अमरनाथ यात्रा की तैयारी की LG मनोज सिन्हा ने दी जानकारी, श्रद्धालुओं से की अपील
Amarnath Yatra: अमरनाथ यात्रा की तैयारियां तेजी हो गई जिसको लेकर गुरुवार को जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल (एलजी) मनोज सिन्हा ने जानकारी देते हुए कहा- अमरनाथ यात्रा तीन जुलाई से शुरू हो रही है। पिछले कुछ सालों में श्राइन बोर्ड और जम्मू-कश्मीर सरकार ने सुविधाओं के मामले में काफी सुधार किया है।

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अमरनाथ यात्रा पर मनोज सिन्हा का बयान
आपको बतादें कि जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल (एलजी) मनोज सिन्हा ने अमरनाथ यात्रा को लेकर की जा रही तैयारियों को लेकर कहा- तीन जुलाई से शुरू होने वाली अमरनाथ यात्रा पर पिछले कुछ सालों में श्राइन बोर्ड और जम्मू-कश्मीर सरकार ने सुविधाओं के मामले में काफी सुधार किया है। उन्होंने कहा कि हर यात्री के लिए आरएफआईडी ट्रैकिंग सिस्टम लागू है। हर जगह हाई क्वालिटी के कैमरे लगाए गए हैं।

जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने कहा – यह यात्रा 38 दिनों तक चलेगी जोकि 3 जुलाई से शुरू होकर 9 अगस्त को खत्म होगी। श्राइन बोर्ड ने इस यात्रा को बेहतर बनाने के लिए अपनी सुविधाओं को अपग्रेड और विस्तारित किया है, बताते चले कि इस बार रजिस्ट्रेशन कम, उम्मीद है कि संख्या बढ़ेगी। यात्रा के लिए दोनों रूटों पर ट्रैक को 12 फीट तक चौड़ा कर लिया गया है।
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अमरनाथ यात्रा में रहेगी तीन स्तरीय सुरक्षा व्यवस्था
एलजी मनोज सिन्हा ने बताया कि स्वास्थ्य सुविधाओं में सुधार किया गया है। हर बेस कैंप में 100 बेड का अस्पताल उपलब्ध है। पर्यावरण और सफाई के मामले में ग्रामीण विकास विभाग हमेशा तत्पर रहता है। पहलगाम हमले के बाद पंजीकरण कम हुआ है। करीब 10 फीसदी कम लोगों ने आवेदन किया है। अब संख्या बढ़ रही है। सुरक्षा बलों ने बेस कैंप और रूट के चारों तरफ तीन स्तरीय सुरक्षा व्यवस्था की है। सुरक्षाकर्मियों की संख्या बढ़ाई गई है। मॉक ड्रिल की गई है।

38 दिनों की यह लंबी यात्रा 3 जुलाई से 2 रूटों अनंतनाग जिले में पारंपरिक 48 किलोमीटर लंबे पहलगाम रूट और गांदरबल जिले में 14 किलोमीटर छोटे लेकिन दुर्गम बालटाल रूट से शुरू होगी। जिसके बाद तीर्थयात्री 3,880 मीटर की ऊंचाई पर स्थित बाबा बर्फानी के दर्शन करेंगे। अमरनाथ यात्रा शुरू होने से एक दिन पहले भगवती नगर से तीर्थयात्रियों का पहला जत्था कश्मीर के लिए रवाना होगा।
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वहीं श्राइन बोर्ड ने इस यात्रा को बेहतर बनाने के लिए अपनी सुविधाओं को अपग्रेड और विस्तारित किया है। उन्होंने कहा कि यात्रा के लिए दोनों रूटों पर पहले ट्रैक सिर्फ 5 फीट ही चौड़े हुआ करते थे लेकिन अब इसे 12 फीट तक चौड़ा कर लिया गया है। इतनी ही नहीं खराब मौसम को लेकर उपराज्यपाल ने कहा कि घाटी के खराब मौसम को ध्यान में रखते हुए यात्रियों के आवास का भी ध्यान रखा गया है।

बताते चले कि वहीं, अमरनाथ यात्रा को लेकर जम्मू कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा आज शाम 5 बजे श्रीनगर में सर्वदलीय बैठक करेंगे। एलजी के साथ फारूक अब्दुल्ला, उमर अब्दुल्ला, महबूबा मुफ्ती समेत कई नेता मीटिंग में मौजूद रहेंगे। 28 जून को सिविल सोसाइटी के प्रतिनिधियों के साथ भी एलजी बैठक करेंगे।
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हेली यात्रा रोकने पर बोले-LG सिन्हा

एलजी मनोज सिन्हा ने हेली यात्रा रोकने पर बताया कि सुरक्षा को लेकर उन्होंने कहा – 3 स्तरीय सुरक्षा और जम्मू-कश्मीर पुलिस के अधिकारियों को पिछले साल की तुलना में अधिक तैनात किया गया है। मैं सभी यात्रियों से अपील करता हूं कि वे सुरक्षा के साथ आएं, सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए इस साल हेली यात्रा रोक दी गई है। हमने हर बार की तरह इस बार भी सभी टट्टू वालों और यात्रियों का इंश्योरेंस करा रखा है।
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हेली यात्रा रोके जाने पर एलजी मनोज सिन्हा ने कहा कि यह पूरी तरह से साफ है कि पहलगाम का असर इस यात्रा पर था, लेकिन सुरक्षा बलों ने भरोसा दिलाया कि इसका असर ज्यादा नहीं होगा, केवल 10% के आसपास ही असर होगा। हाल ही में हुई कुछ घटनाओं को ध्यान में रखते हुए हेली यात्रा सेवा रोक दी गई है। एलजी मनोज सिन्हा ने कहा- सिर्फ 8% यात्रियों ने उस हेली सेवा का उपयोग किया, इसलिए मुझे नहीं लगता कि सेवा बंद होने से इस पर कोई असर पड़ेगा।