उत्तर प्रदेशचुनाव

अखिलेश यादव ने चुनाव आयोग को भेजा कफन EC मर गया है, BJP का वार…

Milkipur Bypolls 2025: यूपी के मिल्कीपुर में विधानसभा उपचुनाव के लिए बुधवार को वोटिंग हुई जिसमें बीजेपी और सपा के बीज जमकर टक्कर हैं। जहां एक तरफ सपा सांसद अवधेश प्रसाद के बेटे यहां से चुनाव लड़ रहे हैं जिसमें चुनावी दांव पर अवधेश की साख लगी हुई है वहीं दूसरी तरफ बीजेपी के चंद्रभानु पासवान चुनावी मैदान में उतरे हुए हैं। ऐसे में अब नतीजों का इंतजार है। बताते चले कि इस सीट पर नतीजे 8 फरवरी को आएंगे।

नतीजे का है इंतजार

आपको बतादें कि मिल्कीपुर उपचुनाव के बाद यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने भारत निर्वाचन आयोग को लेकर विवादित टिप्पणी की है। जैसा कि हम सभी जानते है कि उत्तर प्रदेश स्थित अयोध्या में मिल्कीपुर विधानसभा सीट पर उपचुनाव के लिए मतदान संपन्न हो गए हैं और अब नतीजों का इंतजार है जो कि 8 फरवरी को आएंगे।

उपचुनाव के बाद अखिलेश यादव की टिप्पणी

बताते चले कि मिल्कीपुर विधानसभा उपचुनाव को लेकर लगे आरोपों में वोटिंग के बाद यूपी के सपा पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने चुनाव आयोग को लेकर टिप्पणी करते हुए गुरुवार को कहा – चुनाव आयोग मर चुका है। हमें सफेद कपड़ा भेंट करना पड़ेगा। वहीं इस बयान के बाद अखिलेश यादव सपा सांसदों के साथ एक ‘कफन’ जिसपर चुनाव आयोग लिखा था, को पकड़ कर फोटो खीचाते नजर आए।

अखिलेश यादव ने कहा- यह बीजेपी का चुनाव लड़ने का तरीका है। चुनाव आयोग मर गया है, हमें सफेद कपड़ा भेंट करना पड़ेगा। दरअसल, सपा मिल्कीपुर में फर्जी वोटिंग और बूथ से पोलिंग एजेंट को बाहर निकाले जाने का आरोप लगा रही है। इसे लेकर 5 नेताओं का एक प्रतिनिधिमंडल लखनऊ में चुनाव आयोग से भी मिला था। प्रदेश अध्यक्ष श्याम लाल पाल के नेतृत्व में प्रतिनिधिमंडल मुख्य निर्वाचन अधिकारी से शिकायत की।

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‘चुनाव आयोग ने बीजेपी को खुली छूट दी’

इससे पहले अखिलेश यादव बीजेपी पर लोकतांत्रिक प्रक्रिया को कमजोर करने और उपचुनाव में धांधली करने का आरोप लगाए थे। उन्होंने निर्वाचन आयोग से कार्रवाई की भी मांग की थी। सपा प्रमुख ने आरोप लगाया, बीजेपी ने मिल्कीपुर में बेईमानी के लिए हर तरह के हथकंडे अपनाए। बीजेपी ने मिल्कीपुर उपचुनाव को प्रभावित करने के लिए अराजकता की पुलिस-प्रशासन का उन्हें खुला संरक्षण मिला। पुलिस-प्रशासन ने बीजेपी को खुली छूट देकर चुनाव आचार संहिता का घोर उल्लंघन किया।

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अखिलेश यादव ने आगे कहा कि फर्जी मतदान करते हुए कुछ लोगों को समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी अजीत प्रसाद ने स्वयं पकड़ा। उन्होंने कहा- रायपट्टी अमानीगंज में फर्जी वोट डालने की बात अपने मुंह से कहने वाले ने साफ कर दिया कि बीजेपी सरकार में अधिकारी किस तरह से धांधली में लिप्त हैं। निर्वाचन आयोग को और क्या सबूत चाहिए।

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सांसद चद्रशेखर ने बीजेपी पर साधा निशाना

