बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर आयोग की तैयारी तेज, त्योहारों का रखा जाएगा ख्याल
Bihar Chunav 2025: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 को लेकर तैयारियां जोरों पर हैं। वहीं चुनावी तैयारी में तमाम पार्टियों ने तैयारियां शुरू कर दी हैं। ऐसे में जैसे-जैसे चुनाव नजदीक आता जा रहा है वैसे-वैसे राजनीतिक तेज होती जा रही हैं। वहीं मिली जानकारी के मुताबिक नवंबर से पहले ही इलेक्शन कराया जा सकता है। इतना ही नहीं सितंबर के पहले सप्ताह में चुनाव आयोग की ओर से तारीखों का ऐलान कर दिया जाएगा जिसकी तैयारियां आयोग ने शुरू कर दी हैं।
आपको बताते चले कि पिछले विधानसभा चुनाव की तरह इस बार भी बिहार की सभी 243 सीटों पर तीन फेज में चुनाव होने की संभावना है। जिसको लेकर सितंबर के पहले सप्ताह में चुनाव आयोग की ओर से तारीखों का ऐलान कर दिया जाएगा। ऐसे में बिहार चुनाव को लेकर एक्टिव मोड में चुनाव आयोग की टीम जून में दौरा करेगी। खबर यह भी है कि चुनाव के लिए दिवाली और छठ पर्व का भी खास ध्यान रखते हुए मतदान की तारीख तय की जाएंगी। क्योंकि दिवाली 20 अक्टूबर 2025 को है और छठ का त्योहार 25 अक्टूबर से शुरू होकर 28 अक्टूबर तक चलेगा।
वहीं बिहार विधानसभा चुनाव 2025 को लेकर चुनाव आयोग ने संकेत दिए हैं कि इस बार चुनाव दो से तीन चरणों में आयोजित किए जाएंगे। बताते चले कि बिहार विधानसभा का वर्तमान कार्यकाल 22 नवंबर 2025 को खत्म हो रहा है…इसलिए चुनावी प्रक्रिया उससे पहले कराई जाएगी।
जानकारी के लिए बतादें कि पिछली बार कोविड महामारी की वजह से 25 सितंबर 2020 को निर्वाचन आयोग ने चुनाव की घोषणा की थी, जबकि 2015 में बिहार विधानसभा चुनाव की घोषणा 9 सितंबर को हुई थी। वर्तमान में प्रदेश में स्थिति सामान्य है। ऐसे में आयोग तय समय पर चुनाव की घोषणा करने की तैयारी में जुटा है। जानकारी के मुताबिक, मतदाता सूची से डुप्लीकेसी खत्म करने के लिए चुनाव आयोग ऐसे वोटरों से संपर्क करेगा, जिन्होंने अभी तक अपना आधार नंबर वोटर रजिस्ट्रेशन के लिए नहीं दिया है।
जहाँ पहले उपेक्षा थी, अब वहां अवसर हैं, बिहार की नारी अब विकास की भागीदार है।
इतना ही नहीं फर्जी वोटर रोकने को विशेष तैयारी हो रही हैं। चुनाव आयोग इस दौरान पता लगाएगा कि अगर एपिक नंबर को आधार से लिंक किया गया है तो उसकी पुष्टि क्यों नहीं की? अगर लिंक नहीं किया है तो उसकी वजह जानी जाएगी। इसके लिए बूथ लेवल अफसर (बीएलओ) अपना संपर्क नंबर वोटर्स के साथ शेयर करेगा। यह काम फर्जी वोटर को रोकने के लिए किया जाएगा।
वोटर लिस्ट अपडेट और डिजिटल डैशबोर्ड की तैयारी में जुटा चुनाव आयोग
चुनाव आयोग की योजना है कि हर बूथ लेवल ऑफिसर (BLO) को आधिकारिक पहचान पत्र प्रदान किया जाए, ताकि वे घर-घर जाकर मतदाता सत्यापन का काम प्रभावी ढंग से कर सकें।
इसके साथ ही राज्य में मतदाता सूची को अपडेट करने के लिए एक खास अभियान चलाया जाएगा। इसका मकसद है कि 18 साल या उससे अधिक उम्र के नए मतदाताओं के नाम सूची में जोड़े जा सकें, ताकि कोई भी योग्य नागरिक मतदान के अधिकार से वंचित न रहे।
चुनाव आयोग की एक और बड़ी पहल के तहत जल्द ही एक इंटीग्रेटेड डैशबोर्ड शुरू किया जाएगा। इस डैशबोर्ड के जरिए चुनाव से संबंधित सभी प्रमुख सेवाएं और जानकारियां एक ही प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध होंगी, जिससे मतदाताओं, अधिकारियों और राजनीतिक दलों सभी को आसानी होगी।
चुनाव आयोग का फोकस इस बार पारदर्शिता, पहुंच और डिजिटल सुविधा बढ़ाने पर है, जिससे बिहार विधानसभा चुनाव 2025 को सुचारु और भरोसेमंद तरीके से कराया जा सके।
चुनाव आयोग की टीम जून 2025 में दो बार बिहार का दौरा करने वाली है। इस दौरान चुनाव आयोग कर्मचारियों को प्रशिक्षण भी देगा।