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राहुल गांधी का आरोप: बीजेपी कर रही Vote Chori, चुनाव आयोग कर रहा डेटा नष्ट

Rahul Gandhi Press Conference on Vote Chori: राहुल गांधी ने चुनाव से पहले प्रेस कॉन्फ्रेंस के जरिए चुनाव आयोग और BJP सरकार पर कई आरोप लगाएं इसके साथ ही उन्होंने इसके सबूत भी कॉन्फ्रेंस में पेश किए हैं। आइये जानते है राहुल ने किन आरोपों से सरकार को घेरा और चुनाव आयोग को निशाना बनाया।

राहुल ने बीजेपी पर लगाया #VoteChori आरोप

जैसा कि आप सभी जानते है बिहार में जल्द ही चुनाव होने वाले है जिसकी तैयारी में सभी पार्टी जोरों-शोरों से लगी हुई हैं। इस दौरान राहुल गांधी ने चुनाव से प्रेस कॉन्फ्रेंस को जरिए BJP पर वोट चोरी का आरोप लगाया साथ ही राहुल गांधी ने अपनी प्रेस कांफ्रेंस में बम फोड़ते हुए दिखाया कि एक आदमी का 4-4 राज्य में अलग-अलग पोलिंग बूथ पर वोट बना हुआ है और ऐसे एक नहीं हजारों फर्जी वोटर हैं…इतना ही राहुल ने कॉन्फ्रेंस के जरिए चुनाव आयोग पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं।

राहुल गांधी का आरोप: बीजेपी कर रही Vote Chori, चुनाव आयोग कर रहा डेटा नष्ट

आपको बतादें कि राहुल ने गुरुवार (7 अगस्त) को प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान चुनाव को लेकर सवाल कर दिया। उन्होंने बीजेपी पर वोट चोरी का आरोप लगाते हुए कहा- पहले इलेक्ट्रोनिक मशीनें नहीं थीं, फिर भी एक दिन में पूरे देश में चुनाव हो जाता था, लेकिन अब ऐसा नहीं होता है।

बेंगलुरु सेंट्रल लोकसभा सीट में कैसे वोट चोरी हुई?

इस पूरी प्रक्रिया में हमने बेंगलुरु सेंट्रल लोकसभा सीट के महादेवापुरा विधानसभा क्षेत्र की जांच की, जहां 1,00,250 वोट चोरी किये गए।

  • 11,965 डुप्लीकेट वोटर बनाए गए
  • 40,009 फर्जी/इनवैलिड पतों का इस्तेमाल हुआ
  • 10,452 वोटरों को एक ही पते पर रजिस्टर किया गया
  • 4,132 वोटर इनवैलिड फोटो के साथ लिस्ट में जोड़े गए
  • 33,692 नए वोटर फॉर्म-6 का गलत इस्तेमाल कर जोड़े गए

इस वोट चोरी के बारे में कौन से तरीके अपनाए गए, उस बारे में समझा रहे हैं- नेता विपक्ष @RahulGandhi ने पूरी जानकारी दी। हमारे आंतरिक सर्वेक्षणों से संकेत मिलता है कि कर्नाटक में हमें 16 सीटें जीतने की उम्मीद थी। हालाँकि, हमने 9 सीटें जीतीं। फिर हमने 7 अप्रत्याशित हारों पर ध्यान केंद्रित किया और महादेवपुरा, एक विधानसभा क्षेत्र को चुना। हमारे पास जो भी आँकड़े हैं, वे 2024 के चुनावों से हैं, जो चुनाव आयोग से प्राप्त हुए हैं।

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2024 के लोकसभा चुनावों में, भाजपा ने 6,58,915 वोट हासिल किए और 32,707 वोटों के अंतर से जीत हासिल की। हालाँकि, महादेवपुरा विधानसभा क्षेत्र में, कांग्रेस को 1,15,586 वोट मिले, जबकि भाजपा को 2,29,632 वोट मिले। कांग्रेस ने इस एक को छोड़कर सभी विधानसभाओं में जीत हासिल की, जहाँ भाजपा ने 1,14,046 वोटों के अंतर से जीत हासिल की। इस सीट ने उनकी चुनावी जीत में महत्वपूर्ण योगदान दिया और लोकसभा चुनाव उनके पक्ष में गया।

यह विसंगति एक बहुत बड़ा असंतुलन है। इसलिए हमने विवरणों की जांच शुरू की और पाया कि महादेवपुरा विधानसभा में कुल 6,50,000 वोटों में से लगभग 1,00,250 वोट चुराए गए थे।

राहुल ने इलेक्शन कमीशन पर उठाया सवाल

उन्होंने इलेक्शन कमीशन पर भी सवाल उठा दिया। राहुल ने कहा, ”एग्जिट पोल, ओपिनियन पोल कुछ और दिखाते हैं, जैसा कि हरियाणा और मध्य प्रदेश के चुनावों में देखा गया, और फिर अचानक रिजल्ट कुछ और ही आ जाता है। इसमें बहुत बड़ा अंतर देखने को मिला है। हमारा सर्वे भी काफी मजबूत रहता है, लेकिन उसका नतीजा भी अलग ही दिखता है। सर्वे में जो भी दिखता है, रिजल्ट उसके विपरीत आ जाता है।”

