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राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को सोनिया ने कहा- पुअर लेडी, कांग्रेस पर भाजपा ने किया वार

Union Budget 2025: संसद में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने संयुक्त रूप से दोनों सदनों को संबोधित करते हुए केंद्र सरकार के कामों का जिक्र किया। वहीं संसद में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के अभिभाषण के बाद कांग्रेस ने राष्ट्रपति के अभिभाषण को बोरिंग बताया। जिसके बाद कांग्रेस सांसद सोनिया गांधी के बयान पर जमकर बवाल मच गया है।

वित्त मंत्री ने लोकसभा में आर्थिक सर्वेक्षण पेश किया

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शुक्रवार (31 जनवरी 2025) को संसद के बजट सत्र के पहले दिन लोकसभा में आर्थिक सर्वेक्षण 2024-25 पेश किया। इसके बाद लोकसभा की कार्यवाही 1 फरवरी 2025 को सुबह 11 बजे तक स्थगित की गई। इस दौरान राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने शुक्रवार को सरकार की उपलब्धियों का उल्लेख किया और कहा कि एक राष्ट्र, एक चुनाव और वक्फ (संशोधन) विधेयक जैसे कानूनों पर तेज गति से कदम आगे बढ़ाया है। वहीं राष्ट्रपति ने संसद के दोनों सदनों की संयुक्त बैठक को संबोधित करते हुए यह भी कहा कि भारत की विकास यात्रा के इस अमृतकाल को सरकार अभूतपूर्व उपलब्धियों के माध्यम से नई ऊर्जा दे रही है। उन्होंने कहा कि सरकार के प्रयासों के कारण देश के 25 करोड़ लोग गरीबी रेखा से बाहर निकले हैं।

कांग्रेस नेता ने संसद के बाहर किया राष्ट्रपति का अपमान

बता दें कि संसद में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के अभिभाषण के बाद सोनिया गांधी ने संसद के बाहर राष्ट्रपति को पूअर थिंग कहा। इसके साथ ही सोनिया गांधी ने कहा कि अभिभाषण के अंत तक राष्ट्रपति बहुत थक गईं थीं। वह मुश्किल से बोल पा रही थीं। इसके साथ ही कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने भी राष्ट्रपति के अभिभाषण को बोरिंग बताया। इस बीच कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला बोला। वहीं राष्ट्रपति के अपमान के बाद कांग्रेस पर भाजपा ने पलटवार किया हैं।

प्रियंका गांधी ने पीएम मोदी पर बोला हमला

इसी दौरान कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आग भड़काने का कोई विदेशी प्रयास नहीं वाले बयान पर कहा- वह लोगों के मुद्दों पर न तो बात करते हैं और न ही उनका समाधान करते हैं। हमने पिछले सत्र में देखा कि उन्होंने चर्चा की अनुमति नहीं दी। इसलिए वह ऐसी बातें कह रहे हैं।

बताते चले कि संसद सत्र से पहले अपने संबोधन में मोदी ने विपक्षी दलों पर निशाना साधते हुए कहा था कि 2014 से हर सत्र से पहले कुछ लोग शरारत करने के लिए तैयार रहते हैं और ऐसे प्रयासों को बढ़ावा देने वालों की भी कोई कमी नहीं है। शायद 2014 से लेकर अब तक ये पहला संसद का सत्र है, जिसके एक-दो दिन पहले कोई विदेशी चिंगारी नहीं भड़की।

राष्ट्रपति और आदिवासी समुदाय से माफी मांगे कांग्रेस: नड्डा

भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री जेपी नड्डा ने सोनिया गांधी के बयान का जिक्र करते हुए कांग्रेस को आदिवासी विरोधी बताया। जेपी नड्डा ने अपने सोशल मीडिया पोस्ट कर कहा- हम बीजेपी कार्यकर्ताओं की ओर से भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के लिए Poor शब्द के इस्तेमाल की निंदा करते हैं। मैं और हर भाजपा कार्यकर्ता सोनिया गांधी द्वारा राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के लिए प्रयोग किए गए शब्दों की कड़ी निंदा करते हैं। जानबूझकर ऐसे शब्दों का प्रयोग कांग्रेस पार्टी की अभिजात्य, गरीब विरोधी और आदिवासी विरोधी प्रकृति को दर्शाता है। मैं मांग करता हूं कि कांग्रेस राष्ट्रपति और भारत के आदिवासी समुदायों से बिना शर्त माफी मांगे।

सोनिया गांधी ने किया राष्ट्रपति का अपमान- धर्मेंद्र प्रधान

सोनिया गांधी की टिप्पणी को भाजपा ने राष्ट्रपति का अपमान करार दिया। केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि सोनिया गांधी ने राष्ट्रपति का अपमान किया है। कांग्रेस सांसद सोनिया गांधी और उनके बेटे और विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने राष्ट्रपति के खिलाफ जिस तरह के शब्दों का इस्तेमाल किया, मैं उसकी कल्पना भी नहीं कर सकता। उनसे और क्या उम्मीद की जा सकती है?

