पिपलेश्वर संकट मोचन धाम की चमत्कारी महिमा, रामायण-भंडारे का हुआ भव्य आयोजन
Bada Mangal: ज्येष्ठ मास में कुल पांच बड़े मंगल होंगे, जिनमें पहला 13 मई यानी आज और अंतिम 10 जून को पड़ेगा। इसे बुढ़वा मंगल भी कहा जाता है, यह पर्व ज्येष्ठ माह के हर मंगलवार को मनाया जाता है और विशेष रूप से भगवान हनुमान के वृद्ध रूप की पूजा की जाती है। इस अवसर पर भक्तजन हनुमान जी की विशेष पूजा करते हैं और कुछ खास नियमों का पालन करते हैं।

रामायण और भंडारे का आयोजन
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वहीं बात करें उत्तर प्रदेश की तो यूपी के खासकर लखनऊ और उसके आस-पास के क्षेत्रों में यह पर्व बड़ी श्रद्धा और उल्लास के साथ मनाया जाता है क्योंकि इसके पीछे की एक अद्भूत और प्राचीन मान्यता भी चली आ रही हैं। वहीं इस शुभ अवसर पर लखनऊ के पिपलेश्वर संकट मोचन धाम जोकि चुंगी में CMS स्कूल के पास स्थित हैं। जहां बीते दिन यानी की 12 मई को रामायण का भव्य आयोजन किया गया था जिसके समापन के साथ ही 13 मई को भंडारा और प्रसाद वितरण का भी आयोजन किया गया।
श्रद्धा और भक्ति से झुके सिर
जिसके कार्यभार को श्रद्धा और भक्ति के साथ मंदिर से जुड़े पुजारी, पिपलेश्वर संकट मोचन धाम के ट्रस्ट मेंबर- श्री विपिन श्रीवास्तव (अध्यक्ष ), श्री उमेश तिवारी (उपाध्यक्ष ), श्री धीरज पाण्डेय (महामंत्री), श्री अविनाश कुमार शुक्ल (कोषाध्यक्ष), श्री अजय मिश्रा (संरक्षक) व आदरणीय श्री अविनाश कुमार शुक्ल के पिता जी, श्री भगवान दास शुक्ला का पूर्ण रूप से बाबा के आशीष से सहयोग रहा। इसके साथ ही हवन पूजन में करीब 200 से अधिक लोग समलित हुए और भंडारा का प्रसाद भी वितरण हुआ।
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बाबा के चमत्कार

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पिपलेश्वर संकट मोचन धाम मंदिर को लेकर कई चमत्कार की महिमा भी गाई जाती हैं। मान्यता है कि यहां बाबा का जागता हुआ स्वरूप हैं इसलिए यह मंदिर भी जागृत है, कहा जाता है कि जहां मांगी गई हर मुराद पूरी होती हैं, भक्तों के बिगड़े काज बनते हैं, बीमार लोगों की हालत सुधर जाती हैं, गरीब भी यहां दर झुका कर मालामाल हो जाता हैं। इस मंदिर में बाबा महादेव सहपरिवार स्थापित लोगों की कामना पूर्ण करते है, शनि देव की महिमा जुड़ी है, पिपलेश्वर संकट मोचन का चमत्कार होता हैं।