क्राइमदेश दुनिया

श्री शारदा इंस्टीट्यूट यौन उत्पीड़न का मामले का सच: आरोपी बाबा पार्थ सारथी गिरफ्तार

दिल्ली: राजधानी दिल्ली के श्री शारदा इंस्टीट्यूट ऑफ इंडियन मैनेजमेंट-रिसर्च में दर्जनों छात्राओं के यौन उत्पीड़न के गंभीर आरोपों के मामले में फरार चल रहे स्वामी चैतन्यानंद सरस्वती उर्फ पार्थ सारथी को दिल्ली पुलिस ने उत्तर प्रदेश के आगरा के एक होटल से गिरफ्तार कर लिया है। बतादें कि मामले सामने के बाद से ही बाबा कई दिनों से छिपा हुआ था फिलहाल दिल्ली पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया है और आज सुबह ही वसंतकुंज थाना पहुंच गई है।

श्री शारदा इंस्टीट्यूट यौन उत्पीड़न का मामले का सच: आरोपी बाबा पार्थ सारथी गिरफ्तार

गिरफ्तार हुआ पार्थ सारथी

वहीं मिली खबर के अनुसार बाबा को आज पटियाला हाउस कोर्ट मे पेश किया जाएगा। जानकारी के लिए बतादें कि बाबा को अभी छेड़छाड़ के मामले की FIR को लेकर गिरफ्तारी की गई है। जिसके बाद आज उसका मेडिकल करवाया जाएगा फिर कोर्ट में पेश किया जाएगा। सूत्रों की मानें तो बाबा पार्थ सारथी पिछले दो महीनों में उत्तर प्रदेश के वृंदावन, मथुरा, आगरा समेत कई जिलों में छिपता घूमता रहा और करीब 13 अलग-अलग होटलों में ठहरा। पुलिस के मुताबिक उसे आगरा के ताज गंज में होटल फर्स्ट से गिरफ्तार किया गया। वह होटल के 101 नंबर कमरे में ठहरे हुआ था। वहीं आज गिरफ्तारी के साथ ही पुलिस ने उसके पास से तीन मोबाइल फोन और एक आईपैड बरामद किया है। वहीं लोगों ने उसे अदालत में पेश कर पुलिस हिरासत में देने की मांग की जाएगी।

Read More: ज्योतिष ज्ञान में सीखें ज्योतिष: कुंडली के बारह भाव का विवेचन

जानें पूरा मामला

श्री शारदा इंस्टीट्यूट यौन उत्पीड़न का मामले का सच: आरोपी बाबा पार्थ सारथी गिरफ्तार

आपको बताते चले कि दक्षिणी दिल्ली में स्थित श्री शारदा इंस्टीट्यूट ऑफ इंडियन मैनेजमेंट का यह पूरा मामला तब उजागर में आया जब वहां की 17 लड़कियों ने आरोप लगाया कि बाबा चैतन्यानंद ने उनका यौन शोषण किया। वह नंबर काटने की धमकी देकर लड़कियों को ब्लैकमेल करता था। इसके साथ ही लड़कियों का आरोप है कि वो धमकी देता था ब्लैकमेल करता था अपने कमरे में बुलाता था। इतना ही नहीं खुद बाबा इंटरनेशनल पर्सन बताता और लड़कियों को अच्छी पैलेसमेंट दिलाने का झांसा देता था। इसके साथ ही पीड़िताओं ने यह भी कहा – संस्थान में कार्यरत कुछ महिला अध्यापकगण और प्रशासक आरोपी के दबाव में उन्हें चुप रहने के लिए मजबूर करते थे।

वहीं जब लड़कियों ने दिल्ली के बसंतकुंज थाने में चार अगस्त को श्री श्रृंगेरी मठ प्रशासक पी.ए. मुरली की शिकायत पर एक प्राथमिकी दर्ज की गई थी तो पूरे मामला संज्ञान में लिया गया और आज आगरा के होटल से उसकी गिरफ्तारी हुई है।

पीड़िताओं की शिकायत पर पुलिस का हुआ एक्शन

वहीं 17 पीड़िताओं की शिकायत के बाद पुलिस ने धारा 75(2)/79/351(2) बीएनएस के तहत केस दर्ज कर मामले की जांच शुरू की। इसके बाद पुलिस ने आरोपी के आश्रम और ठिकानों पर कई बार छापेमारी की, सीसीटीवी फुटेज खंगाले और संस्थान से जब्त हार्ड डिस्क को फॉरेंसिक जांच के लिए भेजा। अदालत में 16 छात्राओं के बयान दर्ज कराए गए हैं। स्वामी चैतन्यानंद गिरफ्तारी से लगातार बचता रहा। बाद में संस्थान के बेसमेंट से एक वोल्वो कार बरामद की गई जिस पर जाली राजनयिक नंबर प्लेट लगी थी। इस मामले में 25 अगस्त को एक और प्राथमिकी दर्ज कर कार जब्त कर ली गई।

