भूपेंद्र पटेल कैबिनेट 3.0: हर्ष संघवी डिप्टी CM, रिवाबा जडेजा की एंट्री के साथ नया राजनीतिक समीकरण
Gujarat New Cabinet: गुजरात की राजनीति में आज शुक्रवार का दिन बड़ा ही ऐतिहासिक रहा। मुख्यमंत्री भूपेंद्रभाई पटेल ने अपनी नई कैबिनेट 3.0 की घोषणा कर दी है। शुक्रवार को गांधीनगर में हुए भव्य शपथ ग्रहण समारोह में कुल 25 नए मंत्रियों ने शपथ ली, जिनमें 19 नए चेहरे हैं। कार्यक्रम में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल, और राज्यपाल आचार्य देवव्रत मौजूद रहे। वहीं, क्रिकेटर रवींद्र जडेजा की पत्नी रिवाबा जडेजा को भी मंत्री पद की जिम्मेदारी दी गई है।
विकसित गुजरात के लिए प्रतिबद्ध “टीम गुजरात” को हार्दिक शुभकामनाएं।
— Radha Mohan Singh (@RadhamohanBJP) October 17, 2025
उपमुख्यमंत्री श्री @sanghaviharsh जी और गुजरात सरकार के सभी नवनियुक्त मंत्रियों को बधाई और शुभकामनाएं — आपका अनुभव और समर्पण “विकसित गुजरात” के संकल्प को जरूर पूरा करेगा।
माननीय प्रधानमंत्री श्री @narendramodi… pic.twitter.com/F11ZQkP9sa
यह बदलाव गुजरात की राजनीति में एक बड़ा संदेश लेकर आया है, भाजपा ने तीन साल के भीतर लगभग पूरी कैबिनेट को बदलकर यह दिखाया है कि पार्टी संगठन के भीतर युवा नेतृत्व, परफॉर्मेंस और सामाजिक संतुलन को प्राथमिकता दे रही है।
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हर्ष संघवी बने डिप्टी CM- युवा चेहरा, मजबूत संदेश
इस नई कैबिनेट में सबसे पहले शपथ हर्ष संघवी ने ली। उन्हें राज्य का डिप्टी चीफ मिनिस्टर बनाया गया है। पिछली सरकार में हर्ष संघवी गृह राज्य मंत्री के रूप में कार्यरत थे और अपनी कार्यशैली, सख्त निर्णय और युवा नेतृत्व की वजह से काफी लोकप्रिय रहे हैं जिसके चलते अब उन्हें प्रमोशन देकर डिप्टी CM बनाया गया है। उन्हें डिप्टी CM बनाना भाजपा के लिए एक रणनीतिक कदम माना जा रहा है, इससे न सिर्फ युवा वर्ग को प्रतिनिधित्व मिला है बल्कि संगठन में कार्यकर्ताओं को यह संदेश भी गया है कि मेहनत का फल जरूर मिलता है। उनके बाद जीतूभाई वाघाणी और पुरुषोत्तम सोलंकी ने कैबिनेट मंत्री पद की शपथ ली।
गुजरात सरकार के मंत्रिमंडल विस्तार में नव नियुक्त मंत्रियों को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं। मुझे विश्वास है कि आप सभी अपने नए दायित्वों का कुशलतापूर्वक निर्वहन करेंगे और प्रदेश के विकास में महत्वपूर्ण योगदान देंगे।@ajayjamwalbjp@amitmalviya @AmitShah @BJP4India @narendramodi pic.twitter.com/Qj2xkBBNjP
— Dr.Saurabh Singh Jagrit ( मोदी का परिवार) (@JagritSaurabh) October 17, 2025
कैबिनेट में संतुलन और नए चेहरे
गुजरात की इस नई टीम में जातीय और क्षेत्रीय संतुलन का खास ध्यान रखा गया है। कुल 25 मंत्रियों में CM समेत 8 मंत्री पटेल समाज से हैं। 8 OBC मंत्री, 3 SC मंत्री, 4 ST मंत्री और 3 महिला मंत्री हैं। कैबिनेट में 19 नए चेहरे शामिल किए गए हैं। 6 मंत्री ही पिछली टीम से दोबारा शामिल किए गए हैं। यह संतुलन दिखाता है कि भाजपा ने गुजरात के हर वर्ग को प्रतिनिधित्व देने की कोशिश की है ताकि सभी समुदायों में संतुलन बना रहे और राजनीतिक आधार मजबूत हो।
रिवाबा जडेजा की एंट्री – राजनीति में महिला सशक्तिकरण का संकेत
