Alert: ठंड, कोहरा और Air पॉल्यूशन का होता है मस्तिष्क पर सीधा असर
इस दिमाग पर इसका कितना असर होता हैं और इससे बचाव करके अपने दिमाग और शरीर का ख्याल कैसे रखें।
Lifestyle: ठंड बढ़ रही है इसके साथ ही कोहरा भी बढ़ रहा हैं। वहीं बढ़ती ठंड और कोहरा का सीधा असर आपके सेहत पर तो पड़ता ही हैं इसके साथ ही आपको पता है कि इसका खतरनाक असर आपके दिमाग पर भी पड़ता हैं। तो आइये जानते है इस दिमाग पर इसका कितना असर होता हैं और इससे बचाव करके अपने दिमाग और शरीर का ख्याल कैसे रखें।
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जानें कोहरा और एयर पॉल्यूशन का असर
जैसा कि हम सभी जानते है कि कोहरा और एयर पॉल्यूशन का लेवल दिन पर दिन बढ़ता जा रहा है इसका कारण है वातावरण से पौधों का कम हो जाना। वहीं WHO की माने तो एयर पॉल्यूशन के कारण हर साल लगभग 4.2 मिलियन लोगों की अचानक से मृत्यु होती है। वहीं कोहरे के संपर्क में लंबे समय तक रहने के कारण डिमेंशिया से लेकर कई तरह की न्यूरोलॉजिकल बीमारियां होती है।
ठंड का मस्तिष्क में असर
रिसर्च में पाया गया है कि कोहरा और वायु प्रदूषण के संपर्क में रहने से मस्तिष्क की संरचना में बदलाव हो सकता है, इससे मस्तिष्क शोषित हो सकता है। वहीं बढ़ती ठंड से मस्तिष्क में न्यूरोनल सूजन और ऑक्सीडेटिव तनाव को बढ़ाता है, जो विभिन्न न्यूरोनल अपक्षयी बीमारियों और चिंता और अवसाद जैसी मानसिक बीमारियों का कारण बनता है। इससे कोहरे के कारण अल्पकालिक रूप से सिरदर्द, ध्यान केंद्रित करने में दिक्कत, और ध्यान अवधि कम हो सकती है इसके साथ ही डिप्रेशन का कारण बन सकता है, इसे सीज़नल इफ़ेक्टिव डिसऑर्डर कहते हैं।
कैसे करें बचाव
- कोहरा और एयर पॉल्यूशन को कम करने के लिए कचरे को कम जलाये क्योंकि यह वायु प्रदूषण को बढ़ाते हैं।
- व्यक्तिगत के लिए महीन फिल्टर वाला मास्क पहने जिससे एयर प्यूरीफायर ले सकें।
- हरी सब्जियां, जामुन और मछली जैसे एंटीऑक्सीडेंट और सूजनरोधी खाद्य पदार्थों से भरपूर आहार मस्तिष्क के स्वास्थ्य का समर्थन कर सकता है।
- ठंडा तापमान इंसान को आलसी बनाता है। इससे शरीर की मूवमेंट प्रभावित होती है और कैलोरी बर्न नहीं होती।
- कोहरे और ठंड के असर को कम करने के लिए गर्म चीजों का सेवन करें।
- ठंड से जिसके सर में दर्द होता है वो हो सकें तो टोपा पहने।