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  • विपक्ष के नेता @RahulGandhi ने सुनियोजित वोट चोरी के बारे में बताते हुए कहा-
  • कर्नाटक की महादेवपुरा विधानसभा में 1,00,250 वोट चुराए गए।
  • वोट चोरी के 5 प्रकार
  • डुप्लीकेट मतदाता: 11,965
  • फर्जी और अमान्य पते: 40,009
  • एक ही पते पर बड़ी संख्या में मतदाता: 10,452
  • अमान्य तस्वीरें: 4,132
  • फॉर्म 6 का दुरुपयोग: 33,69

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चुनाव आयोग पर डेटा चोरी का आरोप

यही चुनौती थी। हमारे पास सात फ़ीट काग़ज़ था, और हमें हर एक को छांटना था। मान लीजिए मुझे यह पता लगाना हो कि किसी ने दो बार वोट दिया है या उसका नाम मतदाता सूची में दो बार है; तो मुझे हर शीट में मौजूद हर तस्वीर से उसकी तस्वीर का मिलान करना होगा। यही प्रक्रिया है, और यह बहुत थकाऊ है।

जब हमने इसका सामना किया, तो हमें समझ आया कि चुनाव आयोग हमें इलेक्ट्रॉनिक डेटा क्यों नहीं देता – वे नहीं चाहते कि हम उसकी बारीकी से जाँच करें।

इस काम में हमें छह महीने लगे, जिसमें 30-40 लोग लगातार काम करते रहे, नाम, पते और तस्वीरों की तुलना करते रहे। और यह सिर्फ़ एक विधानसभा क्षेत्र के लिए था।

अगर चुनाव आयोग ने हमें इलेक्ट्रॉनिक डेटा दिया होता, तो इसमें सिर्फ़ 30 सेकंड लगते। इसीलिए हमें इस फ़ॉर्मेट में डेटा दिया जा रहा है – ताकि उसका विश्लेषण न हो।

ये कागज़ ख़ुद ऑप्टिकल कैरेक्टर रिकग्निशन की सुविधा नहीं देते; अगर आप उन्हें स्कैन करते हैं, तो आप डेटा नहीं निकाल सकते।

ईसी जानबूझकर मशीन द्वारा पढ़े न जा सकने वाले दस्तावेज़ उपलब्ध कराता है, जो हमें अजीब लगा।

राहुल ने महाराष्ट्र चुनाव में भी धांधली का लगाया आरोप

राहुल ने कहा- ”महाराष्ट्र में 5 महीनों में बहुत ज्यादा नए वोटर जुड़ गए, ये 5 सालों के मुकाबले काफी ज्यादा हैं। इसी वजह से हमें शक हुआ। विधानसभा चुनाव में हमारा गठबंधन हार गया, लेकिन लोकसभा में हम जीत गए। हमें शक है कि महाराष्ट्र चुनाव में धांधली हुई। एक करोड़ नए वोटर अचानक कहां से आ गए। हमने चुनाव आयोग से वोटर लिस्ट मांगी, लेकिन उन्होंने वोटर लिस्ट नहीं दी।”

साथ ही राहुल गांधी ने कहा कि मौजूदा वक्त में सीसीटीवी फुटेज और वीडियो को क्राइम में साक्ष्य माना जाता है। इसलिए चुनाव आयोग इन डेटा को नष्ट करने में लगा है। राहुल गांधी ने कहा – भारत के चुनाव आयुक्त भाजपा के साथ मिले हुए हैं और वह भाजपा के लिए वोट की चोरी करवा रहे हैं।

चुनाव आयोग कहता है- हम निष्पक्ष चुनाव करवा रहे हैं। लेकिन उनके डेटा में एक विधानसभा क्षेत्र में 1 लाख फर्जी वोटर हैं। मैं हिंदुस्तान की जनता से कहना चाहता हूं- ये आपका भविष्य है। आपकी आंखों के सामने पूरा सिस्टम चोरी किया जा रहा है।

राहुल के आरोपों पर चुनाव आयोग ने मांगा शपथ पत्र

वहीं राहुल गांधी के लगाएं गए वोटर लिस्ट में धांधली के आरोपों पर चुनाव आयोग ने पलटवार करते हुए। कर्नाटक के चुनाव आयुक्त ने एक पत्र जारी कर राहुल गांधी से शपथ पत्र मांगा है। कर्नाटक के चुनाव आयोग ने राहुल गांधी से अपात्र मतदाताओं के जुड़े और पात्र मतदाताओं के नाम हटाने के आरोप पर शपथ पत्र साइन करके देने को कहा है। इसके साथ ही राहुल गांधी और कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल को कर्नाटक CEO ने शुक्रवार एक से 3 बजे तक मिलने का वक्त दिया है।

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