फतेहपुर मकबरे का बढ़ा विवाद, पुलिस की FIR से हुआ बड़ा खुलासा
Fatehpur Makabare: यूपी के फतेहपुर में एक मकबरे के तोड़फोड़ का मामला बहुत ही गरमा गया हैं। यह मामला इस लिए गरमा गया है क्योंकि बीते दिन सोमवार को मकबरे को ठाकुर जी का मंदिर बनाकर तोड़ने पर विवाद बढ़ गया था। हालात तो यहाँ तक आ गया था कि हिंदू और मुस्लिम पक्ष एक दूसरे के आमने-सामने आ गए और पथराव शुरू हो गया था।

सपा ने अपने नेता से झाड़ा पल्ला
अब फतेहपुर का एक मंदिर मकबरे में बदला जा रहा है…
— प्रसन्न कुमार पाढी (@PADHYPRASANKRT) August 11, 2025
पहले मंदिर की संरचना बदली गई, फिर अंदर मजारें बनाई गईं…
और अब उसे मकबरा घोषित किया जा रहा है।
⚔️ हिंदू संगठनों ने बिगुल बजा दिया है।#फतेहपुर #FatehpurPolice
Now a Fatehpur temple is being turned into a mausoleum…
First,… pic.twitter.com/86g32Ps1ov
आपको बताते चले कि हैरान करने वाली बात तो ये है कि उत्तर प्रदेश स्थित फतेहपुर के एक मकबरे को मंदिर बताते हुए पुलिस के सामने तोड़फोड़ हुई। वहीं अब पुलिस की कार्रवाई में एक समाजवादी पार्टी के नेता पप्पू चौहान का नाम सामने आया है। जिसके बाद सपा पार्टी ने पल्ला झाड़ते हुए उन नेता को बाहर का रास्ता दिखाते हुए सोशल मीडिया X के जरिए पोस्ट जानकारी करते हुए लिखा- “भाजपाई मानसिकता का कोई भी व्यक्ति जो पार्टी विरोधी गतिविधियों में संलिप्त हो एवं PDA से इतर विचारधारा रखता हो या समाजवादी पार्टी में रहकर भाजपा के इशारे पर काम कर रहा हो वो या तो तत्काल पार्टी छोड़ दे या उसे चिन्हित करके पार्टी से निष्कासित किया जाएगा।”
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“सपा के यूपी अध्यक्ष श्याम लाल पाल ने एक पत्र में कहा – पप्पू सिंह चौहान पुत्र अभिमन्यु सिंह ग्राम रहिमालन का पुरवा पोस्ट जमरांवा विधानसभा 242, हुसेनगंज तहसील व जिला फतेहपुर को पार्टी विरोधी गतिविधियों में संलिप्त होने के कारण समाजवादी पार्टी से निष्कासित किया जाता है।”
भाजपाई मानसिकता का कोई भी व्यक्ति जो पार्टी विरोधी गतिविधियों में संलिप्त हो एवं PDA से इतर विचारधारा रखता हो या समाजवादी पार्टी में रहकर भाजपा के इशारे पर काम कर रहा हो वो या तो तत्काल पार्टी छोड़ दे या उसे चिन्हित करके पार्टी से निष्कासित किया जाएगा। pic.twitter.com/6GYhQV82Dz
— Samajwadi Party Media Cell (@mediacellsp) August 12, 2025
जानें क्या है मकबरा तोड़फोड़ का मामला
आपको बताते चले पूरे मामले को लेकर विवाद तब बढ़ा जब फतेहपुर स्थित अबू नगर मोहल्ले में एक मंदिर और मकबरे को लेकर दोनों पक्षों की ओर से दावे किए जानें लगे। वहीं हिंदू संगठन इस मकबरे को हजारों साल पुराना भगवान शिव और श्रीकृष्ण का मंदिर होने का दावा कर रहा हैं वे इस मकबरे में पूजा-पाठ करने पर अड़े हैं। इधर दूसरी ओर मुस्लिम पक्ष इसे नवाब अब्दुल समद का मकबरा बता रहा है।

