दीपावली पर स्वामी प्रसाद मौर्य- बाहरवाली लक्ष्मी बाहरवाली होती, असली लक्ष्मी घरवाली
Swami Prasad Maurya: यूपी के पूर्व मंत्री और वरिष्ठ नेता स्वामी प्रसाद मौर्य ने दीवाली से पहले मां लक्ष्मी और गृह लक्ष्मी दोनों पर विवरण चर्चा करते हुए बयान दिया है जोकि काफी चर्चा का विषय बना हुआ हैं।
कोई भगवान नहीं होता है- स्वामी प्रसाद
असल में नेता स्वामी प्रसाद मौर्य ने दीवाली के शुभ अवसर पर बधाई देते हुए सोशल मीडिया X पर पोस्ट लिखा – उन्होंने कहा कि भगवान जैसी कोई चीज वास्तविकता में नहीं है। उनका कहना है कि भारत में जो पूजा की जाती है, जैसे मां लक्ष्मी, वह भगवान विष्णु की पत्नी थीं। स्वामी प्रसाद मौर्य ने तर्क दिया कि अगर किसी की पत्नी की पूजा करनी है, तो अपनी पत्नी की पूजा क्यों न की जाए। इस दौरान उन्होंने कहा- भगवान विष्णु हों या मां लक्ष्मी, ये कोई भगवान नहीं हैं। ये अपने समय के साधारण व्यक्ति थे, जिन्होंने अपने आप को काल्पनिक रूप में इस तरह प्रस्तुत किया कि उन्हें भगवान माना गया।
विश्व धम्म गुरु नायक… "तथागत बुद्ध" व राष्ट्रीय प्रतीक "सम्राट अशोक की लाट" को नमन – वन्दन करने के बाद विगत वर्षो की भांति इस दीपोत्सव महापर्व पर भी अपनी पत्नी व गृह लक्ष्मी "श्रीमती शिवा मौर्य" की पूजा – अर्चना की।
— Swami Prasad Maurya (@SwamiPMaurya) October 20, 2025
"अप्प दीपो भव" pic.twitter.com/z14VuNlAYb
बाहरवाली लक्ष्मी बाहरवाली होती है- स्वामी
आपको बतादें कि पूर्व मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य ने अब दीपावली पर्व पर बयान देते हुए कहा- ‘दीपोत्सव महापर्व पर समस्त देशवासियों को बहुत बधाई एवं शुभकामनाएँ । आइये हम सब दीप जलाये,किन्तु ध्यान रहे पड़ोसी के यहाँ भी दीप जले यह भी सुनिश्चित करें। आइये हम पूजन व सम्मान करें असली गृह लक्ष्मी (गृहणी) की जो सही मायने में ताउम्र घर को साफ – सुथरा सुंदर-सुघर व स्वर्ग बनाती हैं । घर के छोड़े- बड़े सभी सदस्यों को प्यार की डोर से पिरोकर एकता का पाठ पढ़ाती हैं । घर को स्वर्ग से भी सुंदर बनाती है इसलिए “घरवाली “ गृह लक्ष्मी कहलाती हैं ।
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बाहरवाली लक्ष्मी तो हर बार बाज़ार से आती हैं फिर चली जाती है इसलिए तो हमारी बिगड़ी हालात कभी भी सुधर नहीं पाती हैं क्योंकि बाहरवाली बाहरवाली ही होती हैं। धन की देवी लक्ष्मी से भला होता तो देश में 80 करोड़ लोगों को बदहाली, गरीबी, लाचारी-बेवसी की जिंदगी मात्र 5 कि ग्रा या 10 कि ग्रा चावल पर वितानी न पड़ती। करोड़ो बेरोजगार नौजवानों को रोजी-रोटी के लाले न पड़ते। दुनिया के गरीब देशों में भारत नहीं होता। आइये घर की असली लक्ष्मी को पहचाने एव उनका सम्मान व पूजन करें। ऐसा न हो कि :घर की लक्ष्मी ललाय, बाहरवाली पूजा मांगे।
दीपोत्सव महापर्व पर समस्त देशवासियों को बहुत बधाई एवं शुभकामनाएँ । आइये हम सब दीप जलाये,किन्तु ध्यान रहे पड़ोसी के यहाँ भी दीप जले यह भी सुनिश्चित करे ।
— Swami Prasad Maurya (@SwamiPMaurya) October 20, 2025
आइये हम पूजन व सम्मान करे असली गृह लक्ष्मी ( गृहणी) की जो सही मायने में ताउम्र घर को साफ – सुथरा सुंदर-सुघर व स्वर्ग बनाती हैं…
स्वामी प्रसाद मौर्य ने दिवाली की दी बधाई-
हालांकि, स्वामी प्रसाद मौर्य ने दिवाली के मौके पर देशवासियों को बधाई भी दी। उन्होंने लिखा, दीपोत्सव महापर्व पर समस्त देशवासियों को बधाई एवं शुभकामनाएं। आइए हम सब दीप जलाएं, लेकिन यह भी सुनिश्चित करें कि हमारे पड़ोसी के घर में भी उजाला हो। असली गृह लक्ष्मी वही है जो जीवनभर घर को सुंदर, सुसंस्कृत और एकता से भरा स्वर्ग बनाती है।” फिलहाल उनके इस बयान ने एक बार फिर उन्हें राजनीतिक और सामाजिक चर्चाओं के केंद्र में ला दिया है।
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स्वामी मौर्य की पोस्ट को लेकर सोशल मीडिया पर तीखी प्रतिक्रियाएं देखने को मिल रही हैं। कई यूजर्स ने इसे धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने वाला बताया और उन पर कार्रवाई की मांग की है।