वहीं रिवाबा जडेजा की एंट्री राजनीति में महिला सशक्तिकरण का संकेत देखा जा रहा है, इस बार की कैबिनेट में सबसे चर्चित नाम रहा रिवाबा जडेजा, जो भारतीय क्रिकेटर रवींद्र जडेजा की पत्नी हैं। रिवाबा जामनगर से विधायक हैं और अब उन्हें मंत्री पद की जिम्मेदारी मिली है। उनकी एंट्री ने भाजपा की नई टीम को और भी आकर्षक बना दिया है। रिवाबा के शामिल होने से यह भी संकेत गया है कि भाजपा अब महिला सशक्तिकरण और नयी पीढ़ी के नेतृत्व को लेकर गंभीर है।
श्री @sanghaviharsh जी को गुजरात के उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ग्रहण करने पर हार्दिक बधाई।
— Satish Chandra Dubey (@satishdubeyy) October 17, 2025
आज शपथ लेने वाले गुजरात सरकार के सभी नए मंत्रियों को भी बहुत-बहुत शुभकामनाएँ।
श्री संघवी जी को उनके नए दायित्व के लिए और सभी मंत्रियों को उनके कार्यकाल के लिए शुभकामनाएँ एवं मंगलकामनाएँ।… pic.twitter.com/5kli30aVOQ
नई कैबिनेट की प्रमुख सूची
- भूपेंद्र पटेल (मुख्यमंत्री)
- हर्ष संघवी (डिप्टी CM)
- अर्जुन मोढवाडिया
- रिवाबा जडेजा
- कनुभाई देसाई
- परशोत्तम सोलंकी
- जीतूभाई वाघाणी
- कांति अमृतिया
- कौशिक वेकरिया
- दर्शनाबेन वाघेला
- डॉ. जयराम गामित
- त्रिकमभाई छांगा
- ईश्वरसिंह पटेल
- मनीषा वकील
- प्रवीण माली
- संजयसिंह महीडा
- कमलेश पटेल
- रमन सोलंकी
- रमेश कटारा
- प्रफुल पैंसेरिया
- नरेश पटेल
- पीसी बरंडा
- स्वरूपजी ठाकोर
- कुँवरजी बावलिया
- ऋषिकेश पटेल
इनमें से कई मंत्री पहले संगठन में सक्रिय पदों पर रहे हैं, जबकि कई नए चेहरे पूरी तरह से ग्राउंड-लेवल वर्कर से उभरे हैं।
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क्यों बदली पूरी कैबिनेट?
गुजरात में भाजपा ने एक साहसिक कदम उठाते हुए तीन साल में लगभग पूरी कैबिनेट बदल दी। गुरुवार को सभी 16 मंत्रियों से इस्तीफा लिया गया, और शुक्रवार को नई टीम ने शपथ ली। इस बदलाव के पीछे मुख्य 5 वजहें मानी जा रही हैं:
स्ट्रेटेजिक रीसेट: पार्टी नए चेहरों को मौका देना चाहती थी। पार्टी चाहती थी कि 2027 विधानसभा चुनाव से पहले पूरी टीम को नया रूप दिया जाए। सभी पुराने मंत्रियों से इस्तीफा लेकर नए चेहरों को अवसर दिया गया ताकि जनता के बीच एक नई ऊर्जा और भरोसा बने।
कमजोर परफॉर्मेंस: कुछ मंत्रियों का कामकाज जनता को पसंद नहीं आया। जिसके चलते पार्टी का मानना था कि जनता अब नए और कार्यकुशल नेताओं को देखना चाहती है।

जातीय संतुलन: समाज के हर वर्ग को प्रतिनिधित्व देना जरूरी था। गुजरात में पटेल समुदाय हमेशा भाजपा का मजबूत आधार रहा है। नए मंत्रिमंडल में इस समुदाय को अधिक प्रतिनिधित्व देकर पार्टी ने जातीय समीकरण मजबूत किए हैं।
स्थानीय चुनाव की तैयारी: नगर निकाय चुनाव जल्द आने वाले हैं। आने वाले महीनों में गुजरात में नगर निगम और पंचायत चुनाव होने हैं। भाजपा चाहती है कि जनता में नई ऊर्जा और उत्साह बना रहे।
2027 विधानसभा चुनाव की रणनीति: पार्टी ने अभी से 2027 की तैयारी शुरू कर दी है। नए चेहरों के जरिए पार्टी आने वाले चुनाव में “नई सोच, नया नेतृत्व” का संदेश देना चाहती है।
मोदी-शाह की गाइडेंस में बनी टीम
इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह ने गुजरात भाजपा नेतृत्व के साथ लंबी बैठक की थी। बैठक में निर्णय हुआ कि पार्टी संगठन में नए, ऊर्जावान और जमीनी कार्यकर्ताओं को शामिल किया जाए। इस बैठक में कैबिनेट विस्तार, संगठन में बदलाव और नए चेहरों की नियुक्ति पर चर्चा की गई थी।
