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खनन माफिया का राज खत्म, ग्राहक घर बैठे कर सकेंगे बजरी, गिट्टी व अन्य लघु खनिज का आर्डर


खान एवं भूतत्व विभाग की ओर से ‘बालू मित्र’ पोर्टल विकसित किया जा रहा है। उक्त पोर्टल के माध्यम से कोई भी इच्छुक व्यक्ति घर बैठे ऑनलाइन बजरी खरीद सकता है।


Bihar: बिहार राज्य में लोग अब घर बैठे ही बजरी, गिट्टी व अन्य लघु खनिज मंगवा सकेंगे इसके लिए अब लोगों को बालू और गिट्टी के लिए लोकल वेंडर या बालू माफिया के पास जाने की जरूरत नहीं है। क्योंकि, राज्य सरकार जल्द ही बालू और गिट्टी से जुड़े काम ऑनलाइन पोर्टल के द्वारा करने जा रही है। इसके लिए बस मोबाइल से ऑर्डर देना होगा। खान एवं भूतत्व विभाग की ओर से ‘बालू मित्र’ पोर्टल विकसित किया जा रहा है। उक्त पोर्टल के माध्यम से कोई भी इच्छुक व्यक्ति घर बैठे ऑनलाइन बजरी खरीद सकता है।

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आपको बतादें कि  सरकार ने पहले ही बालू घाटों की बंदोबस्ती पारदर्शी बनाने का फैसला कर चुकी है। उसके बाद पोर्टल वाला फॉर्मुला निकाला है जिसके जरिए राज्य के लोग बड़े ही आराम से होम डिलीवरी सेवाएं मिलनी शुरू हो जाएगी। इसके लिए बस मोबाइल से ऑर्डर देना होगा। खान एवं भूतत्व विभाग की ओर से ‘बालू मित्र’ पोर्टल विकसित किया जा रहा है। उक्त पोर्टल के माध्यम से कोई भी इच्छुक व्यक्ति घर बैठे ऑनलाइन बजरी खरीद सकता है। ऑर्डर करने के बाद होम डिलीवरी भी की जाएगी।

बताते चले कि इस तरह के मॉडल को तैयार करने के पीछे खनन विभाग का एक ही मकसद है, जो है बालू की कीमतों को नियंत्रित कर कस्टमर को सही कीमत पर दिया जा सके। इसकी मदद से खनन माफिया पर भी लगाम लग जाएगा।

जानें क्या बोले भूतत्व विभाग के मंत्री

बिहार के उपमुख्यमंत्री सह खान एवं भूतत्व विभाग के मंत्री श्री विजय कुमार सिन्हा ने कहा- निजी कार्यों के लिए गैरसरकारी जमीनों की मिट्टी के उपयोग पर अब कोई रोक नहीं होगी । जबकि व्यावसायिक अथवा कार्य विभाग द्वारा उपयोग के लिए नियमानुसार लाइसेंस लेना होगा ।

इसके साथ ही उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा ने कहा- सरकार आम लोगों को उचित मूल्य पर उच्च गुणवत्ता वाला बालू उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध है। इसे सुनिश्चित करने के लिए ‘बालू मित्र’ पोर्टल विकसित किया जा रहा है। राज्य सरकार ने पोर्टल के संचालन के लिए बिहार राज्य खनन निगम लिमिटेड को अधिकृत किया है।

ऑनलाइन ऐसे ऑर्डर कर सकेंगे बजरी

बतादें कि बालू मित्र पोर्टल पर सभी बजरी घाट बंदोबस्तधारी एवं बालू बेचने वाले अनुज्ञप्तिधारियों का निबंधन किया जाएगा। पोर्टल पर बालू की कीमत उपलब्ध रहेगी। क्रेता विक्रय दर की तुलना कर अपनी पसंद का बालू ऑनलाइन ऑर्डर कर सकेंगे। इसी प्रकार ट्रांसपोर्टरों का निबंधन एवं वाहन के प्रकार के अनुसार प्रति किलोमीटर परिवहन किराया भी बालू मित्र पोर्टल पर दर्ज रहेगा। इसके साथ ही आर्डर करने के लिए बालू मित्र पोर्टल पर ग्राहक अपना नाम, पता, बालू का प्रकार एवं उसकी मात्रा आवश्यकतानुसार दर्ज कर ओटीपी के माध्यम से सत्यापन के बाद अपना ऑर्डर बुक कर सकेंगे। ग्राहक संचालित बालू घाटों या भंडारण अनुज्ञप्तिधारियों से सीधे बालू खरीद सकेंगे।

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बताया गया कि नया सिस्टम एक-दो महीने में काम कर सकता है। राज्य के डिप्टी सीएम और खान एवं भूतत्व मंत्री विजय कुमार सिन्हा का कहना है कि ‘बालू मित्र पोर्टल’ पर सभी बालू के घाटों का बंदोबस्त करने वाले और लाइसेंस हासिल कर चुके विक्रेता रजिस्टर्ड रहेंगे। ग्राहक क़ीमत और गुणवत्ता की तुलना कर अपनी पसंद की बालू ऑनलाइन ऑर्डर कर पाएंगे।

ऑनलाइन होगी डिलवरी

बताते चले कि ऑर्डर के कन्फर्म होते ही वाहन का निबंधन नंबर, वाहन मालिक एवं चालक का नाम एवं मोबाइल नंबर एसएमएस के माध्यम से ग्राहक को उपलब्ध करा दिया जाएगा। यह पूरी प्रक्रिया विभाग के बीएसएमसीएल द्वारा संचालित की जाएगी। उक्त वाहनों के ग्राहक तक पहुंचने तक उनकी गतिविधि पर जीपीएस के माध्यम से निगरानी रखी जाएगी। उपमुख्यमंत्री ने बताया कि पोर्टल विकसित करने के लिए बिहार राज्य खनन निगम द्वारा निविदाएं आमंत्रित की गई हैं। एजेंसी के चयन के बाद अगले दो माह में पूरी व्यवस्था लागू कर दी जाएगी।

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ग्राहकों को ऑर्डर रिर्टन करने या कैंसिल की मिलेगी सुविधा

इसके साथ ही, बालू की डिलीवरी करने वाले ट्रांसपोर्टर्स के लिए भी नियम बनाए गए हैं। डिलीवरी में जिन वाहनों का इस्तेमाल होगा, उनकी डिटेल और किराया भी प्रति किलोमीटर की दर से ऑनलाइन पोर्टल पर होगा। बताया गया कि ग्राहक तक बालू पहुंचने में कितना समय लगेगा, इसकी जानकारी होगी। साथ ही, ट्रांसपोर्ट के दौरान वाहनों के आने-जाने की मॉनिटरिंग GPS और वीकल लोकेशन ट्रैकिंग सिस्टम (VLTS) से होगी। इसके साथ ही ग्राहकों को ऑर्डर रिर्टन करने या कैंसिल करने की सुविधा भी मिलेगी। रिफंड का भी ऑप्शन होगा।

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