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BJP का ऐतिहासिक सफर, दिलों पर छाने वाली पार्टी ने किए कई बदलाव


बीजेपी यानी की भारतीय जनता पार्टी जो आज के समय में छोटे से लेकर बड़े- बूढ़े और महिलाओं की सबसे ज्यादा पसंदीदा पार्टी हैं


भारतीय जनता पार्टी (BJP): बीजेपी यानी की भारतीय जनता पार्टी जो आज के समय में छोटे से लेकर बड़े- बूढ़े और महिलाओं की सबसे ज्यादा पसंदीदा पार्टी हैं, इसलिए इसे  भारत की प्रमुख राजनीतिक पार्टियों में से एक हैं। तो आइये जानते है आप सभी की पसंदीदा पार्टी के सारी जानकारी के बारे में जो इसकों सभी पार्टियों से बेहद ही खास बनाती हैं। क्या आप बीजेपी के किसी विशेष पहलू के बारे में जानकारी चाहते हैं? तो हमारे इस आर्टिकल को पूरा जरूर पढ़ें...

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बीजेपी पार्टी की स्थापना

बतादे कि बीजेपी पार्टी की स्थापना 1980 में हुई थी लेकिन इसका मूल भारतीय जनसंघ (जो 1951 में स्थापित हुआ था), वहीं बात करें इसके मुख्यालय की तो बीजेपी का मुख्यालय नई दिल्ली में है। बीजेपी का देश के लिए और राजनीतिक में शामिल होने का एक विशेष उद्देश्य है भारत के लिए एक मजबूत, समृद्ध और विकासशील राष्ट्र बनाना है। यही उद्देश्य RSS यानी की राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ का है इसलिए बीजेपी को RSS के उद्देश्यों के साथ जोड़ा जाता हैं। वहीं बात करें राजनीतिक को तो बीजेपी का राजनीतिक दृष्टिकोण हिंदुत्व, आर्थिक विकास, और राष्ट्रीय सुरक्षा पर केंद्रित है। भारतीय जनसंघ ने भारतीय राजनीति में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, विशेष रूप से हिंदुत्व के विचार को बढ़ावा देने में।

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जानें बीजेपी की कैसे हुई शुरूआत

बीजेपी यानी की भारतीय जनसंघ ने भारतीय राजनीति में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, विशेष रूप से हिंदुत्व के विचार को बढ़ावा देने में बीजेपी की भूमिका थी।

1980- 1980 में जब जनसंघ का पुनर्गठन किया गया, तब इसे भारतीय जनता पार्टी के नाम से जाना जाने लगा। बीजेपी की स्थापना में प्रमुख नेताओं विशेष योगदान जिनमें से है अटल बिहारी वाजपेयी, लालकृष्ण आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी शामिल थे। बीजेपी ने भारतीय राजनीति में एक विकल्प के रूप में अपनी पहचान बनाई और धीरे-धीरे पूरे देश में अपने विचारों को फैलाया जिसने आज सभी का दिल जीत लिया और आज भी सभी के दिलों में राज कर रहा हैं।

1984- 1984 के आम चुनावों में बीजेपी को केवल दो सीटें मिलीं, लेकिन 1990 के दशक में पार्टी ने अपनी स्थिति को मजबूत किया, खासकर 1991 में राष्ट्रीय स्तर पर सरकार बनाने के बाद बीजेपी ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) और विश्व हिंदू परिषद (VHP) जैसे संगठनों के साथ मिलकर अपनी राजनीतिक गतिविधियों को बढ़ावा दिया। क्योंकि RSS और बीजेपी का देश के लिए एक ही उद्देश्य था। बीजेपी की नीति और दृष्टिकोण में बदलाव, विकास, और हिंदुत्व का एक महत्वपूर्ण स्थान रहा है जिसने भारतीय राजनीति में एक मजबूत ताकत बना दिया है।

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आइये जानें बीजेपी की पूरी कहानी

बीजेपी को पसंद करने के साथ ही उसकी पूरी कहानी के बारें में जानना आपके लिए भी बेहद जरूरी है जो आपके विश्वास को और बढ़ाती है क्योंकि बीजेपी पार्टी भारतीय राजनीति में एक महत्वपूर्ण परिवर्तन का प्रतिनिधित्व करती है। इसकी स्थापना से लेकर आज तक पार्टी ने कई उतार-चढ़ाव देखे हैं।