‘सोनिया गांधी ने किया आदिवासी महिला का अपमान’- एसपी सिंह बघेल

सोनिया गांधी और राहुल गांधी के बयान पर बीजेपी नेता और केंद्रीय मंत्री एसपी सिंह बघेल ने प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा, “सोनिया गांधी का बयान सर्वोच्च पद पर बैठी एक आदिवासी महिला का अपमान है। राष्ट्रपति का अभिभाषण बीते साल में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से किए गए कार्यों का लेखा-जोखा था। पिछले बजट और सरकार की कार्ययोजनाओं से समाज के हर वर्ग को लाभ मिला है। यह एक ऐसा लेखा-जोखा था, जो बहुत ही शानदार था।”

सांविधानिक पदों का अपमान करती है कांग्रेस: मजूमदार

केंद्रीय मंत्री सुकांत मजूमदार ने कहा – एक समय था जब कांग्रेस को राष्ट्रीय पार्टी माना जाता था। जब से राहुल गांधी ने पार्टी की बागडोर संभाली है, उनके सभी सलाहकार जेएनयू के अति वामपंथी रहे हैं। यही कारण है कि उनकी सभी नीतियां और बयान सभी सांविधानिक पदों के प्रति अपमानजनक हैं। एक आदिवासी महिला जो भारत की प्रथम नागरिक बन गई है, उनके भाषण के बारे में ऐसा कुछ कहना कांग्रेस से अपेक्षित है।

उच्च पद का अपमान: अमित मालवीय

भाजपा के आईटी विभाग के प्रमुख अमित मालवीय ने एक्स पर लिखा कि सोनिया गांधी ने राष्ट्रपति के उच्च पद का अपमान किया है। यह उनकी सामंती मानसिकता को दर्शाता है। यह पहली बार नहीं है जब कांग्रेस ने देश के सर्वोच्च सांविधानिक पद पर आसीन पहली आदिवासी महिला का उपहास किया है। विपक्ष के नेता राहुल गांधी, जो अक्सर संविधान की प्रति दिखाते हैं, उन्होंने राष्ट्रपति से शिष्टाचार भेंट करने के बारे में भी नहीं सोचा है। कांग्रेस में बाबा साहेब आंबेडकर के संविधान, सांविधानिक मूल्यों या सामाजिक रूप से हाशिए पर पड़े लोगों दलितों, ओबीसी और आदिवासियों के प्रति कोई सम्मान नहीं है। सड़ांध शीर्ष से शुरू होती है।

सोनिया गांधी को माफी मांगनी चाहिए- बीजेपी

कांग्रेस नेता सोनिया गांधी के बयान पर बीजेपी सांसद संबित पात्रा ने भी प्रतिक्रिया देते हुए कहा- महामहिम राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मूर्मू जी के अभिभाषण पर सोनिया गांधी जी का वक्तव्य अत्यंत निंदनीय और दुर्भाग्यपूर्ण है। विश्व के सबसे बड़े लोकतांत्रिक देश की महामहिम राष्ट्रपति जो कि आदिवासी समाज से आती हैं वह कभी भी ‘बेचारी’ और ‘थकी’ हुई नहीं हो सकतीं हैं।  महामहिम द्रौपदी मूर्मू जी सशक्त और सबल हैं। वो भारत की गौरव हैं।

“सोनिया गांधी ने अभिभाषण को लेकर जो बयान दिया वह सही नहीं है। राष्ट्रपति ने बुलंदी के साथ अपनी बात रखी है। सोनिया गांधी को अपनी टिप्पणी के लिए माफी मांगनी चाहिए.” राहुल गांधी पर तंज कसते हुए बीजेपी सांसद ने कहा कि वह बार-बार लॉन्च नहीं हो पाते हैं।

सदन में सोनिया का आचरण बेहद निम्न : रेखा शर्मा

राज्यसभा सदस्य रेखा शर्मा ने कहा कि मुझे लगता है कि जब कांग्रेस सत्ता से बाहर होती है तो वह अपना दिमाग खो देती है। उन्हें नहीं पता कि सांविधानिक पदों पर कैसे बात करनी चाहिए। मैंने देखा कि जब आज राष्ट्रपति के अभिभाषण के अंग्रेजी संस्करण से कुंभ में जान गंवाने वालों के लिए शोक संदेश पढ़ा जा रहा था, तो सोनिया जी मुस्कुरा रही थीं। वह अपनी पार्टी के सांसदों को शोर मचाने के लिए भी कह रही थीं। सदन में उनका आचरण बहुत ही निम्न स्तर का है।

पिछड़े वर्गों का अपमान करना कांग्रेस की पुरानी आदत रही है। राष्ट्रपति जैसे संवैधानिक पद पर आसीन एक आदिवासी महिला के लिए ‘Poor Lady’ शब्द का इस्तेमाल करना कांग्रेस की मानसिकता को दर्शाता है। सोनिया गांधी जी, भारत की संस्कृति हर किसी का सम्मान करना सिखाती है, शायद यह आपकी संस्कृति में नहीं है।

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