US Visa नई गाइडलाइन, बीमार आवेदकों का वीजा होगा Reject
US Visa Rules: अमेरिका जानें के लिए अब वीजा नियम और भी सख्त हो गए है, जिसकी एक नई गाइडलाइन ट्रंप प्रशासन ने जारी की है। इस हिसाब से आवेदन करने वाले अगर किसी विदेशी नागरिक को डायबिटीज, मोटापा, दिल की बीमारी या अन्य गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं हैं, तो उसे वीजा देने से इनकार किया जा सकता है।
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नई गाइड लाइन जारी
बताते चले कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की सरकार ने इमिग्रेशन नियमों को और सख्त कर दिया है। अमेरिकी विदेश विभाग द्वारा जारी नई गाइडलाइन के मुताबिक ऐसे लोग भविष्य में अमेरिका के लिए ‘पब्लिक चार्ज’ बन सकते हैं, यानी सरकारी संसाधनों पर बोझ डाल सकते हैं, जो विदेशी नागरिक को डायबिटीज, मोटापा, दिल की बीमारी (हार्ट डिजीज), न्यूरोलॉजिकल समस्याएं, मेटाबॉलिक विकार और कुछ मानसिक स्वास्थ्य स्थितियां प्रमुख हैं या अन्य पुरानी और गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं से जूझ रहे हैं उनको वीजा या ग्रीन कार्ड देने से इनकार किया जा सकता है।
US MAY DENY VISAS TO APPLICANTS WITH DIABETES, OBESITY OR OTHER CHRONIC CONDITIONS
— RedboxGlobal India (@REDBOXINDIA) November 8, 2025
According to a new directive from the United States Department of State sent under the Donald Trump administration, visa officers must now evaluate applicants’ health status—including conditions…
यह नियम सभी दूतावासों और कॉन्सुलेट्स को भेजे गए हैं। इसके हिसाब से अब निर्देश के अनुसार वीजा अधिकारी अब सिर्फ संक्रमण फैलाने वाली बीमारियों और वैक्सीन रिकॉर्ड ही नहीं, बल्कि गैर-संक्रामक बीमारियों को भी वीजा मूल्यांकन में शामिल करेंगे। वहीं ट्रंप प्रशासन द्वारा नई गाइडलाइन जारी होने पर आलोचकों का कहना है कि यह भेदभावपूर्ण नीति गरीब और बीमार आवेदकों के खिलाफ है। इतना ही जारी इस नई गाइडलाइन ने दुनियाभर में विवाद खड़ा कर दिया है।
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नई गाइडलाइन 3 सवाल
इस नई गाइडलाइन के दस्तावेज में कहा गया है कि ये बीमारियां ‘लंबे समय में सैकड़ों हजार डॉलर के इलाज’ की मांग कर सकती हैं, निर्देश के अनुसार अब वीजा अधिकारी आवेदकों से तीन प्रमुख सवाल पूछेंगे।

तीन प्रमुख सवाल
- पहला क्या आवेदक या उसके परिजन को कोई महंगी या पुरानी बीमारी है?
- दूसरा क्या उनके पास इतने आर्थिक साधन हैं कि वे इलाज का खर्च खुद उठा सकें और ‘पब्लिक चार्ज’ यानी सरकारी सहायता पर निर्भर न हों?
- तीसरा क्या उनके परिजनों में कोई विकलांगता या पुरानी बीमारी है जो उनके रोजगार या कमाई की क्षमता को प्रभावित कर सकती है?
आदेश में वीजा अधिकारियों से कहा गया है कि वो आवेदकों की हेल्थ, उम्र और फाइनेंशियल स्टेट्स की अच्छे से जांच करें। अगर लगे की किसी व्यक्तियों को भविष्य में महंगी चिकित्सा देखभाल या सरकारी सहायता की जरूरत पड़ सकती है तो उसे वीजा न दिया जाए। यानी छोटी सी बीमारी को लेकर वीजा रिजेक्ट हो सकता है। अब तक अमेरिका में केवल संक्रामक बीमारियां, वैक्सीनेशन और कुछ स्वास्थ्य की ही जांच होती थी, लेकिन अब वीजा अधिकारी आवेदक के भविष्य के स्वास्थ्य खर्च और संभावित जोखिम का भी आकलन करेंगे।