1. भारतीय जनसंघ (1951-1980)

बीजेपी की जड़ें भारतीय जनसंघ में हैं, जिसकी स्थापना 1951 में डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने की। यह पार्टी हिंदुत्व और सांस्कृतिक राष्ट्रवाद पर केंद्रित थी। वहीं 1980 में जब जनसंघ का पुनर्गठन किया गया, तब इसे भारतीय जनता पार्टी के नाम से जाना जाने लगा।

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2. 1967-77 का दौर

जनसंघ ने विभिन्न राज्यों में चुनावी सफलता हासिल की लेकिन 1975 में आपातकाल (Emergency) के दौरान पार्टी को कठिनाइयों का सामना करना पड़ा था।

3. बीजेपी का पुनर्गठन (1980)

बीजेपी पार्टी का पुनर्गठन 1980 में किया गया जिसके बाद से इसे भारतीय जनता पार्टी के नाम से जाना गया। जिसमें विशेष सहयोग में अटल बिहारी वाजपेयी और लालकृष्ण आडवाणी जैसे नेताओं की अगुवाई में पार्टी ने अपनी नई पहचान बनाई। पार्टी ने सदैव सामाजिक और सांस्कृतिक मुद्दों पर ध्यान केंद्रित करना शुरू किया, जिसमें से राम जन्मभूमि का मुद्दा विशेष था जिसको आखिर कार बीजेपी पार्टी ने साकार भी किया।

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4. विकास और विस्तार (1980-1990)

बीजेपी का पुनर्गठन होने के बाद 1984 का आम चुनाव हुआ। इस चुनाव में बीजेपी को केवल दो सीटें मिलीं, लेकिन पार्टी ने संगठनात्मक मजबूती पर ध्यान दिया और पार्टी के लिए काम करके पार्टी को और मजबूत बनाया। जिसके बाद राम जन्मभूमि का आंदोलन की शुरुआत की 
1980 के दशक में बाबरी मस्जिद-राम जन्मभूमि विवाद ने बीजेपी को जनाधार दिलाया और पार्टी ने इसे अपने राजनीतिक एजेंडे में शामिल किया।

5. सत्ता में हुआ बीजेपी का आगमन (1990-1998)

1991 का आम चुनाव में बीजेपी ने चुनाव में बड़ी सफलता हासिल की और अटल बिहारी वाजपेयी पहली बार प्रधानमंत्री बने। यह सरकार अल्पमत में थी। फिर 1996 में दूसरी बार पार्टी ने अल्पमत सरकार बनाई, लेकिन यह सरकार केवल 13 दिन चली।

6. पूर्ण बहुमत की सरकार (1998-2004)

जिसके बाद 1998 के आम चुनाव में बीजेपी ने एनडीए (राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन) के तहत पूर्ण बहुमत हासिल किया। जिसमें जीत हासिल करने के बाद अटल बिहारी वाजपेयी एक बार फिर प्रधानमंत्री बने। इस अवधि के दौरान विकास कार्यों में पार्टी ने आर्थिक सुधार, इंफ्रास्ट्रक्चर विकास और परमाणु परीक्षण (1998) जैसे महत्वपूर्ण कदम उठाए।

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7. विपक्ष में (2004-2014)

2004 का आम चुनाव में बीजेपी को आश्चर्यजनक रूप से हार का सामना करना पड़ा और कांग्रेस के नेतृत्व में यूपीए सरकार बनी। जिसके बाद आंतरिक समीक्षा पार्टी ने अपनी नीतियों और रणनीतियों का दुबारा से अवलोकन किया।

7. फिर पार्टी आई मैदान में (2014-2020)

2004 के आम चुनाव में हार के बाद पार्टी ने 2014 के आम चुनाव में बीजेपी ने एक बार फिर पूर्ण बहुमत हासिल किया और इस बार जीत के बाद नरेंद्र मोदी को प्रधानमंत्री बनाया गया। इस चुनाव की जीत के बाद पार्टी ने 'अच्छे दिन' का नारा दिया साथ ही कई नीतियों पर काम किया और कई प्रमुख नीतियों जैसे जीएसटी, मेक इन इंडिया, और डिजिटल इंडिया को लागू किया गया।

