उत्तर प्रदेश

फतेहपुर मकबरे का बढ़ा विवाद, पुलिस की FIR से हुआ बड़ा खुलासा

Fatehpur Makabare: यूपी के फतेहपुर में एक मकबरे के तोड़फोड़ का मामला बहुत ही गरमा गया हैं। यह मामला इस लिए गरमा गया है क्योंकि बीते दिन सोमवार को मकबरे को ठाकुर जी का मंदिर बनाकर तोड़ने पर विवाद बढ़ गया था। हालात तो यहाँ तक आ गया था कि हिंदू और मुस्लिम पक्ष एक दूसरे के आमने-सामने आ गए और पथराव शुरू हो गया था।

फतेहपुर मकबरे का बढ़ा विवाद, पुलिस की FIR से हुआ बड़ा खुलासा

सपा ने अपने नेता से झाड़ा पल्ला

आपको बताते चले कि हैरान करने वाली बात तो ये है कि उत्तर प्रदेश स्थित फतेहपुर के एक मकबरे को मंदिर बताते हुए पुलिस के सामने तोड़फोड़ हुई। वहीं अब पुलिस की कार्रवाई में एक समाजवादी पार्टी के नेता पप्पू चौहान का नाम सामने आया है। जिसके बाद सपा पार्टी ने पल्ला झाड़ते हुए उन नेता को बाहर का रास्ता दिखाते हुए सोशल मीडिया X के जरिए पोस्ट जानकारी करते हुए लिखा- “भाजपाई मानसिकता का कोई भी व्यक्ति जो पार्टी विरोधी गतिविधियों में संलिप्त हो एवं PDA से इतर विचारधारा रखता हो या समाजवादी पार्टी में रहकर भाजपा के इशारे पर काम कर रहा हो वो या तो तत्काल पार्टी छोड़ दे या उसे चिन्हित करके पार्टी से निष्कासित किया जाएगा।”

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“सपा के यूपी अध्यक्ष श्याम लाल पाल ने एक पत्र में कहा – पप्पू सिंह चौहान पुत्र अभिमन्यु सिंह ग्राम रहिमालन का पुरवा पोस्ट जमरांवा विधानसभा 242, हुसेनगंज तहसील व जिला फतेहपुर को पार्टी विरोधी गतिविधियों में संलिप्त होने के कारण समाजवादी पार्टी से निष्कासित किया जाता है।”

जानें क्या है मकबरा तोड़फोड़ का मामला

आपको बताते चले पूरे मामले को लेकर विवाद तब बढ़ा जब फतेहपुर स्थित अबू नगर मोहल्ले में एक मंदिर और मकबरे को लेकर दोनों पक्षों की ओर से दावे किए जानें लगे। वहीं हिंदू संगठन इस मकबरे को हजारों साल पुराना भगवान शिव और श्रीकृष्ण का मंदिर होने का दावा कर रहा हैं वे इस मकबरे में पूजा-पाठ करने पर अड़े हैं। इधर दूसरी ओर मुस्लिम पक्ष इसे नवाब अब्दुल समद का मकबरा बता रहा है।

फतेहपुर मकबरे का बढ़ा विवाद, पुलिस की FIR से हुआ बड़ा खुलासा

जिसके चलते बीते सोमवार को सैकड़ों की संख्या में हिंदू पक्ष के लोग मकबरे में घुस गए और तोड़फोड़ की। इसके बाद मुस्लिम समुदाय की तरफ से पथराव शुरू कर दिया गया। जिसका पूरा वीडियो भी सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा हैं। विवाद इतना बढ़ गया कि पुलिस प्रशासन के हाथ से भी काबू करना भी बेहद ही मुश्किल रहा था। फिलहाल पुलिस ने आनन-फानन में कार्रवाई करते हुए कई लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की। जिसमें सपा नेता का भी नाम सामने आया हैं।

11 नामजद के खिलाफ केस दर्ज

फतेहपुर में ऐतिहासिक मकबरा स्थल पर हुए बवाल के मामले ने तूल पकड़ लिया है। मामले में पुलिस ने कार्रवाई करते हुए 11 नामजद के खिलाफ केस दर्ज किया, आरोपियों पर जबरन मकबरे में घुसने, तोड़फोड़ करने और शांति भंग करने का आरोप है। इस 11 लोगों में सपा नेता पप्पू सिंह का नाम भी शामिल है। आरोप है कि पप्पू सिंह मकबरे में तोड़फोड़ की घटना में शामिल थे।

फतेहपुर मकबरे का बढ़ा विवाद, पुलिस की FIR से हुआ बड़ा खुलासा

विधानसभा में पहुंचा मकबरा तोड़फोड़ का मामला

वहीं अब यह मामला विधानसभा पहुंच गया है जिस पर नेताओं ने विधानसभा के मानसून में हिस्सा लेने पहुंचे सपा नेताओं का दावा है कि पूरी घटना प्रायोजित थी और वहां रहने वाले लोगों का इसमें कोई हाथ नहीं था। फतेहपुर में मंदिर-मस्जिद विवाद पर सपा विधायक अतुल प्रधान ने कहा- फतेहपुर में अशांति आम लोगों ने नहीं फैलाई, बल्कि प्रशासन और भाजपा नेताओं ने इसे अंजाम दिया लेकिन जनता उनके इरादों को समझती है। सपा विधायक मोहम्मद हसन रूमी ने कहा- यह भाजपा का एजेंडा है, और सभी असामाजिक तत्व इसका फायदा उठाते हैं, स्थानीय समीकरणों में हेरफेर करते हैं, और अपने हितों की पूर्ति करते हैं।

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कांग्रेस विधायक आराधना मिश्रा ने फतेहपुर मामले पर कहा, यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण और पूरी तरह से सुनियोजित व प्रायोजित घटना है। वीडियो फुटेज में साफ दिख रहा है कि भाजपा के पदाधिकारी वहां मौजूद थे और भीड़ को उकसा रहे थे। यह सरकार की विफलता है। वहीं पूरे मामले को लेकर फतेहपुर के जिलाधिकारी रवींद्र सिंह ने कहा – अभी कानून व्यवस्था सामान्य है, लोग चले गए हैं। अभी हमारी प्राथमिकता है की लोगों में विश्वास हो, वहीं फतेहपुर के एसपी अनूप कुमार सिंह ने कहा कि कानून व्यवस्था सामान्य है अब।

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