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मेक इन इंडिया अभियान पर मोदी बोले- ‘चिप से जहाज तक’ स्वदेशी निर्माण का प्लान

Make In India: देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज गुरुवार को नोएडा में उत्तर प्रदेश इंटरनेशल ट्रेड शो 2025 का उद्घाटन करने के दौरान घरेलू उत्पादन पर सरकार के प्रयास को दोहराया। पीएम ने नोएडा में उद्घाटन के दौरान अपने संबोधन में मेक इन ​इंडिया के अपने प्रयासों को एक बार फिर से दोहराया और कहा कि देश अब घरेलू प्रोडक्शन पर जोर दे रहा है।

चिप से जहाज तक’ स्वदेशी निर्माण

मोदी ने कहा- सरकार ‘मेक इन इंडिया’ पहल के तहत काफी प्रयास कर रही है। हम ‘चिप से लेकर जहाज तक’ भारत में निर्माण करना चाहते हैं। ‘मेक इन इंडिया’ की 11वीं वर्षगांठ पर उन्होंने कहा- सरकार एक “वाइब्रेंट डिफेंस सेक्टर” विकसित कर रही है, एक ऐसा इकोसिस्टम बना रही है जहां हर कंपोनेंट पर ‘मेड इन इंडिया’ का निशान हो।

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पीएम मोदी ने आगे कहा – इंडियन डिफेंस फॉर्सेस ‘स्वदेशी’ बनना चाहते हैं और दूसरे देशों पर निर्भरता कम करना चाहते हैं। हम एक ऐसा इकोसिस्टम बना रहे हैं जहां हमारे हथियारों के हर हिस्से पर ‘मेड इन इंडिया’ लिखा हो। उन्होंने कहर कि सरकार रूस के सहयोग से उत्तर प्रदेश में स्थापित एके-203 राइफलों का उत्पादन भी शुरू करने वाली है। मोदी ने घोषणा की कि उत्तर प्रदेश में एक डिफेंस कॉरिडोर भी स्थापित किया जा रहा है।

मेक इन इंडिया से होगा विकसित भारत- उद्योग मंत्री

वहीं गुरूवार को मेक इन इंडिया अभियान के 11 साल पूरा होने वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने ‘मेक इन इंडिया’ अभियान को भारत के विनिर्माण क्षेत्र का पुनरोत्थान बताते हुए कहा – भविष्य में भारत इस क्षेत्र में दुनिया का नेतृत्व करेगा। उन्होंने सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए कहा- अब तक, मेक इन इंडिया की कहानी पुनरुत्थान की कहानी है। आने वाले दशक आत्मनिर्भर और विकसित भारत के माध्यम से वैश्विक नेतृत्व की कहानी लिखेंगे।”

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गोयल ने कहा- उत्पादन से जुड़ी प्रोत्साहन (पीएलआई) योजना ने बड़े पैमाने पर निवेश और रोज़गार पैदा किए हैं, जबकि युवाओं और महिलाओं के उत्साह और ऊर्जा से प्रेरित जीवंत स्टार्टअप इकोसिस्टम ने भारत को दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा नवाचार केंद्र बना दिया है।

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मेक इन इंडिया ने भारत को महाशक्ति में बदला

उन्होंने कहा “यह यात्रा हमारे उद्योग, एमएसएमई, स्टार्टअप्स, उद्यमियों और स्वदेशी की भावना को अपने हृदय में धारण करने वाले प्रत्येक नागरिक के सामूहिक प्रयास से संभव हुई है। ग्यारह साल पहले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भारत की विनिर्माण क्षमता को पुनर्जीवित करने के उद्देश्य से ‘मेक इन इंडिया’ की शुरुआत की थी। आज मुझे यह कहते हुए गर्व हो रहा है कि इस दृष्टिकोण ने भारत को एक वैश्विक विनिर्माण महाशक्ति में बदल दिया है।”

वाणिज्य मंत्री ने कहा – इन वर्षों में रिकॉर्ड प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) प्रवाह, व्यापार सुगमता में व्यापक सुधार, वैश्विक स्तर पर दूसरे सबसे बड़े मोबाइल निर्माता के रूप में हमारी उन्नति, बढ़ते निर्यात और रक्षा उत्पादन का विस्तार ये सभी दर्शाते हैं कि आज का भारत इस मार्ग पर कितना आगे बढ़ चुका है।

मेक इन इंडिया अभियान पर मोदी बोले- ‘चिप से जहाज तक’ स्वदेशी निर्माण का प्लान

उन्होंने कहा कि उत्पादन-आधारित प्रोत्साहन (पीएलआई) योजना ने बड़े पैमाने पर निवेश और रोज़गार सृजित किए हैं, जबकि हमारे युवाओं और महिलाओं के उत्साह और ऊर्जा से प्रेरित देश के जीवंत स्टार्टअप इकोसिस्टम ने भारत को दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा नवाचार केंद्र बना दिया है।

यूपी में बनते हैं 55 फीसदी मोबाइल

पॉलिसी को आसान बनाने के तहत सरकार ने ऐसे कई नियमों को अपराधमुक्त कर दिया है जिनके तहत व्यापार में छोटी-छोटी गलतियां करने पर भी लोगों के खिलाफ मामले दर्ज किए जाते थे। ‘मेक इन इंडिया’ मिशन में उत्तर प्रदेश के योगदान पर प्रकाश डालते हुए, मोदी ने कहा कि भारत में निर्मित सभी मोबाइल फोन में से 55 फीसदी उत्तर प्रदेश में बनते हैं।

उत्तर प्रदेश सेमीकंडक्टर सेक्टर में भारत की आत्मनिर्भरता को मजबूत करेगा। अपने ‘मेक इन इंडिया’ मिशन के तहत, सरकार ने तकनीकी मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर में आत्मनिर्भरता बढ़ाने के लिए 76,000 करोड़ रुपए का सेमीकंडक्टर मिशन पेश किया। हाल ही में केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने सेमीकॉन इंडिया 2025 के उद्घाटन के दौरान मोदी को पहली ‘मेड इन इंडिया’ सेमीकंडक्टर चिप भेंट की थी।

भारत दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा मोबाइल फोन निर्माता

पिछले 11 वर्षों में इलेक्ट्रॉनिक्स प्रोडक्शन 1.9 लाख करोड़ रुपए से बढ़कर 11.3 लाख करोड़ रुपए हो गया है, और भारत अब दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा मोबाइल फोन निर्माता बन गया है। डिफेंस सेक्टर में आत्मनिर्भरता बढ़ाने के मिशन के तहत, रक्षा उपकरणों का घरेलू उत्पादन 46,430 करोड़ रुपए से 225 फीसदी बढ़कर 1.5 लाख करोड़ रुपए से अधिक हो गया है। दुनिया की सबसे तेज सुपरसोनिक क्रूज मिसाइलों में से एक ब्रह्मोस, स्वदेशी रूप से विकसित की गई है। पूरी तरह से आत्मनिर्भर बनने की राह पर ब्रह्मोस के 75 फीसदी पुर्जे अब भारत में निर्मित होते हैं।

https://www.tv9hindi.com/business/from-chips-to-ships-everything-will-be-manufactured-in-country-pm-modi-told-world-about-make-in-india-plan-3497861.html

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