साइबर सुरक्षा के लिए ‘संचार साथी’ अनिवार्य, विपक्ष का प्राइवेसी पर सवाल
Sanchar Saathi App: देशभर में बढ़ रहे साइबर क्राइम को रोकने के लिए सरकार ने संचार साथी ऐप (Sanchar Saathi App) को हर मोबाइल में इंस्टॉल करने का फैसला लिया है। इतना ही नहीं दूरसंचार विभाग (DoT) ने भारत में इस्तेमाल होने वाले सभी मोबाइल फोन में संचार साथी मोबाइल ऐप प्री-इंस्टॉल होना अनिवार्य कर दिया है।
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संचार साथी ऐप है अनिवार्य
देश के हर नागरिक की डिजिटल सुरक्षा हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है। ‘संचार साथी’ ऐप का उद्देश्य है कि प्रत्येक व्यक्ति अपनी निजता की रक्षा कर सके और ऑनलाइन ठगी से सुरक्षित रह सके।
— Jyotiraditya M. Scindia (@JM_Scindia) December 2, 2025
यह एक पूरी तरह स्वैच्छिक और लोकतांत्रिक व्यवस्था है-यूज़र चाहें तो ऐप को सक्रिय कर इसके लाभ ले सकते…
संचार साथी ऐप को लेकर दूरसंचार विभाग (DoT) ने आदेश में कहा – फोन निर्माता और आयातक यह सुनिश्चित करें कि नया फोन चालू करते ही या पहली बार सेटअप करते समय यह ऐप उपयोगकर्ता को दिखे और इसे किसी भी तरह से छिपाया या बंद न किया जा सके। जो फोन पहले बिक चुके हैं उनमें यह ऐप सॉफ्टवेयर अपडेट के माध्यम से उपलब्ध कराना होगा। संचार साथी ऐप (Sanchar Saathi App) दूरसंचार क्षेत्र में साइबर अपराध और धोखाधड़ी को रोकने के लिए या साइबर क्राइम का शिकार होने से बचा पाएंगे।
संचार साथी APP पर विपक्ष का सवाल
संचार साथी ऐप सरकार का बनाया साइबर सिक्योरिटी टूल है, जो 17 जनवरी 2025 को लॉन्च हुआ था। ये App काफी लोकप्रिय है और इतना ही नहीं इसको पांच करोड़ से ज्यादा डाउनलोड किया भी जा चुका हैं। अब सरकार ने हर मोबाइल में इसको प्री-इंस्टॉल करना अनिवार्य कर दिया है। यही नहीं इस ऐप की मदद से अब तक 7 लाख से ज्यादा चोरी या खो चुके मोबाइल फोन वापस मिल चुके हैं। साथ ही इस App की मदद से अब तक 3 करोड़ से ज्यादा फर्जी मोबाइल कनेक्शन को भी बंद किया जा चुका है।
उपभोक्ता की सुरक्षा-हमारी सबसे बड़ी जिम्मेदारी।
— DoT India (@DoT_India) December 2, 2025
इसी सोच से संचार साथी बनाया गया है-एक ऐप और एक पोर्टल, जो हर नागरिक को अपने मोबाइल की सुरक्षा अपने हाथों से करने की ताकत देता है।
संचार साथी बताएगा कि आपके फोन का IMEI genuine है या fake। यही वजह है कि देशभर में 1.5 करोड़+ लोग ऐप… pic.twitter.com/u20ox7aVex
ये ऐप IMEI वेरिफिकेशन, फ्रॉड रिपोर्टिंग और चोरी हुए फ़ोन ट्रैकिंग जैसी सुविधाओं के साथ साइबर सुरक्षा को मज़बूत बनाने का दावा करता है। लेकिन, इस आदेश पर गोपनीयता, निगरानी (surveillance) और ऐप की अनइंस्टॉल करने की आज़ादी को लेकर बड़ी बहस छिड़ चुकी है। सरकार जहां इसे जनता की सुरक्षा के लिए ज़रूरी और फायदेमंद बता रही है, वहीं विपक्ष इसे प्राइवेसी और निजता से छेड़छाड़ बताते हुए हमलावर है।
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ऐप को डिलीट भी कर सकते यूजर्स
इस ऐप को लेकर अब सियासी पारा काफी बढ़ गया है। विपक्ष इस ऐप पर सवाल उठा रहा है, ऐसे में अब केंद्रीय संचार मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा-अगर आप संचार साथी नहीं चाहते हैं, तो आप इसे डिलीट कर सकते हैं। यह ऑप्शनल है। इसे अपने डिवाइस में रखना है या नहीं ये यूजर पर निर्भर करता है।
Lost phone? Fake SIM? Spam calls?#SancharSaathiApp gives you total control over your mobile safety.#DoTForDigitalSafety #CyberSecurity @JM_Scindia @PemmasaniOnX @neerajmittalias @USOF_India @pib_comm @PIB_India @DDNewslive pic.twitter.com/9jtDhpNtpY
— DoT India (@DoT_India) December 2, 2025
संचार साथी पर ज्योतिरादित्य बोले