सपा सांसद जियाउर्रहमान बर्क और नगीना ने भी धांधली के आरोप लगाए और बीजेपी पर निशाना साधा हैं। उन्होंने कहा- मिल्कीपुर में भाजपा ने लोकतंत्र का गला घोंटा है। जिस तरह से सरकारी मशीनरी सत्ता के आगे झुक गई है, वोटों को प्रभावित करने, मतदान में देरी करने, लोगों को धमकाने, वोट न डालने देने का पाप, जो उत्तर प्रदेश सरकार ने किया है, वह अपराध है। सत्ता में रहकर उन्हें लगता है कि वे कभी नहीं जाएंगे लेकिन जिस तरह से वे लोकतंत्र की हत्या कर रहे हैं, आने वाले समय में जनता उन्हें जवाब देगी। इतना सब होने के बाद भी मिल्कीपुर में हो सकता है कि नतीजे भाजपा को सबक सिखा दें।’

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मिल्कीपुर विधानसभा उपचुनाव पर सपा सांसद जिया उर रहमान बर्क ने भी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि, ‘इन चुनावों में गड़बड़ी हुई है। हमारी पार्टी इसकी शिकायत करती रही है। हमारे पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने भी सोशल मीडिया पर यही कहा है। पुलिस की मदद से चुनावों में गड़बड़ी की जा रही है… लेकिन हमें पूरा भरोसा है कि सपा इन सबसे उबरकर चुनाव जीतेगी।’

सपा के आरोपों पर बीजेपी का पलटवार

वहीं सपा के द्वारा लगाये गए आरोपी का बीजेपी ने भी पलटवार करते हुए जवाब दिया हैं। आरोपों पर भारतीय जनता पार्टी ने कहा – अखिलेश यादव मिल्कीपुर निर्वाचन क्षेत्र में पार्टी के खराब प्रदर्शन के बाद प्रचार की राजनीति में शामिल हो रहे हैं। इसके साथ ही बीजेपी प्रवक्ता राकेश त्रिपाठी ने कहा – समाजवादी पार्टी मिल्कीपुर में अपनी हार के बाद हताशा में झूठ फैला रही है। अखिलेश यादव प्रचार की राजनीति के चैंपियन बन गए हैं, जो झूठे ऑडियो, वीडियो और तस्वीरों के माध्यम से अपनी हार का दोष दूसरे पर मढ़ने का प्रयास कर रहे हैं।

इसके साथ ही उन्होंने कहा – उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री हार के लिए इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों (ईवीएम) को दोषी ठहराएंगे, जैसा कि पिछले चुनावों में अक्सर होता रहा है। बीजेपी ने धांधली के सभी आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि मिल्कीपुर उपचुनाव निष्पक्ष और पारदर्शी तरीके से कराया गया।

बीजेपी सांसद पात्रा का अखिलेश यादव पर वार

इसी के साथ ही सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के चुनाव आयोग पर दिए गए बयानों को लेकर बीजेपी सांसद संबित पात्रा ने पलटवार करते हुए कहा- “… संसद सत्र शुरू होते ही समाजवादी पार्टी ने सारी मर्यादाएं तोड़ दीं और अध्यक्ष के सामने चुनाव आयोग का जनाज़ा पेश कर दिया…भारत की संसदीय कार्यवाही में ऐसा कुकृत्य अब तक कभी नहीं हुआ था। चुनाव आयोग एक संवैधानिक संस्था है और उसे मृत घोषित करना और उसके लिए जनाज़ा पेश करना लोकतंत्र पर कुठाराघात है। भाजपा मांग करती है कि अन्य विपक्षी दलों का रुख स्पष्ट होना चाहिए और समाजवादी पार्टी और अखिलेश यादव को संसद में इस कुकृत्य के लिए माफ़ी मांगनी चाहिए…”

“चुनाव आयोग एक महत्वपूर्ण संवैधानिक संस्था है। समाजवादी पार्टी के मुखिया द्वारा चुनाव आयोग तथा उसके कमिश्नर को मृत बताना और उनके लिए कफ़न प्रस्तुत करना यह अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है। समाजवादी पार्टी का यह कुकृत्य लोकतंत्र की हत्या करने जैसा है।”

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