क्राइम

दिल्ली में हुआ गैंगरेप, 700 कैमरे ने दिखाया आरोपियों का घिनौना चेहरा

नई दिल्ली: नई दिल्ली से एक बार फिर दिल दहला देने वाला निर्भया जैसे गैंगरेप का मामला सामने आया है, जिसने सभी को झंगझोर कर रख दिया हैं। बतादें कि यह दिल दहला देने वाली घटना आईटीओ इलाके का है, वहीं घटना को लेकर जानकारी की मानें तो 11 अक्टूबर की यह घटना बताया जा रहा है। जिसके बाद साउथ ईस्ट जिले के पुलिस ने एक्शन लेते हुए तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया हैं। इन आरोपी में एक ऑटो ड्राइवर,एक कबाड़ी वाला है इन तीनों आरोपी का नाम प्रभु, प्रमोद, ओर शमशुल बताया जा रहा हैं।

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आइये जाने घटना को विस्तार में…

दिल्ली के निर्भया कांड तो आपको याद ही होगा, इस घटना ने उन यादों को एक बार फिर से ताजा कर दिया हैं। यह घिनौनी घटना आरोपियों ने एक सोशल वर्क में मास्टर डिग्री होल्डर लड़की के साथ किया हैं, जिसने अपनी नर्सिंग की नौकरी छोड़कर, गरीबों, महिलाओं और हाशिए के समुदायों के लिए समाज सेवा के लिए  खुद को समर्पित किया था। इतनी बाहदुर लड़की को नोचने में इन दरिंदों ने नहीं छोड़ा और उसके साथ ही गैगरेप जैसी घिनौनी घटना को अंजाम दिया।

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उस लड़की ने खुब हिम्मत दिखाई और आज भी पीड़ित लड़की का इलाज एम्स के मनोविज्ञान विभाग में चल रहा है। वहीं मिली जानकारी के मुताबिक पीड़ित लड़की (34) वर्ष की उड़ीसा की रहने वाली है, जिसके साथ उन तीन आरोपियों ने गैगरेप करने के बाद उसे निर्वस्त्र अवस्था में शांति वन के आस पास छोड़ कर फरार हो गए थे। जिसके बाद भी लड़की हिम्मत दिखाते हुए खून से लतपथ हाल में चलते हुए सराय कालेखां तक पहुंची थीं। वहां जब अर्ध नग्न हालत में एक नेवी ऑफिसर ने देखा तो पुलिस को फोन किया। वहीं घटना को लेकर दक्षिण-पूर्व जिला पुलिस उपायुक्त रवि कुमार सिंह ने आरोपियों की गिरफ्तार करने की पुष्टि की है, आरोपियों के पकड़े जाने के बाद पीड़ित युवती के साथ दरिंदगी का खुलासा हुआ है। उन आरपियों की पहचान एक ऑटो ड्राइवर,एक कबाड़ी वाला है, आरोपी का नाम प्रभु, प्रमोद, ओर शमशुल है।

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जानें घटना का दर्दनाक मंजर

11 अक्टूबर को हुई दर्दनाक घटना के तीन आरोपियों का पुलिस ने गिरफ्तार तो कर लिया है, मगर क्या उसके इसके हाल को भुलाया जा सकता हैं.. आखिर कौन है इन घिनौनी घटना का जिम्मेदार.. और कब बंद होगी ऐसे घिनौनी हरकतों का मंजर… बतादें यह दिल दहला देने वाला गैगरेप घटना को अंजाम राजघाट के पास ऑटो में किया गया था। वहीं जानकारी के अनुसार पता चला कि आरोपी प्रमोद व शमशुल उसे मेट्रो स्टेशन के पास अंधेरे में झाड़ियों में खींचकर ले जा रहे थे,  उस दौरान ऑटो चालक प्रभु ने देख लिया। मगर उसने पीड़िता को बचाने के जगह उन दरिंदों के साथ मिलकर दरिंदगी की उसके साथ गैगरेप किया उसके शरीर को नोंचा। उन दरिंदों की हैवानियत यहीं नहीं रुकी और फिर ऑटो चालक प्रभु उसे ऑटो में डालकर रिंग रोड व फिरोशाह कोटला किले के पीछे सर्विस रोड पर ले गया जहां उसने युवती के साथ ऑटो में कई बार रेप व दरिंदगी की और इसके बाद आरोपीयों ने उसे अर्धनग्न अवस्था में छोड़ दिया।

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जानें क्या बोली पुलिस

वहीं मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक तीन लोग लड़की के साथ गैंग रेप करने के बाद उसे नग्न अवस्‍था में शांति वन के आस पास छोड़ कर फरार हो गए थे, मगर खून से लतपथ हाल में लड़की चलते हुए सराय काले खा तक पहुंची थीं। जहां पर अर्ध नग्न हालत में जब एक नेवी ऑफिसर ने देखा तो पुलिस को फोन किया।

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वहीं घटना को लेतक पुलिस के डिप्टी कमिश्नर (दक्षिण-पूर्व) रवि कुमार सिंह ने बताया- “पुलिस कर्मचारी तुरंत मौके पर पहुंचे, जहां पीड़िता को परेशान हालत में पाया गया और उसे मेडिकल जांच और देखभाल के लिए एम्स ट्रॉमा सेंटर ले जाया गया। अस्पताल पहुंचने पर पीड़िता ने डॉक्टर को बताया कि तीन लोगों ने उसका यौन उत्पीड़न किया है।” इसके आगे सिंह ने बताया कि अपने शुरुआती बयान के बाद पीड़िता अपनी बीमारी के कारण जांच या अस्पताल के कर्मचारियों के साथ आगे सहयोग नहीं कर सकी।

पुलिस अधिकारी ने बताया कि आरोपियों को पकड़ने के लिए कुल 10 पुलिस टीमें बनाई गईं और 700 से अधिक सीसीटीवी कैमरों की जांच की गई और आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपियों की पहचान प्रभु महतो, परमोद उर्फ ​​बाबू और मोहम्मद शमसुल के रूप में की गई है।

आरोपियों ने दिया बयान

वहीं पुलिस एक्शन के बाद आरोपियों ने अपने आरोप को स्वीकार करते हुए बयान भी दिया है, जिसको लेकर डीसीपी ने बताया कि आरोपियों से पूछताछ के दौरान परमोद ने बताया कि उसने 10 अक्टूबर को पुरानी दिल्ली रेलवे स्टेशन के पास एक महिला को बैठे देखा था उसने शारीरिक रूप से विकलांग शमसुल के साथ मिलकर लड़की का यौन शोषण करने की साजिश रची, यह सोचकर कि वह मानसिक रूप से अस्वस्थ है और आसान लक्ष्य है।

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इसके आगे सिंह ने बताया कि वे उसे जबरन एक सुनसान इलाके में ले गए और अपराध को अंजाम दिया, उन्होंने बताया कि इस घटना को ऑटो चालक प्रभु महतो ने देखा, जिसने भी कथित तौर पर उसके साथ बलात्कार किया। डीसीपी ने बताया कि महतो ने पीड़िता को सराय काले खां के पास फेंक दिया और भाग गया। डीसीपी ने बताया कि पीड़िता ओडिशा की रहने वाली है और उच्च शिक्षित है। उसने बताया कि वह 9 मई को अपने परिवार को बताए बिना दिल्ली आ गई थी, उन्होंने बताया कि उसके माता-पिता ने 9 जून को पुरी के कुंभारपाड़ा पुलिस थाने में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी।

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