ज्योतिरादित्य माधवराव सिंधिया ने संचार साथी को लेकर कहा- देश के हर नागरिक की डिजिटल सुरक्षा हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है। ‘संचार साथी’ (Sanchar Saathi App) ऐप का उद्देश्य है कि प्रत्येक व्यक्ति अपनी निजता की रक्षा कर सके और ऑनलाइन ठगी से सुरक्षित रह सके। यह एक पूरी तरह स्वैच्छिक और लोकतांत्रिक व्यवस्था है-यूज़र चाहें तो ऐप को सक्रिय कर इसके लाभ ले सकते हैं, और न चाहें तो, वे किसी भी समय इसे अपने फ़ोन से आसानी से डिलीट कर सकते हैं।
सभी मोबाइल फोन में साइबर सिक्योरिटी एप 'संचार साथी' को प्री-इंस्टॉल करने के दूरसंचार विभाग (DoT) के आदेश पर विवाद बढ़ गया है।
— ER.URVESH KUMAR (pandit ji) (@Urveshyadav424) December 2, 2025
RaGa और #PriyankaGandhi ने इसको जासूस ऐप बताते हुए इसका विरोध किया है!! #Congress #Whatsapp #APP #SnoopingApp pic.twitter.com/WfVQy9LvsM
संचार साथी पर लगातार बढ़ रहा है लोगो का विश्वास
- 20 करोड़+ लोग अब तक पोर्टल का उपयोग कर चुके हैं।
- 1.5 करोड़+ यूज़र्स ऐप से जुड़े हुए हैं।
- नागरिकों द्वारा ‘Not My Number’ चुने जाने पर 1.43 करोड़+ मोबाइल कनेक्शन डिस्कनेक्ट किए गए।
- 26 लाख मोबाइल फ़ोन ट्रेस हुए, जिनमें से 7.23 लाख फ़ोन सफलतापूर्वक नागरिकों को लौटाए गए।
- नागरिकों द्वारा रिपोर्ट किए गए 40.96 लाख फर्जी मोबाइल कनेक्शन डिस्कनेक्ट किए गए।
- 6.2 लाख फ्रॉड-लिंक्ड IMEIs ब्लॉक किए जा चुके हैं।
“साइबर फ्रॉड से बचाने के लिए संचार साथी को देश के हर नागरिक तक पहुंचाना हमारी जिम्मेदारी है।” pic.twitter.com/mfRwsUX0wC
— Jyotiraditya M. Scindia (@JM_Scindia) December 2, 2025
यह पहल प्रोटेक्शन, पारदर्शिता और कस्टमर-फर्स्ट दृष्टिकोण को मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
संचार साथी ऐप कैसे काम करता है?
यह फोन के IMEI नंबर, आपके मोबाइल नंबर और नेटवर्क से जुड़ी जानकारी की मदद से आपकी सुरक्षा सुनिश्चित करता है। जब आप इस ऐप को फोन में खोलते हैं, तो सबसे पहले यह आपका मोबाइल नंबर मांगता है, नंबर डालने के बाद आपके फोन पर एक OTP आता है, जिसे डालकर आपका फोन इस ऐप से जुड़ जाता है। इसके बाद ऐप आपके फोन के IMEI नंबर को पहचान लेता है। ऐप IMEI को DoT की केंद्रीय CEIR प्रणाली से मिलाता है और यह जांचता है कि फोन वैध है या कहीं चोरी या ब्लैकलिस्ट में दर्ज तो नहीं।
यह ऐप आपके मोबाइल, SIM, सुरक्षा और साइबर फ्रॉड से जुड़ी कई समस्याओं का समाधान एक ही जगह देता है। यदि आपका मोबाइल चोरी हो जाए या कहीं खो जाए, तो यह ऐप तुरंत फोन को ब्लॉक कराने में मदद करता है। चोरी या खोए हुए फोन को ट्रैक कराने में मदद करता है, आपके नाम पर कितनी SIM चल रही हैं, यह बताता है।
#SancharSaathi puts digital safety in your hands. Pre-installed for your protection, but for user its completely optional. So you can decide what stays on your device.#DoT #Telecommunications #CyberSecurity #DoTForDigitalSafety@JM_Scindia @PemmasaniOnX @neerajmittalias… pic.twitter.com/MhDMVuRxNE
— DoT India (@DoT_India) December 2, 2025
यदि कोई धोखेबाज कॉल करता है जैसे बैंक का अधिकारी बनकर OTP मांगना, फर्जी कूरियर कॉल, लॉटरी या KYC अपडेट करने का झांसा तो आप उस नंबर की शिकायत सीधे इस ऐप से कर सकते हैं। आप किसी भी मोबाइल के IMEI नंबर को ऐप में डालकर जांच सकते हैं कि फोन असली है, चोरी का है, ब्लैकलिस्ट है, सेकंड हैंड फोन खरीदते समय यह फीचर बहुत काम आता है। बहुत से लोग फर्जी बैंक नंबरों से ठगी का शिकार हो जाते हैं। संचार साथी ऐप (Sanchar Saathi App) सभी प्रमुख बैंकों और संस्थानों के वैध और सुरक्षित नंबर दिखाता है, जिससे यूजर किसी गलत नंबर पर कॉल न करें।