श्री शारदा इंस्टीट्यूट यौन उत्पीड़न का मामले का सच: आरोपी बाबा पार्थ सारथी गिरफ्तार

Read More: बरेली हिंसा पर सीएम योगी ने दी चेतावनी- मौलाना भूल गया UP में शासन किसका है

इस प्रबंधन संस्थान के संस्थापक श्री श्री जगद्गुरु शंकराचार्य महासंस्थानम्, दक्षिणाम्नाय श्री शारदा पीठम्, श्रृंगेरी ने स्पष्ट किया कि स्वामी चैतन्यानंद सरस्वती उर्फ डॉ. पार्थ सारथी के अवैध और अनुचित कृत्यों से संस्था का कोई संबंध नहीं है। मठ ने उसके साथ सभी रिश्ते तोड़ने की घोषणा की है और प्राधिकारियों से शिकायत भी दर्ज कराई है। पुलिस जांच में सामने आया है कि स्वामी चैतन्यानंद बीते 12 वर्षों से संस्थान और वसंत कुंज आश्रम में रह रहा था और स्वयं को “डायरेक्टर /मैनेजर” बताता था। छात्राओं के आरोप के अनुसार, संस्थान का स्टाफ भी उसके दबाव में काम करता था। स्वामी के खिलाफ 2009 और 2016 में भी उत्पीड़न और धोखाधड़ी के मामले दर्ज हो चुके हैं।

श्री शारदा इंस्टीट्यूट यौन उत्पीड़न का मामले का सच: आरोपी बाबा पार्थ सारथी गिरफ्तार

बाबा पार्थ करता था गुमराह

स्वामी मूल रुप से ओडिशा का रहने वाला है और उसने ऑनलाइन प्रोफाइल में शिकागो बूथ विश्वविद्यालय से पीएचडी की डिग्री का दावा किया है, लेकिन विश्वविद्यालय स्तर पर इसकी कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं मिली है। पुलिस अधिकारी ने बताया कि स्वामी चैतन्यानंद के खिलाफ अब तक कुल पांच एफआईआर दर्ज हो चुकी हैं और उसके नेटवर्क की गहन जांच की जा रही है। आरोपी दो पासपोर्ट का भी इस्तेमाल करता था और कई बार प्रधानमंत्री कार्यालय के नाम पर कॉल कर लोगों को गुमराह करने की कोशिश करता था।

श्री शारदा इंस्टीट्यूट यौन उत्पीड़न का मामले का सच: आरोपी बाबा पार्थ सारथी गिरफ्तार

सीसीटीवी कैमरे से रखता था नजर गंदी हरकतें करता था

मामला उजागर होने के बाद कई छात्राओं ने बताया कि सुरक्षा के नाम पर महिलाओं के हॉस्टल और कमरों में, बाथरूम के पास भी सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे। खुद स्वामी चैतन्यानंद सरस्वती अपने मोबाइल पर उनके फीड्स को देखता था। उसने अपने मोबाइल में सीसीटीवी का एक्सेस ले रखा था। वह हर पर लड़कियों पर नजर रखता था। रात में स्वामी चैतन्यानंद सरस्वती लड़कियों को व्हाट्सऐप मैसेज करता था। वह लड़कियों को बेबी आई लव यू जैसे मैसेज करता था।

श्री शारदा इंस्टीट्यूट यौन उत्पीड़न का मामले का सच: आरोपी बाबा पार्थ सारथी गिरफ्तार

एक छात्रा का कहना है कि स्वामी चैतन्यनंद सरस्वती ने उससे पूछा था कि क्या उसने कंडोम यूज किया है। हरियाणा की एक छात्रा को बॉयफ्रेंड होने के कारण चरित्रहीन कहा गया, जबकि दूसरी छात्रा को स्वामी चैतन्यानंद सरस्वती के कार्यालय से फटे कपड़ों में रोते हुए भागते देखा गया था। छात्राओं ने यह भी बताया कि होली पर उन्हें एक लाइन में खड़ा किया गया। सबको स्वामी चैतन्यानंद सरस्वती को झुककर प्रणाम करने को कहा गया। इसके बाद स्वामी चैतन्यानंद सरस्वती ने बारी-बारी से उनके गालों और बालों के हिस्से में रंग लगाया। स्वामी चैतन्यानंद सरस्वती पर एक और बड़ा आरोप यह है कि उन छात्राओं ने जो मूल शैक्षिक दस्तावेज संस्थान में जमा किए थे, वो उन लोगों को वापस नहीं किए गए।

https://www.aajtak.in/topic/swami-chaitanyananda-saraswati

Share

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *