यूपी पुलिस पेपर लीक मामले में योगी सरकार का एक्शन, जांच कमेटी का हुआ गठन
उत्तर प्रदेश पुलिस में 60 हजार से अधिक पदों के लिए सिपाही भर्ती परीक्षा को लेकर अब बवाल मचा हुआ है...
UP Police Paper Leak : उत्तर प्रदेश पुलिस में 60 हजार से अधिक पदों के लिए सिपाही भर्ती परीक्षा को लेकर अब बवाल मचा हुआ है, वहीं विपक्ष पार्टियां भी एग्जाम पेपर लीक होने की खबर पर जमकर तंज कसने में लगी हुई। बतादे कि करीब 50 लाख अभ्यर्थियों ने 18 और 19 फरवरी को प्रदेश में हुई लिखित परीक्षा में शामिल हुए।
वहीं यूपी पुलिस की सख्त निगरानी भी पेपर को लेकर देखने को मिली, इसी दौरान नक़ल कराने, पेपर लीक करने की कोशिश और ठगी के आरोप में 244 लोगों को गिरफ्तार भी किया गया। ऐसे में पेपर को लेकर यूपी पुलिस का दावा है कि सिपाही भर्ती की परीक्षा शांतिपूर्ण और निष्पक्ष संपन्न हुई, लेकिन अगले हि दिन सोमवार को महोबा, ललितपुर और एटा में अभ्यर्थियों ने लिखित परीक्षा की सुबह व्हाट्सएप पर पेपर लीक की बात कहकर हंगामा शुरू कर दिया था, जिसके बाद अभ्यर्थियों की मांग है कि लिखित परीक्षा में धांधली हुई है, लिहाजा फिर से एग्जाम होना चाहिए।
योगी सरकार का बड़ा एक्शन
वहीं अब एग्जाम लीक के मामले को लेकर योगी सरकार ने बड़ा एक्शन लिया है, वहीं पेपर लीक के मामले में पुलिस भर्ती बोर्ड की अध्यक्ष रेणुका मिश्रा ने जांच कमेटी गठित की है, यह आंतरिक जांच समिति एडीजी अशोक कुमार सिंह की अध्यक्षता में बनाई गई है। ये समिति पेपर लीक की शिकायत, पेपर छपाई में गड़बड़ी, पेपर देर से पहुंचने, सनी लियोनी के एडमिट कार्ड जैसे सभी मामले की जांच करेगी। वहीं जांच में रिपोर्ट के अनुसार जो जानकारी उपल्बध होगी उसके आधार पर आगे कार्रवाई होगी।
जानें यूपी पुलिस ने क्या दी जानकारी
वहीं इससे पहले यूपी पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड ने सोशल मीडिया की साइट X पर रविवार को लिखा था- प्रारंभिक जांच में पाया गया कि अराजक तत्वों द्वारा ठगी के लिए Telegram की Edit सुविधा का प्रयोग कर सोशल मीडिया पर पेपर लीक संबंधी भ्रम फैलाया जा रहा है। बोर्ड एवं यूपी पुलिस इन प्रकरणों की निगरानी के साथ इनके सोर्स की गहन जांच कर रहा है।
धांधली करने वाले 14 लोगों की हुई गिरफ्तारी
उत्तर प्रदेश के बलिया जिले में पुलिस भर्ती परीक्षा में धांधली करने के आरोप में नकल गिरोह के 11 सदस्यों समेत 14 लोगों को अरेस्ट किया गया है। वहीं बलिया के पुलिस अधीक्षक देव रंजन वर्मा ने रविवार को बताया कि पुलिस ने 14 लोगों को गिरफ्तार कर तीन गिरोहों का भंडाफोड़ किया है, देव रंजन का दावा है कि वे पुलिस कांस्टेबल भर्ती परीक्षा में धांधली की कोशिश कर रहे थे।
उन्होंने बताया कि पकड़ा गया अभय कुमार श्रीवास्तव सुल्तानपुर जिले में स्वास्थ्य विभाग में ‘लैब टेक्नीशियन’ है जबकि फतेहबहादुर राजभर मध्य प्रदेश के कटनी जिले में वन विभाग में सिपाही है। उनके अनुसार पुलिस ने तीन अन्य लोगों को भी गिरफ्तार किया है, जो दूसरे अभ्यर्थियों के स्थान पर परीक्षा दे रहे थे।