उत्तर प्रदेश

यूपी में धर्मांतरण रैकेट का हुआ खुलासा, छांगुर बाबा कराते थे धर्म परिवर्तन

UP Conversion News: यूपी में धर्मांतरण रैकेट का बड़ा खुलासा हुआ, जिसमें 15 लोगों ने दोबारा हिंदू धर्म अपनाया और घर वापसी की हैं। आपको जानकर खुशी होगी कि महिलाएं और पुरुष दोनों शामिल थे। वहीं हैरान करने वाली बात यह है कि हर जाति का रेट फिक्स होता है जिनका धर्म परिवर्तन कराया जाता हैं।

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‘घर वापसी’ का आयोजन

आपको बतादें कि विश्व हिंदू रक्षा परिषद की ओर से लखनऊ के शिव भोला मंदिर में ‘घर वापसी’ का आयोजन किया गया, जिसमें 15 लोगों ने दोबारा हिंदू धर्म अपनाया। वहीं संस्था के अध्यक्ष गोपाल राय ने दावा किया कि बलरामपुर के उतरौला क्षेत्र में छांगुर बाबा उर्फ मोहम्मद अहमद खान ने धार्मिक लालच और दबाव से धर्म परिवर्तन करवाया और महिलाओं का निकाह भी करवाया गया। फिलहाल इस मामले खुलासे होने के बाद STF और यूपी पुलिस द्वारा FIR दर्ज होने के बावजूद अब तक गिरफ्तारी नहीं हो सकी है।

जाति का रेट फिक्स करने वाले छांगुर बाबा

धर्म परिवर्तन कराने वाले हर जाति का रेट फिक्स करने वाले छांगुर बाबा का नाम सामने आया है। यह छांगुर बाबा लखनऊ के रहने वाले है जिन पर आरोप है कि कम से कम 15 लोगों का धर्म परिवर्तन करके हिंदू लोगों को मुस्लिम धर्मांतरण करा दिया था। फिलहाल छांगुर बाबा के चंगुल से छूट कर इन सभी की घर वापसी हो गई हैं। विश्व हिंदू रक्षा परिषद की मदद से शंख ध्वनि और मंत्रोच्चार के साथ शुद्धिकरण और हिंदू धर्म में वापसी हुई हैं।

बताते चले कि बलरामपुर के जमालुद्दीन उर्फ छांगुर बाबा अब यूपी एटीएस की जांच के दायरे में है। छांगुर बाबा को लेकर ये पता चला है कि उसने अलग-अलग जातियों की हिंदू लड़कियों के धर्मांतरण के लिए रेट फिक्स कर रखे थे, राजपूत ब्राह्मण लड़कियों को 15 लाख और पिछड़ी जाति के लिए भी रेट फिक्स किया था।

यूपी में धर्मांतरण रैकेट का हुआ खुलासा, छांगुर बाबा कराते थे धर्म परिवर्तन

जानें किसके क्या थे रेट

आपको जानकर हैरानी होगी कि छांगुर बाबा हर जाति का धर्मपरिवर्तन कराने के लिए रेट लगाते थे, जैसे कि ब्राह्मण, सरदार और क्षत्रिय लड़कियों के इस्लाम स्वीकार करने पर 15 से 16 लाख रुपए दिए जाते थे। पिछड़ी जाति की लड़कियों के लिए 10 से 12 लाख रुपए का भुगतान किया जाता था, अन्य जाति की लड़कियों को 8 से 10 लाख रुपए दिए जाते थे। गरीब, मजदूर और मजबूर लोगों को लालच देकर धर्मांतरण के लिए टारगेट किया जाता था। अगर कोई बात नहीं मानता था, तो बाबा पुलिस थाने और कोर्ट के जरिए फर्जी मुकदमे दर्ज कराकर प्रताड़ित करता था।

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यूपी ATS की जांच में खुलासे

यूपी एटीएस ने छांगुर बाबा और उसके बेटे महबूब समेत 10 लोगों पर नामजद एफआईआर (FIR) दर्ज की है। इस एफआईआर में नवीन रोहरा उर्फ जमालुद्दीन भी नामजद है, जिसने छांगुर बाबा के साथ इस्लाम स्वीकार किया था। एफआईआर दर्ज होने के बाद यूपी एटीएस ने छांगुर बाबा के बेटे महबूब और नवीन रोहरा उर्फ जमालुद्दीन को गिरफ्तार कर लिया था। इन गिरफ्तारियों के बाद से ही छांगुर बाबा फरार हो गया है।

नवंबर 2024 को एटीएस थाने में अवैध धर्मांतरण के इस मामले में एफआईआर दर्ज की गई थी। एटीएस की जांच में यह भी खुलासा हुआ है कि इस धर्मांतरण रैकेट को विदेश से करोड़ों की फंडिंग मिल रही थी, और गरीब व मजबूर लोगों को लालच देकर धर्मांतरण के लिए निशाना बनाया जा रहा था।

यूपी में धर्मांतरण रैकेट का हुआ खुलासा, छांगुर बाबा कराते थे धर्म परिवर्तन

राष्ट्रीय अध्यक्ष गोपाल ने दी जानकारी

परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष गोपाल राय ने जानकारी दी कि बलरामपुर में गजवा-ए-हिंद का मजबूत चेहरा छांगुर पीर मोहम्मद अहमद खान और अब्दुल माबूद रजा लोगों का जबरन या जाल रचकर धर्मांतरण करवाते हैं। कुछ लड़कियां जो अपने माता पिता की इकलौती संतान हैं, या कमजोर वर्ग की थीं उन्हें शिकार बनाया गया। धर्म बदलने के अलावा उनकी संपत्तियों पर भी कब्जा किया।

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वहीं मिली जानकारी की मानें तो इन लोगों को विदेशों से अच्छी खासी फंडिंग मिलती है। गोपाल राय ने इस पूरे मामले की जांच कर जाने की मांग उठाई है। उन्होंने बताया कि एसटीएफ समेत कई थानों में इनके ऊपर मुकदमे हैं। कहा जा रहा है कि विदेशों से मिली फंडिंग और और तरह-तरह के जाल रचते हुए छांगुर पीर मोहम्मद ने लगभग तीन हजार लोगों का इस्लाम में धर्मांतरण कराया है। इसके साथ ही उत्तर प्रदेश में हुए कमलेश तिवारी और चंदन गुप्ता की हत्या से इनके तार जुड़े हुए हैं।

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