8. वर्तमान स्थिति (2020-2024)

वहीं 2020 में दोबारा सत्ता में बीजेपी आई, जब 2019 के आम चुनाव में बीजेपी ने अपनी स्थिति को और मजबूत किया और फिर से सत्ता में जगह बनाई और एक बार फिर से नरेंद्र मोदी को प्रधानमंत्री बनाया गया। वहीं इस दुबारा मिली जीत के बाद बीजेपी को कई आलोचनाएं और चुनौतियों का सामना करना पड़ा था इसके साथ ही पार्टी ने कई उपलब्धियां भी हासिल की लेकिन उसे सामाजिक मुद्दों, अर्थव्यवस्था, और विरोधी दलों से चुनौतियों का सामना भी करना पड़ रहा है।

बीजेपी की अभी तक की यह यात्रा देश के लिए भारतीय राजनीति में बदलाव, संघर्ष, और विकास से भरी हुई है। जिसे पार्टी ने अपने विचारों को प्रभावी सभी के दिलों में विशेष जगह भी बनाई हैं इसलिए आज बीजेपी भारत की प्रमुख राजनीतिक ताकतों में से एक है।

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बीजेपी पार्टी का देश के लिए सहयोग

भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने अपने शासन के दौरान देश के विकास और सामाजिक समृद्धि के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। आइये जानते है पार्टी का योगदान

1. आर्थिक सुधार

बीजेपी ने आर्थिक सुधार के लिए मेक इन इंडिया का कदम उठाया, इस पहल के तहत भारत को एक वैश्विक विनिर्माण केंद्र बनाने का प्रयास किया गया, जिससे रोजगार के अवसर बढ़े।

2. GST (वस्तु एवं सेवा कर)

आर्थिक सुधार के लिए 2017 में GST लागू किया गया, जिसने कर प्रणाली को सरल और पारदर्शी बनाया।

3. सामाजिक कल्याण योजनाएँ

बीजेपी ने सामाजिक कल्याण योजना के तहत प्रधानमंत्री आवास योजना लाए इस योजना के अंतर्गत गरीबों को किफायती आवास मुहैया कराया गया। इसके साथ ही स्वच्छ भारत अभियान चलाया इस अभियान का उद्देश्य है भारत को स्वच्छ और स्वस्थ बनाना है, जिसमें शौचालयों का निर्माण और सफाई पर जोर दिया गया।

4. इंफ्रास्ट्रक्चर विकास

बीजेपी ने इंफ्रास्ट्रक्चर विकास को बढ़ावा दिया इसके तहत सड़क और परिवहन पर काम किया जिससे राष्ट्रीय राजमार्गों का विकास और ग्रामीण सड़कों के निर्माण के लिए कई योजनाएँ बनाई गई हैं। इसके साथ ही रेलवे सुधार के लिए रेलवे के आधुनिकीकरण और गति बढ़ाने के लिए अनेक उपाय किए गए हैं।

5. स्वास्थ्य क्षेत्र में सुधार

बीजेपी ने स्वास्थ्य के क्षेत्र में सुधार लाने के लिए आयुष्मान भारत योजना चलाई इससे स्वास्थ्य सुरक्षा प्रदान करती है, जिसमें गरीबों को अस्पताल में मुफ्त इलाज की सुविधा मिलती है। इसके साथ ही पार्टी ने टीकाकरण कार्यक्रम चलाए जिसमें कोविड-19 टीकाकरण अभियान के तहत तेजी से टीकाकरण किया गया, जिससे महामारी पर नियंत्रण पाया गया।

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6. शिक्षा और कौशल विकास

बीजेपी ने शिक्षा और कौशल विकास के योजनाओं पर भी काम किया इसके तहत न्यू इंडिया शिक्षा प्रणाली में सुधार के लिए नई नीतियाँ और कौशल विकास कार्यक्रम शुरू किए गए हैं। साथ ही डिजिटल इंडिया की पहल की जिसके जरिए इंटरनेट और डिजिटल तकनीक के माध्यम से शिक्षा को बढ़ावा दिया गया।

