BPSC पेपर लीक! परीक्षार्थियों के आरोपों पर अधिकारियों ने दिखाई सच्चाई
अभ्यार्थियों के हंगामे के बाद प्रशासन और बीपीएससी अधिकारी मौके पर पहुँचकर स्थिति को नियंत्रित करने का प्रयास कर रहे हैं।
BPSC Exam: बिहार में आयोजित 70वीं बीपीएससी प्रीलिम्स की परीक्षा में प्रश्न पत्र को लेकर परीक्षार्थियों ने शुक्रवार को हंगामा कर दिया। यह हंगामा और विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा हैं। वहीं अभ्यर्थियों ने प्रश्न पत्र वायरल का आरोप लगाया है। बताते चले कि यह हंगामा पटना के कुम्हरार के बापू परीक्षा भवन में अभ्यर्थियों ने किया हैं। हालांकि आयोग ने प्रश्न पत्र वायरल होने के आरोपों का खंडन किया है।
सड़क पर उतरें परीक्षार्थी
आपको बता दें कि पटना के बापू परीक्षा भवन में 70वीं बीपीएससी परीक्षा के दौरान प्रश्न पत्र को लेकर अभ्यर्थियों ने हंगामा कर दिया इसके साथ ही परीक्षार्थियों ने प्रश्न पत्र वायरल होने का आरोप लगाया और सड़क पर उतरकर प्रदर्शन भी किया हैं। बता दें कि बीपीएससी 70वीं की प्रीलिम्स परीक्षा के लिए 36 जिले में परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं। वहीं अभ्यार्थियों के हंगामे के बाद प्रशासन और बीपीएससी अधिकारी मौके पर पहुँचकर स्थिति को नियंत्रित करने का प्रयास कर रहे हैं।
बीपीएससी चेयरमैन ने बताई सफाई
बीपीएससी चेयरमैन रवि मनु भाई परमार ने BPSC की 70वीं संयुक्त परीक्षा लीक के आरोपों पर सफाई दी, उन्होंने कहा कि किसी सेंटर से कोई पेपर लीक नहीं हुआ है। पेपर लीक की बात बिल्कुल गलत है’ उन्होंने यह भी कहा कि ‘किसी ने पेपर लीक होने की शिकायत नहीं की है। आयोग के लोग सेंटर पर गए थे, वहां बात करने में समझ आया कि कुछ कैंडिडेट्स ने अफवाह फैलाई की पेपर वायरल हो गया है।’
परमार ने कहा, ‘सोचने वाली बात यह है कि बिना मोबाइल-बिना इंटरनेट के पेपर कैसे वायरल हो सकता है, कैंडिडेट्स सेंटर के अंदर हंगामा करने लगे और पेपर छीनकर बाहर निकल गए, बाकी लोगों को भी भड़काया गया।’
जानें क्या-क्या लगे BPSC पर आरोप
- बताते चले बिहार लोक सेवा आयोग की 70वीं पीटी परीक्षा शुक्रवार को 912 परीक्षा केंद्रों पर आयोजित है, इसी दौरान इसी दौरान पटना के बापू परीक्षा केन्द्र में पेपर लीक होने का हंगामा किया गया, इसके साथ ही नाराज अभ्यर्थियों का आरोप है कि 1 बजे के बाद प्रश्न पत्र वायरल हुआ है।
- पेपर लीक होने को लेकर नाराज अभ्यर्थियों ने बताया कि उन्हें प्रश्न पत्र देरी से दिया गया, अभ्यर्थियों ने साढ़े बारह बजे पेपर देने का आरोप लगाया है और कुछ अभ्यर्थी परीक्षा केंद्र से बाहर आकर हंगामा करने लगे।
- परीक्षार्थियों ने प्रश्न पत्र वायरल होने का आरोप लगाया है। तो बीपीएससी अभ्यर्थियों की खबर सुनकर जिला प्रशासन और बीपीएससी के अधिकारी परीक्षा केंद्र पहुंचे।
- छात्रों का आरोप है कि समय पर उन्हें प्रश्न नहीं मिला, इस कारण वो परीक्षा केंद्र से बाहर निकल गए।
बीपीएससी ने आरोपों का किया खंडन
- वहीं अभ्यर्थियों के आरोपों का बीपीएससी ने खंडन करते हुए कहा- इस तरह की अफवाह किसी की शरारत है।
- अधिकारीयों का कहना है कि परीक्षा सीसीटीवी कैमरे की निगरानी में ली जा रही है और इसके लिए 25000 से अधिक सीसीटीवी कैमरे का इस्तेमाल किया गया है। इसके साथ ही बीपीएससी मुख्यालय में बने कमांड कंट्रोल सेंटर में सभी परीक्षा केंद्रों की लाइव मॉनिटरिंग की जा रही है, मॉनिटरिंग को लेकर के हर जिला के अलग-अलग डेस्क बने हुए हैं, जहां टेक्निकल स्टाफ उसे जिले के परीक्षा केंद्रों की मॉनीटरिंग कर रहे हैं।
- आयोग का दावा है कि किसी शरारती तत्व ने यह हरकत की है। आयोग की ओर से शरारती तत्वों से सख्ती से निपटने की बात कही गई है।
- कमांड कंट्रोल सेंटर में मौजूद अधिकारी परीक्षा व्यवस्था पर नजर बनाए हुए हैं, टेक्निकल टीम को जहां कहीं भी दिख रहा है कि बच्चे आपस में पूछताछ कर रहे हैं या कोई गड़बड़ी कर रहे हैं तो अधिकारियों को सूचना दे रहे हैं। सूचना मिलने पर अधिकारी तुरंत उसे परीक्षा केंद्र पर फोन लगाकर वहां के सेंटर सुपरिंटेंडेंट को उक्त परीक्षा हॉल में जाकर स्थिति को देखने को कह रहे हैं।
2031 पदों पर वैकेंसी: अगर कोई अभ्यर्थी कुछ गड़बड़ी कर रहे हैं तो उसकी रिकॉर्डिंग भी रख ली जा रही है ताकि आगे इस पर कार्रवाई हो सके, परीक्षा में इस बार छात्रों की उपस्थिति काफी कम रही है। बीपीएससी के इतिहास में सिविल सर्विसेज परीक्षा की या सबसे बड़ी वैकेंसी है, 2031 पदों पर यह वैकेंसी है, जिसके लिए 4.80 लाख अभ्यर्थियों ने आवेदन किया था।