चार धाम की यात्रा में है या बना रहे है प्लान, तो हो जाएं सावधान, जरूर पढ़ें यह निर्देश
दरअसर मिली जानकारी के मुताबिक अब चारों धामों में मंदिर परिसर के अंदर मोबाइल ले जाने पर बैन लगा दिया गया है।
Chardham Yatra : चार धाम की यात्रा के लिए भक्तों का सैलाब उमड़ता जा रहा है। वहीं भक्तों की बढ़ती भीड़ को देखते हुए अब चार धाम 2024 से जूड़ी बड़ी खबरे सामने आ रही है। यह जानकारी आप सभी के लिए बहुत ही जरूरी है अगर आप यात्रा करने जा रहे है तो या फिर आप अगर यात्रा के रास्ते में है तो यह खबर आप जरूर ही पढ़े।
मोबाइल पर लगा बैन
दरअसर मिली जानकारी के मुताबिक अब चारों धामों में मंदिर परिसर के अंदर मोबाइल ले जाने पर बैन लगा दिया गया है। बताते चले कि केदारनाथ, बद्रीनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री धाम में मंदिरों के अंदर अब श्रद्धालु अपने मोबाइल नहीं ले जा सकेंगे। इतना ही नहीं अब श्रद्धालु चारों धामों में मंदिर की 200 मीटर की रेंज में भी मोबाइल नहीं ले सकेंगे, क्योंकि इस पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। यह आदेश उत्तराखंड की चीफ सेक्रेटरी राधा रतूड़ी ने जारी किया हैं।
रजिस्ट्रेशन पर लगी है रोक
वहीं अगर आप चारधाम यात्रा के लिए निकल रहे हैं, या निकलने वाले है तो बता दें कि बढ़ती भीड़ को देखते हुए अभी दो दिन के लिए रजिस्ट्रेशन बंद कर दिए गए हैं। इसलिए अगर आप भी चारधाम की यात्रा का प्लान बना रहे है तो अभी थम जाएं जब तक भीड़ काबू में ना आ जाएं। क्योंकि की यात्रा में आएं लोग भीड़ बढ़ जाने के कारण कहीं जाम में फंसे हुए हैं, तो वहीं कुछ लोग यात्रा में बढ़ती भीड़ को देखते हुए घर तक वापस भी लौट रहे है।
वहीं चारधाम यात्रा को व्यवस्थित करने के लिए दो दिन यानि की ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन 15 और 16 मई के लिए बंद कर दिए गए हैं। बताते चले कि अभी तक 3 लाख 37 हजार यात्री चार धाम के दर्शन कर चुके हैं। बताते चले कि यह रजिस्ट्रेशन हरिद्वार और ऋषिकेश में हो रहे थे, जो बढ़ती भीड़ के कारण रोक दिए गए है। जिससे कि श्रद्धालुओं को परेशानी ना हो। बताते चले कि चारधाम यात्रा के लिए अब तक 27 लाख से अधिक पंजीकरण हो चुके हैं।
चार धाम में श्रद्धालुओं के लिए व्यवस्था
- चारधाम यात्रा पर जाने से पहले भीड़ का भी ध्यान रखें इसके बाद ही अपना रजिस्ट्रेशन जरूर करा लें।
- बढ़ती भीड़ के चलते प्रशासन भी व्यवस्था को लेकर काफी परेशान हो चुकी है क्योंकि ऋषिकेश में हर होटल बुक हो चुके हैं इसलिए यात्रियों को रात गुजारने के लिए प्रशासन ने ऋषिकेश में रुके तीर्थयात्रियों के लिए ट्रांजिट कैंप में हैंगर और टेंट के अलावा धर्मशालाओं, स्कूलों और वेडिंग पॉइंट में रुकने का इंतजाम किया है।
- प्रशासन श्रद्धालुओं के लिए खाने-पीने की भी व्यवस्था की जा रही है, इसके साथ ही धाम में फंसे लोगों की मदद करने के लिए सामाजिक संस्थाए श्रद्धालुओं के लिए फ्री भोजन सर्विस दे रही हैं। यह फ्री खाने की सेवा लगातार चलती रहेगी।
- बताते चले कि भीड़ के कारण कई श्रद्धालुओं की दम घुटने से मौत भी हो चुकी है। इसलिए अगर आप भी दर्शन करने जा रहे है तो अपना चेकअप जरूर करा लें। क्योंकि धाम की खड़ी चढ़ाई है, गर्मी है, इसके साथ ही बदलते मौसम से लोगों के हालत भी बिगड़ रही हैं, जिसके चलते बदलते तापमान का सीधा असर शरीर पड़ता है।
- ध्यान दें कि धाम में अपना निजी वाहन का उपयोग कम करें। कोशिश करें यहां के ट्रांसपोर्ट का ही यूज करें।
- यात्रा के प्रत्येक पड़ाव पर यात्रियों के लिए भोजन, पानी, शौचालय आदि की अच्छी व्यवस्था की गई है।
Note: बतादें कि यह चारधाम यात्रा हैं ना कि कोई पिकनिक स्पॉट है, इसलिए कोशिश करें यहां रील्स ना बनाएं और धाम में हुड़दंग मचाने से बचें।
सचिवालय ने की अधिकारियों से बैठक
वहीं चार धाम के लिए सीएम धामी ने सचिवालय में अहम बैठक बुलाई। जिसमे उन्होंने दिशा-निर्देश जारी किए थे। धामी की वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से उत्तरकाशी, रुद्रप्रयाग, चमोली के जिला अधिकारी भी इस बैठक में जुड़े। वहीं इससे पहले सुबह मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने चारधाम यात्रा को लेकर जरूरी जानकारी देते हुए मंदिर से 200 मीटर तक मोबाइल प्रतिबंधित लगा दिया। इसके साथ ही उन्होंने कहा- नियमों का पालन नहीं करने पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
वहीं बैठक के दौरान सीएम धामी ने कहा- "श्रद्धालु चारधाम यात्रा के लिए आ रहे हैं। इस दौरान कई लोग ऐसे भी पहुंच रहे जो आस्था नहीं बल्कि केवल घूमने के लिए आ रहे हैं और उनकी कुछ हरकतों की वजह से लोगों की आस्था को ठेस पहुंच रही है। कहा कि इस बात का विशेष ध्यान देने की जरूरत है कि यहां आस्था को कोई ठेस न पहुंचाया। धार्मिक भावनाएं आहत नहीं होनी चाहिए।"