पीएम जन-धन योजना के करीब 10 करोड़ खाते हुए निष्क्रिय, जानें कैसे करें एक्टिव...
आपको बतादें कि (PM Jan Dhan Yojana) प्रधानमंत्री जनधन योजना के तहत खोले गए 51 करोड़ से अधिक खाते में लगभग 2 करोड़ से अधिक की राशि जमा है। ऐसे में अगर किसी खाता धारक का खाता निष्क्रिय हो गया है तो परेशान होने की जरूरत नहीं है। इस तरह के खाते को दोबारा से चालू करने के लिए खाता धारक को केवाईसी लगा कर दोबारा से खाता चालू कर सकते हैं। बताते चले जनधन खाते के तहत खाताधारकों को एक RuPay डेबिट कार्ड भी मिलता है। इस खाते को आप किसी भी बैंक में जाकर खुलवा सकते हैं। इसके लिए खाता धारक को केवल आधार कार्ड की कॉपी, एक ग्राहक की फोटो और केवाईसी के लिए सुविधा अनुसार ID की जरूरत पड़ेगी।
PM Jan Dhan Yojana : देश को आर्थिक मजबूती देने के लिए और देश की जनता की गरीबी दूर करने के लिए केंद्र सरकार देश की गरीब वर्गो के लिए कई तरह की योजानाएं लाती रहती हैं, ऐसे में देश की जनता की भलाई के लिए और आर्थिक गरीबी को दूर करने के लिए प्रधानमंत्री जनधन योजना (PM Jan Dhan Yojana) केन्द्र सरकार लाई थी आपको बताते चले यह एक ऐसी योजना है, जिसे खास तौर पर कमजोर और आर्थिक रूप से कमजोर लोगों के लिए लाया गया था।
वित्त राज्य मंत्री ने खाते की दी जानकारी
वहीं (PM Jan Dhan Yojana) प्रधानमंत्री जनधन योजना के लिए राज्यसभा में वित्त राज्य मंत्री भागवत कराड (Bhagwat Karad) ने पीएम जनधन योजना के आंकड़े पेश की थी जिसे पेश करते हुए भागवत कराड ने कहा- "देशभर में इस योजना के तहत कुल 51.11 करोड़ से अधिक खाते खोले गए हैं, इसमें से 10 करोड़ ऐसे खाते हैं, जिनमें पिछले कुछ सालों में किसी तरह का ट्रांजैक्शन नहीं हुआ है। जिसके चलते ऐसे खाते निष्क्रिय हो गए हैं।
संसद में उठा करोड़ो का मुद्दा
आपको बताते चले कि हाल ही में संसद में पीएम जनधन योजना और खाते के बारे में अहम जानकारी दी गई थी जिसको लेकर सरकार ने बताया है कि इस स्कीम के तहत देशभर में कुल 51.11 करोड़ से अधिक खाते खोले गए, लेकिन उनमें से 10 करोड़ से अधिक खाते निष्क्रिय हैं, ऐसे में निष्क्रिय खातों की संख्या कुल अकाउंट्स के 20 फीसदी के बराबर हो गई है। कुल निष्क्रिय बैंक अकाउंट में लगभग आधे महिलाओं के हैं।
पीएम जनधन खाते से सरकार था क्या मकसद
आपको बताते दे कि जनधन योजना के पीछे सरकार का अहम मकसद था जिसे देश के दूर-दराज और ग्रामीण इलाके के लोगों को भी बैंक की सेवाओं से जोड़ा जा सके और इस स्कीम के माध्यम से ग्रामीण और आर्थिक गरीब लोग Zero बैलेस का खाता खुलवा सके, जिससे सरकार द्वारा दी जा रही डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर के जरिए लाभार्थियों के खाते तक पैसे पहुंचाने में इस स्कीम से अहम भूमिका निभाई जा रही थी। लेकिन उनमें से 10 करोड़ से अधिक खाते निष्क्रिय हैं, ऐसे में निष्क्रिय खातों की संख्या कुल अकाउंट्स के 20 फीसदी के बराबर हो गई है।
जानें क्यों खाते हुए निष्क्रिय?
1 - Zero बैलेस के खाते निष्क्रिय होने के पीछे भी वित्त राज्य मंत्री भागवत कराड ने पीएम जनधन खाते के निष्क्रिय होने के पीछे कई कारण बताए हैं।
2 - इसमें खाताधारकों का कोई सीधा संबंध नहीं है।
3 - कई बार लंबे वक्त तक खाते में किसी तरह का लेनदेन न होने की स्थिति में वह निष्क्रिय हो जाता है।
4 - आरबीआई के नियमों के मुताबिक अगर किसी खाते में दो साल से अधिक वक्त तक कोई लेनदेन नहीं होता है तो ऐसे अकाउंट खुद से निष्क्रिय यानी इनएक्टिव हो जाता है। वित्त राज्य मंत्री की मानें तो निष्क्रिय पीएम जनधन खाते की संख्या को कम करने के लिए सरकार की तरफ से प्रयास किए जा रहे हैं।
पीएम जनधन योजना के निष्क्रिय खाते को कैसे करें चालू
आपको बतादें कि (PM Jan Dhan Yojana) प्रधानमंत्री जनधन योजना के तहत खोले गए 51 करोड़ से अधिक खाते में लगभग 2 करोड़ से अधिक की राशि जमा है। ऐसे में अगर किसी खाता धारक का खाता निष्क्रिय हो गया है तो परेशान होने की जरूरत नहीं है। इस तरह के खाते को दोबारा से चालू करने के लिए खाता धारक को केवाईसी लगा कर दोबारा से खाता चालू कर सकते हैं। बताते चले जनधन खाते के तहत खाताधारकों को एक RuPay डेबिट कार्ड भी मिलता है। इस खाते को आप किसी भी बैंक में जाकर खुलवा सकते हैं। इसके लिए खाता धारक को केवल आधार कार्ड की कॉपी, एक ग्राहक की फोटो और केवाईसी के लिए सुविधा अनुसार ID की जरूरत पड़ेगी।
मोदी सरकार की जनधन योजना (PM Jan Dhan Yojana) काफी लोकप्रिय है। गरीबों को बैंकिंग सुविधाओं का लाभ देने के लिए साल 2014 में इसकी शुरुआत की गई थी। इस योजना के तहत कई खास तरह की सुविधाएं मिलती हैं। कोई भी गरीब अपनी आर्थिक मजबूती के लिए इसमें अपना खाता खुलवा सकता है।