जिसके चलते बीते सोमवार को सैकड़ों की संख्या में हिंदू पक्ष के लोग मकबरे में घुस गए और तोड़फोड़ की। इसके बाद मुस्लिम समुदाय की तरफ से पथराव शुरू कर दिया गया। जिसका पूरा वीडियो भी सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा हैं। विवाद इतना बढ़ गया कि पुलिस प्रशासन के हाथ से भी काबू करना भी बेहद ही मुश्किल रहा था। फिलहाल पुलिस ने आनन-फानन में कार्रवाई करते हुए कई लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की। जिसमें सपा नेता का भी नाम सामने आया हैं।
फतेहपुर मे कल हिंदुओ द्वारा ठाकुर जी के मन्दिर को कब्जा मुक्त किया गया था पार्टी की दीवार तोड़ सपा के पप्पू सिंह चौहान जी भी उस पुण्य काम मे उपस्थित हुए थे जिसके बाद लगातार अपने ही लोगो के निशाने मे था जिसके चलते आज सपा से उन्होंने स्तीफा दे दिया! @ippatel @BJP4UP @amitmalviya pic.twitter.com/LLAEmL31z4
— Kishan Shukla (@Kishanshuklabjp) August 12, 2025
11 नामजद के खिलाफ केस दर्ज
फतेहपुर में ऐतिहासिक मकबरा स्थल पर हुए बवाल के मामले ने तूल पकड़ लिया है। मामले में पुलिस ने कार्रवाई करते हुए 11 नामजद के खिलाफ केस दर्ज किया, आरोपियों पर जबरन मकबरे में घुसने, तोड़फोड़ करने और शांति भंग करने का आरोप है। इस 11 लोगों में सपा नेता पप्पू सिंह का नाम भी शामिल है। आरोप है कि पप्पू सिंह मकबरे में तोड़फोड़ की घटना में शामिल थे।

विधानसभा में पहुंचा मकबरा तोड़फोड़ का मामला
वहीं अब यह मामला विधानसभा पहुंच गया है जिस पर नेताओं ने विधानसभा के मानसून में हिस्सा लेने पहुंचे सपा नेताओं का दावा है कि पूरी घटना प्रायोजित थी और वहां रहने वाले लोगों का इसमें कोई हाथ नहीं था। फतेहपुर में मंदिर-मस्जिद विवाद पर सपा विधायक अतुल प्रधान ने कहा- फतेहपुर में अशांति आम लोगों ने नहीं फैलाई, बल्कि प्रशासन और भाजपा नेताओं ने इसे अंजाम दिया लेकिन जनता उनके इरादों को समझती है। सपा विधायक मोहम्मद हसन रूमी ने कहा- यह भाजपा का एजेंडा है, और सभी असामाजिक तत्व इसका फायदा उठाते हैं, स्थानीय समीकरणों में हेरफेर करते हैं, और अपने हितों की पूर्ति करते हैं।
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कांग्रेस विधायक आराधना मिश्रा ने फतेहपुर मामले पर कहा, यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण और पूरी तरह से सुनियोजित व प्रायोजित घटना है। वीडियो फुटेज में साफ दिख रहा है कि भाजपा के पदाधिकारी वहां मौजूद थे और भीड़ को उकसा रहे थे। यह सरकार की विफलता है। वहीं पूरे मामले को लेकर फतेहपुर के जिलाधिकारी रवींद्र सिंह ने कहा – अभी कानून व्यवस्था सामान्य है, लोग चले गए हैं। अभी हमारी प्राथमिकता है की लोगों में विश्वास हो, वहीं फतेहपुर के एसपी अनूप कुमार सिंह ने कहा कि कानून व्यवस्था सामान्य है अब।