किसानों को बड़ी राहत: रबी फसल 2026-27 के लिए MSP में भारी बढ़ोतरी
दिल्ली: केंद्र सरकार ने रबी फसल वर्ष 2026-27 के लिए गेहूं सहित चुनींदा फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) को मंजूरी दे दी है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में आर्थिक मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति (सीसीईए) ने विपणन सत्र 2026-27 के लिए MSP में वृद्धि को हरी झंडी दिखायी। जिसकी जानकारी केंद्रीय मंत्री ने देते हुए कहा- गेहूं का MSP- 2585 रुपये प्रति कि्वंटल तय किया गया है।

रबी फसल वर्ष 2026-27 MSP मंजूर
- गेहूं का एमएसपी 2585 रुपये प्रति कि्वंटल
- जौ का एमएसपी 2150 रुपये प्रति कि्वंटल
- चना 5875 रुपये प्रति कि्वंटल
- मसूर 7000 रुपये प्रति कि्वंटल
- सरसों /रेपसीड 6200 रुपये प्रति कि्वंटल
- सैफफ्लावर (कुसुम) का एमएसपी 6540 रुपये प्रति कि्वंटल
कैबिनेट ने विपणन सीजन 2026-27 के लिए रबी फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) को मंजूरी दी
— पीआईबी हिंदी (@PIBHindi) October 1, 2025
एमएसपी में सबसे ज़्यादा वृद्धि कुसुम के लिए 600 रुपये प्रति क्विंटल और मसूर के लिए 300 रुपये प्रति क्विंटल की गई है। रेपसीड और सरसों, चना, जौ और गेहूँ के लिए क्रमशः 250 रुपये प्रति… pic.twitter.com/1ZdsTGp5G2
रबी फसल वर्ष 2025-26 से तुलना करें
- गेहूं के MSP में 160 रुपये प्रति कि्वंटल का इजाफा किया गया है।
- जौ में 170 रुपये रुपये प्रति कि्वंटल का इजाफा किया गया है।
- चने में 225 रुपये प्रति कि्वंटल का इजाफा किया गया है।
- मसूर में 300 रुपये प्रति कि्वंटल का इजाफा किया गया है।
- सरसों में 250 रुपये प्रति कि्वंटल का इजाफा किया गया है।
- सैफफ्लावर के MSP में 600 रुपये कि्वंटल का इजाफा कर दिया गया है।
- तिलहन में सबसे ज्यादा MSP सैफफ्लावर का बढ़ाया गया है जबकि दलहन में मसूर का MSP सबसे अधिक किया गया है।
Read More: ‘संचार-साथी’ से मिले खोए/चोरी के मोबाइल, बरामद 6 लाख मोबाइल हैंडसेट
किसानों को मिलेगा 58% अधिक भाव
Empowering our Annadatas!
— Ashwini Vaishnaw (@AshwiniVaishnaw) October 1, 2025
Increase in MSP announced for 6 crops for Rabi season 2026-27
🌾 Estimated procurement: 297 Lakh MT
🌾 Farmers to receive: ₹84,263 Cr on proposed MSP pic.twitter.com/XVHY5m02x5
केंद्रीय मंत्री Ashwini Vaishnaw ने बताया कि वर्ष 2026-27 में गेहूं की लागत 1239 रुपये आंकी गई है और नये MSP- 2585 के हिसाब से किसान को लागत का 109% अधिक भाव मिलेगा। इसी तरह जौ की लागत साल 2026-27 में 1361 रुपये आंकी गई है और उसकी नई MSP- 2150 के अनुसार किसान को लागत से 58% अधिक भाव मिलेगा।
Read More: किसानों के लिए खुशखबरी, मोदी सरकार में 14 फसलों की MSP में हुआ इजाफा
जानें किसानों को कितना मिलेगा फायदा
इस तरह चने की लागत 3699 रुपये की तुलना में किसान को 5875 रुपये नई MSP के अनुसार 59% अधिक , मसूर की लागत 3705 रुपये की तुलना में नई MSP- 7000 रुपये के हिसाब से 89% अधिक, सरसों की लागत 3210 रुपये के हिसाब से नई MSP- 6200 में 93 का फायदा और सैफफ्लावर की लागत 4360 है जबकि किसान को नई MSP- 6540 के हिसाब से 50% का फायदा होगा।
Mission for Aatmanirbharta in Pulses, with an outlay of ₹11,440 Cr (2025-26 to 2030-31)
— Ashwini Vaishnaw (@AshwiniVaishnaw) October 1, 2025
✅ 100% assured procurement of Tur, Urad & Masoor from farmers on MSP
✅ Will benefit ~2 crore farmers via improved seeds and post-harvest infrastructure pic.twitter.com/NrKyzlDvfx
यहां लागत से आशय सभी भुगतान की गयी लागतों से है, जैसे- मजूदरी, बैल श्रम/मशीन श्रम, पट्टे पर ली गई भूमि का किराया, बीज, उर्वरक, खाद जैसी चीजों पर खर्चा, सिंचाई शुल्क, उपकरणों और कृषि भवनों पर मूल्यह्रास, कार्यशील पूंजी पर ब्याज, पंप सेट आदि के संचालन के लिए डीजल/बिजली, विविध व्यय और पारिवारिक श्रम का अनुमानित मूल्य शामिल हैं। विपणन सत्र 2026-27 के लिये अनिवार्य रबी फसलों के लिए MSP में वृद्धि, औसत उत्पादन लागत के कम से कम 1.5 गुना के स्तर पर MSP तय करने की केंद्रीय बजट 2018-19 की घोषणा के अनुरूप है।