7. राष्ट्रीय सुरक्षा

बीजेपी ने राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए और सुरक्षा बलों को सशक्त बनाने के लिए पार्टी ने सुरक्षा बलों के आधुनिकीकरण और उनके बजट को बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित किया है। इसके साथ ही आतंकवाद के खिलाफ कार्रवाई करते हुए पार्टी ने आतंकवादियों के खिलाफ कठोर नीतियाँ अपनाई हैं।

8. संस्कृति और धरोहर

बीजेपी ने आधुनिकता के साथ संस्कृति के संरक्षण में विशेष योगदान दिया इसके तहत बीजेपी ने भारतीय संस्कृति, परंपराओं और धरोहरों के संरक्षण और प्रचार पर जोर दिया है। इसके साथ ही कई धार्मिक स्थलों का विकास के लिए योजनाएँ बनाई गई हैं।

इसके साथ ही बीजेपी ने देश के हित में कई कदम उठाए दो देश को विकास और समृद्धि की ओर लेकर जाते है, हालांकि, इन प्रयासों की सफलता में कई चुनौतियाँ भी हैं, और विभिन्न सामाजिक-आर्थिक मुद्दों पर पार्टी की नीतियों पर चर्चा होती रहती है।

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बीजेपी का कार्यकाल

भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) का भारत की राजनीति में कई महत्वपूर्ण समय पर शासन रहा है। तो आइये जानते बीजेपी का कार्यकाल...

1. 1996 का कार्यकाल-  बीजेपी ने सन् 1996 में सरकार बनाई जिसमें पहली बार प्रधानमंत्री बनने की कोशिश की और अटल बिहारी वाजपेयी ने 19 मार्च को प्रधानमंत्री पद की शपथ ली, लेकिन यह सरकार केवल 13 दिन ही चली।

2. 1998-2004 का कार्यकाल-  सन् 1996 में बनी बीजेपी की 13 दिन सरकार के बाद बीजेपी को सन् 1998 में आम चुनाव में एनडीए के तहत पूर्ण बहुमत प्राप्त हुआ, जिसमें अटल बिहारी वाजपेयी प्रधानमंत्री बने और उनकी सरकार ने कई महत्वपूर्ण नीतियाँ लागू कीं, जैसे:
परमाणु परीक्षण (1998), राष्ट्रीय राजमार्ग विकास योजना, आर्थिक सुधार हैं।

3. 2004-2014 का विपक्षी कार्यकाल-  वहीं बीजेपी 2004 के आम चुनाव में हार गई, जिसके बाद कांग्रेस के नेतृत्व में यूपीए सरकार बनी। इस दौरान पार्टी ने अपनी नीतियों का पुनर्मूल्यांकन किया और अपने कार्यों का सुधार किया।

4. 2014-2019 का कार्यकाल-  2014 के चुनाव में एक बार फिर सत्ता में बीजेपी ने अपना वर्चस्व जमाया और सत्ता में वापसी हुई, फिर बीजेपी ने 2014 के आम चुनाव में भारी जीत हासिल की और नरेंद्र मोदी को प्रधानमंत्री बनाया। इस कार्यकाल के दौरान बीजेपी ने कई महत्वपूर्ण कदम उठाएं जैसे कि स्वच्छ भारत अभियान, मेक इन इंडिया, जीएसटी का लागू होना, आयुष्मान भारत योजना।

5. 2019-2024 का कार्यकाल-  2014 के बीजेपी कार्यकाल ने जनता को काफी प्रभावित किया जिसका असर यह दिखा की बीजेपी को दोबारा जनता ने बहुमत से जताया और बीजेपी ने अपने पहले से भी अधिक सीटें जीती और नरेंद्र मोदी ने फिर से प्रधानमंत्री पद की शपथ ली। इस दौरान पार्टी ने कई प्रमुख नीतियों और योजनाओं पर ध्यान केंद्रित किया, जैसे कि नागरिकता संशोधन अधिनियम (CAA), धारा 370 का हटना (जम्मू और कश्मीर का विशेष दर्जा), कृषि सुधार कानून जिसे बाद में वापस ले लिया गया।

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बीजेपी ने किए बदलाव

भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने अपने कार्यकाल में कई महत्वपूर्ण बदलाव और सुधार किए हैं। जिसे बहुत लोगों ने पसंद भी किया तो बहुत लोगों ने बीजेपी के कार्यों की उपेक्षा भी की साथ ही विरोध भी जताया। तो आइये एक नजर बीजेपी के द्वारा किए गए बदलावों पर डालते हैं।

