बाबा बागेश्वर धीरेंद्र शास्त्री की "हिंदू जोड़ो यात्रा" शुरू, जानें पदयात्रा का मकसद
धीरेंद्र शास्ती ने कहा- हम रामराजा ओरछा में दोपहर 2:00 बजे लाखों हिंदूओं के एक साथ जात-पात भेदभाव को मिटाने के लिए संकल्प ले लेंगे।
हिंदू जोड़ो यात्रा: बाबा बागेश्वर धीरेंद्र शास्त्री ने हिंदू राष्ट्र को बढ़ावा देने के लिए हिंदू जोड़ो यात्रा शुरू की हैं। वहीं हिंदू राष्ट्र पर बाबा बागेश्वर ने कहा- लोग अपने अधिकार को समझेंगे तभी तो हिंदू राष्ट्र बन पाएंगे। इसके साथ ही उन्होंने कहा- इस देश में रामचरितमानस को जलते हुए नहीं देखना चाहते। "अगर कोई छेड़ेगा तो हम छोड़ेंगे नहीं"।
यात्रा हुई शुरू
सनातनी एकता पदयात्रा पर निकले पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने आह्वान किया कि देशभर के मंदिरों और मस्जिदों में राष्ट्रगीत होना चाहिए। जिसके बाद पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्ती उर्फ बाबा बागेश्वर की हिंदू एकता यात्रा बागेश्वर धाम सिद्ध पीठ से ओरछा के लिए शुरू हो गई है। वहीं मीडिया से बातचीत के दौरान धीरेंद्र शास्ती ने कहा- हम रामराजा ओरछा में दोपहर 2:00 बजे लाखों हिंदूओं के एक साथ जात-पात भेदभाव को मिटाने के लिए संकल्प ले लेंगे। इसके बाद में हम मथुरा को पाने के लिए भी जाएंगे। इसके साथ ही शास्त्री ने कहा- छेड़ोगे तो छोड़ेंगे नहीं...
सनातन हिंदू एकता पदयात्रा का मकसद
सनातन हिंदू एकता पदयात्रा को लेकर धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री का एक मकसद है जोकि 21 अक्टूबर से शुरू हुई हैं। उनकी यह यात्रा कई मायनों में बेहद खास है। इस यात्रा के जरिए वो हिंदुओं को एकजुट रहने का संदेश देंगे साथ ही हिंदूओं के खिलाफ होने वाले अत्याचार के लिए आवाज उठाएंगे। 160 किलोमीटर लंबी उनकी ये यात्रा बागेश्वर धाम से ओरछा तक जाएगी। यात्रा शुरू करने से पहले बागेश्वर धाम (Bageshwar Dham) के पीठाधीश्वर ने बड़ा आह्वान किया कि देशभर के मंदिरों और मस्जिदों में राष्ट्रगीत होना चाहिए इससे यह स्पष्ट हो जाएगा कि कौन देशद्रोही है और कौन देशभक्त।
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मुस्लिमों को भेजा निमंत्रण
वहीं बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर ने धर्मांतरण को लेकर भी बात की इसके साथ ही उन्होंने कहा कि हम सभी मुसलमानों को पद यात्रा में आने का आमंत्रण देते हैं मुस्लिम आएं तो वेलकम, नहीं आओ तो भीड़ कम। इसके साथ ही बाबा बागेश्वर ने कहा- इस देश में जितने भी मुसलमान हैं। वह सब कन्वर्टेड मुसलमान हैं। असली मुसलमान तो अरब में हैं। अरब के मुसलमान तो स्वागत ही करते हैं जो यहां पर ईसाई हैं कन्वर्टेड ईसाई हैं। इसलिए हम उन सभी लोगों को मौका देते हैं
400-500 साल बाद उन्हें इतिहास जगाने के लिए यह महात्मा आ गया है। अब आप सभी लोग घर वापसी कर लो।
उन्होंने कहा कि भारत का हिंदू जाग रहा है। यह जागे हिंदुओं का उबाल है। दूसरा यह लहराते हुए भगवा ध्वज यह बता रहा है कि इस देश में हिंदू एक है। जात-पात से हिंदू ऊपर उठ रहा है और हर-हर में भारत को भव्य बनाकर हिंदुओं को एक करके ही हम मानेंगे। उन्होंने कहा कि हिंदुओं और बेटियों पर अत्याचार किया जा रहा है। इसलिए धर्म विरोधी राज कर रहे धर्म विरोधी हिंदुओं को एक-एक करके मार रहे हैं।
'सनातनी एकता पदयात्रा' पर निकले धीरेंद्र शास्त्री
'सनातनी एकता पदयात्रा' पर निकले धीरेंद्र शास्त्री ने कहा- पदयात्रा में चप्पल नहीं पहना चाहिए। पादुका का प्रयोग इसलिए नहीं करेंगे क्योंकि कुछ पाने के लिए कुछ त्याग करना पड़ता है। ऐसा हमने सुना है। हमने अपने जीवन का तो एक हिसाब से त्याग कर दिया है। इस देश के हर दिल में भगवान चाहिए। जिनको विघ्न पैदा करना है, उनको लगता है तो वह आ जाएं.. नो प्रॉब्लम।
आपको बताते चले कि धीरेंद्र शास्त्री की 'सनातनी एकता पदयात्रा' 21 से 29 नवंबर तक चलेगी। 22 नवंबर को तेलंगाना भाजपा नेता टी राजा सिंह सहित कई हस्तियों के भी शामिल होने की संभावना है। इस पदयात्रा में शामिल होने के लिए देशभर से हजारों की संख्या में उनके अनुयायी बागेश्वर धाम पहुंचे। यात्रा शुरु करने से एक एक दिन पहले बुधवार की रात को धीरेंद्र शास्त्री ने यात्रा में शामिल होने आए लोगों को संबोधित किया।