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पीएम मोदी ने निर्देश दिए कि सभी नए मंत्री दिवाली से पहले जनता से जुड़ें और राज्य में विकास योजनाओं को तेज गति से आगे बढ़ाएं। साथ ही मोदी ने स्पष्ट कहा था कि “जो जनता के बीच रहे, उन्हीं को जिम्मेदारी मिले।” इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह ने गुजरात भाजपा नेतृत्व के साथ लंबी बैठक की थी। ऐसे में भूपेंद्र पटेल की नई टीम मोदी-शाह की इस सोच को साकार करती है — “युवा, ऊर्जावान और जनता से जुड़े नेता ही असली प्रतिनिधि हैं।”
गुजरात सरकार के मंत्रिमंडल विस्तार के अवसर पर नव-नियुक्त सभी मंत्रियों को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएँ💐
— Sampatiya Uikey (@SampatiyaUikey) October 17, 2025
हमें पूर्ण विश्वास है कि आदरणीय प्रधानमंत्री श्री @narendramodi जी के दूरदर्शी मार्गदर्शन और माननीय मुख्यमंत्री श्री @Bhupendrapbjp जी के गतिशील नेतृत्व में नवनियुक्त… pic.twitter.com/5KouxVQ54P
मुख्यमंत्री ने खुद दी जानकारी
बतादें कि गुजरात के मुख्यमंत्री ने खुद फोन करके विधायकों को मंत्री बनने की जानकारी दी। उन्हें कहा गया- “आपको कल शपथ लेनी ही होगी।” इसके बाद गुजरात भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष जगदीश विश्वकर्मा ने भी सभी को औपचारिक सूचना दी।
फेरबदल के पीछे राजनीति का गणित
यह फेरबदल केवल प्रशासनिक नहीं बल्कि पूरी तरह राजनीतिक रणनीति पर आधारित है। क्योंकि भाजपा का लक्ष्य है- पुराने कार्यकर्ताओं को सम्मान देना, नए युवाओं को मौका देना, और जनता में यह विश्वास बनाए रखना कि सरकार काम कर रही है। बताते चले कि गुजरात में भाजपा 1995 से लगातार सत्ता में है। इतने लंबे शासन के बाद भी जनता में असंतोष कम है, इसका कारण है – लगातार बदलाव और परफॉर्मेंस पर फोकस।

रिवाबा जडेजा ने क्या कहा?
वहीं रिवाबा जडेजा ने शपथ के बाद कहा – “मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल की आभारी हूं जिन्होंने मुझ पर भरोसा जताया। मैं अपने क्षेत्र और राज्य की जनता की सेवा पूरी निष्ठा से करूंगी।” उनके शामिल होने से भाजपा को महिला मतदाताओं के बीच एक मजबूत चेहरा मिला है।
समाजिक समीकरण पर भाजपा की नजर
भाजपा का ध्यान केवल सरकार गठन पर नहीं बल्कि आगामी सामाजिक समीकरणों पर भी है। नए मंत्रियों की नियुक्ति में सभी प्रमुख समुदायों- पटेल, ओबीसी, दलित, आदिवासी और महिलाओं को जगह दी गई है। इससे पार्टी ने यह स्पष्ट किया है कि वह समग्र समाज की पार्टी है।
निष्कर्ष:
The voice of hind
गुजरात की भूपेंद्र पटेल सरकार 3.0 एक युवा, ऊर्जावान और रणनीतिक सोच पर आधारित है। डिप्टी CM के रूप में हर्ष संघवी और मंत्री के रूप में रिवाबा जडेजा की एंट्री ने कैबिनेट को और आकर्षक बना दिया है। भाजपा ने यह साफ कर दिया है कि वह सिर्फ सत्ता में बने रहना नहीं चाहती, बल्कि जनता के बीच अपनी पकड़ और मजबूत करना चाहती है। ये सभी संकेत हैं कि पार्टी आने वाले वर्षों में 2027 विधानसभा चुनाव को लेकर बहुत गंभीर है। वहीं नई कैबिनेट से जनता को उम्मीद है कि यह टीम विकास, पारदर्शिता और प्रशासनिक कुशलता का नया उदाहरण पेश करेगी।