1. आर्थिक सुधार
2. जीएसटी (वस्तु एवं सेवा कर) 2017 में लागू
3. मेक इन इंडिया
4. सामाजिक कल्याण योजनाएँ
5. प्रधानमंत्री आवास योजना
6. स्वच्छ भारत अभियान
7. स्वच्छता और स्वास्थ्य के लिए शौचालयों का निर्माण 
8. शिक्षा और कौशल विकास
9. न्यू इंडिया और कौशल भारत 
10. शिक्षा प्रणाली में सुधार 
11. युवाओं के लिए कौशल विकास कार्यक्रम 
12. डिजिटल इंडिया
13. इंफ्रास्ट्रक्चर विकास
14. सड़क और परिवहन 
15. राष्ट्रीय राजमार्गों का निर्माण 
16. रेलवे सुधार 
17. स्वास्थ्य क्षेत्र में सुधार
18. आयुष्मान भारत
19. टीकाकरण कार्यक्रम कोविड-19 टीकाकरण अभियान 
20. राष्ट्रीय सुरक्षा
21. आतंकवाद के खिलाफ नीतियाँ
22. सुरक्षा बलों का आधुनिकीकरण
23. संस्कृति के संरक्षण
24. धार्मिक स्थलों का विकास
25. कृषि सुधार

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बीजेपी में कब कौन रहा नेता

भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) में कई प्रमुख नेताओं ने विभिन्न समय पर महत्वपूर्ण भूमिकाएँ निभाई हैं। कुछ प्रमुख नेता और उनके कार्यकाल...

1. अटल बिहारी वाजपेयी

अटल बिहारी वाजपेयी का कार्यकाल: 1996 (13 दिन) के लिए रहा जिसके बाद 1998-2004 बीजेपी के पहले प्रमुख नेता अटल बिहारी वाजपेयी रहे। जिन्होंने पार्टी को राष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाई। उनकी नीतियों में आर्थिक सुधार, परमाणु परीक्षण, और राष्ट्रीय राजमार्ग विकास शामिल हैं।

2. लालकृष्ण आडवाणी

लालकृष्ण आडवाणी का कार्यकाल: 1980-2005 (पार्टी अध्यक्ष) रहे। आडवाणी ने पार्टी को एक मजबूत आधार प्रदान किया और राम जन्मभूमि आंदोलन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। वे 1990 में अयोध्या गए थे, जिससे पार्टी की लोकप्रियता में वृद्धि हुई।

3. मुरली मनोहर जोशी

मुरली मनोहर जोशी का कार्यकाल: 1998-2004 (केंद्रीय मंत्री) रहे और कई बार पार्टी अध्यक्ष बने। फिर शिक्षा मंत्री के रूप में उन्होंने कई सुधारों की शुरुआत की और पार्टी को सशक्त बनाने में योगदान दिया।

4. राजनाथ सिंह

राजनाथ सिंह का कार्यकाल: 2005-2009 (पार्टी अध्यक्ष), 2014-2019 (गृह मंत्री) के रूप में रहे। फिर राजनाथ सिंह ने पार्टी को एकता के साथ आगे बढ़ाने की कोशिश की और गृह मंत्री के रूप में सुरक्षा नीतियों पर ध्यान केंद्रित किया।

5. नरेंद्र मोदी

नरेंद्र मोदी का कार्यकाल 2014 से वर्तमान (प्रधानमंत्री) के पद में रहा। वह  2013-2014 (पार्टी अध्यक्ष) भी रहे, उन्होंने विकास के नए आयामों को स्थापित किया, जैसे मेक इन इंडिया, स्वच्छ भारत अभियान, और आयुष्मान भारत योजना। उनकी नीतियों ने पार्टी को एक नई पहचान दी।

6. अमित शाह

अमित शाह का कार्यकाल: 2014-2019 (गृह मंत्री), 2014-2019 (पार्टी अध्यक्ष) भी रहे। उन्होंने पार्टी को संगठनात्मक रूप से मजबूत किया और चुनावी रणनीतियों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उनके नेतृत्व में पार्टी ने कई राज्यों में चुनावी जीत हासिल की।

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