ज्योतिष ज्ञान में सीखें ज्योतिष: मानव मस्तिष्क में सूर्य तरंग से लाभ
ज्योतिष ज्ञान: राम राम जी जैसा कि आप सभी जानते है कि प्रत्येक गुरुवार और रविवार को ज्योतिष के क्लास में गुरु का प्रसाद मानकर हम लोग सीखते हैं। ठीक हर हफ्ते रविवार की तरह ज्योतिष ज्ञान में आज का विषय है मानव मस्तिष्क में सूर्य आदि ग्रहों का रेडियेशन तरंग से लाभ।
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मस्तिष्क और ब्रह्मांड का संबंध
महर्षि परासर ऋषि ने बताया कि मानव मस्तिष्क और उसका शरीर लघु ब्रह्मांड है, जो कुछ ब्रह्माण्ड में है वह सब कुछ शरीर में है बस उसको जानने की कोशिश करें। जैसे एक बूंद खून की जांच करने से पूरी शरीर की जानकारी हो जाती हैं। एक बूंद पानी की जांच होने से पूरा पानी का जानकारी मिल जाती है। उसी प्रकार मानव मस्तिष्क और उसका शरीर लघु ब्रह्मांड है उसको गहन अध्ययन से जाना जा सकता है।
उसके लिए ब्रह्मांड की होने वाली हलचल की गहराई से जाने फिर शरीर की संरचना उसका अध्ययन करें, इसमें गुरु का सहारा साधना मार्ग से किया जाता है, सतत अध्ययन से किया गया काम सफलता हासिल करेगा। मानव जीवन बहुत सुंदर और महत्वपूर्ण है इसका इस्तेमाल करना जीवन की सार्थकता है। जैसा कि बताया गया है सूर्य के चारों ओर पृथ्वी सहित सात ग्रहों द्वारा परिक्रमा किया जाता है।
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सूर्य से ले ऊर्जा
सूर्य के सबसे नजदीक बुध ग्रह स्थित है बुध ग्रह ठंडा ग्रह है और सूर्य आग का दहकता हुआ गोला है सूर्य की ऊर्जा बुध से छन कर मानव जीवन पर पड़ती है ताकि उसकी गर्मी का असर पृथ्वी पर कम पड़े। इसलिए जब हम सूर्य को जल चढ़ाते हैं तो उसकी तरंग जल से टकराकर हमको प्राण शक्ति देती हैं जिसको हम धारण करते हैं। सूर्य जगतस्त्थ आत्मा है अर्थात सारे संसार को प्राण शक्ति देता हैं।

गुरुदेव ने कहा नित्य सूर्य का ध्यान करेंगे अपनी प्रतिभा प्रखर करेंगे। सूर्य की ऊर्जा से मनुष्य सहित सभी जीव जंतु पशु पक्षी को प्राण शक्ति बढ़ती हैं, जो भी पेड़-पौधे हम लगते हैं उन सभी को सूर्य की ऊर्जा की जरूरत होती हैं। सबसे नजदीक बुध ग्रह स्थित है तो सबसे दूर शनि ग्रह स्थित हैं जो धीमी गति से सूर्य की परिक्रमा साढ़े उन्तीस माह में करता है। यह एक राशि में लगभग ढाई साल रहता है।
सबसे तेज चलने वाला चंद्रमा है जो जो एक नक्षत्र में एक दिन रहता तथा एक राशि में ढाई दिन रहता है एक माह में सूर्य की एक राशि परिवर्तन करता है इसलिए बारह रशिया बारह माह में सूर्य का एक वर्ष कहलाता जिसमें सूर्य का उत्तरायण और दक्षिणायन होता पूरा ब्रह्मांड 360 डिग्री का होता हैं उसको बारह रशिया में बाटा गया आया 30 डिग्री का एक राशि जिसको हम अंश कहते है, आज का विषय यही तक शेष जानकारी अगले हफ्ते मिलेगा।

NOTE:- शेष अगले हफ्ते मिलेगा। ज्योतिष विषय सनातन धर्म से जुड़ा हुआ है गुरु के कृपा से मिलता है। यह जानकारी गुरु कृपा से मिलती है जिन लोगों को ज्योतिष में रुचि हो वह संपर्क करें धर्म परायण होकर साधना करें, आत्म चिंतन स्वाध्याय से प्रगति होगी। मिलने के लिए नोएडा, कानपुर, लखनऊ में अतिरिक्त जानकारी के लिए 9415126330, 6386254344 पर संपर्क करें। आप का साथी ज्योतिषाचार्य राम नजर मिश्र रत्न रुद्राक्ष विशेषज्ञ…
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यह ज्ञान बहुत ही खूब सूरत है इसमें जितना घुसा जाए उतना मजा आता है जीवन का जीव का आत्म का ब्रह्मांड का प्रकृति का ज्ञान भरा पड़ा है। हमारा प्रयास है समाज में जो विद्या लुप्त होती जा रही है, उसको भ्रमित किया जा रहा है अल्प ज्ञानी उसका दुरुपयोग कर रहे है। उन तक ज्ञान का विस्तार पहुंचे, ज्योतिष संबंधी जानकारी जो हर हफ्ते दिया जाता है उसे सीखना चाहते है तो राम नजर मिश्र ज्योतिषाचार्य रत्न रुद्राक्ष विशेषज्ञ से संपर्क करें, बाकी ज्योतिष से जुड़ी विशेष जानकारी के लिए भी संपर्क करें।
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