस्तिष्क का काम

उसी प्रकार मानव मस्तिष्क में सूर्य के साथ सभी ग्रहों का टावर लगा है जो ईश्वर प्रदत्त है ग्रहों का रेडियेशन तरंग सूर्य किरणों के माध्यम से मानव मस्तिष्क में काम करता है। अगर किसी नक्षत्र या ग्रहों का अंश कम होता या नीच राशि का शत्रु राशि का होता है तो वह अपना काम कम करता है उस ग्रह से संबंधित रोग उत्पन्न होता है।
ग्रह से संबंधित रोग

यह विज्ञान हमारे ऋषियों ने हजारों वर्ष पहले जान लिया था महर्षि परासर ऋषि ने बृहद परासर नामक ग्रन्थ में लिखा है जानकार ज्योतिषी उसका प्रयोग करते हैं यह विद्या राजा महाराजा के वहां राज ज्योतिषाचार्य होते थे उनका मार्ग दर्शन करते थे, परंतु आज इसका लोप होता जा रहा है क्यों कि इसका ज्ञान रखने वाले कम है रोजी रोटी कमाने वाले बहुत है हम किसी का विरोध नहीं करते हमारे गुरुदेव ने कहा- जो ज्ञान प्राप्त हो रहा है उसको मानव मस्तिष्क में पहुंचाओ ताकि समाज में लुप्त हुआ ज्ञान वापस आए। इसलिए हर सप्ताह में गुरुवार और रविवार को गुरु प्रसाद मिलता रहेगा।
NOTE: प्रत्येक गुरुवार को गुरु प्रसाद मिलता रहेगा जो जिज्ञासु लोग है उनकी इच्छा पूर्ण होती है। यह जानकारी गुरु के आशीर्वाद से मिलता है आप सभी को देने का प्रयास करता हूं। जिज्ञासु लोग कैरियर की जानकारी और लाइफ चेंज के लिए संपर्क करें। नोएडा-लखनऊ-कानपुर आप का साथी ज्योतिषाचार्य राम नजर मिश्र रत्न रुद्राक्ष विशेषज्ञ, 9415126330, 6386254344.
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