धनतेरस पर करें ये खरीदारी, बनें धनवान! सौभाग्यशाली
तो आज हम इसी बात पर चर्चा करेंगे। 5 दिनों का मनाएं जाना वाला यह दीवाली का त्यौहार बेहद ही खास होता हैं।
धन त्रयोदशी/ धनतेरस: धनतेरस का त्यौहार कल ही है जिसको हमारे भारतवर्ष में बहुत ही धूम-धाम से मनाया जाता हैं। वहीं बात करें धनतेरस की कब मनाया जाएगा, इसका शुभ मुहूर्त क्या है, इसमें क्या ऐसा खरीदें जिससे की आपके जीवन के धन की समस्या खत्म हो जाएं। तो आज हम इसी बात पर चर्चा करेंगे। 5 दिनों का मनाएं जाना वाला यह दीवाली का त्यौहार बेहद ही खास होता हैं।
धनतेरस का शुभमूहुर्त
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आपको बतादें कि इस साल धनतेरस जिसे कुछ लोग धन त्रियोदशी भी कहते हैं। इस बार का धनतेरस बेहद ही खास है क्योंकि इस बार धनतेरस के दिन त्रिपुष्कर योग बन रहा है इसलिए कहा जाता है कि इस शुभ योग में सोना खरीदना बेहद ही शुभ माना जाता हैं। यह त्रिपुष्कर योग 29 अक्टूबर की सुबग 6 बजकर 31 मिनट से शुरू होकर अगले दिन 30 अक्टूबर 10 बजकर 31 मिनट तक रहेगा। इस लिए इस शुभ योग पर सोना खरीद कर लाने से आपकी किस्मत चमक जाएंगी।
धनतेरस त्यौहार पर करें खरीदारी
धनतेरस दीपावली के 5 दिवस के उत्सव का पहला त्यौहार होता है इस दिन से माता लक्ष्मी, धन के देवता कुबेर का घर, व्यापार, और लोगों के जीवन में आगमन होता हैं। इसके लिए धनतेरस त्यौहार पर आपको यह चीजें खरीदनी चाहिए...
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सोना
सोना खरीदने से घर में माता लक्ष्मी का आगमन होता हैं, क्योंकि माता लक्ष्मी को यह बेहद ही पसंद हैं।
चांदी
चांदी की खरीदारी करने से घर में सुख-समृद्धि का आगमन होता है, इस भी खरीदने से मां लक्ष्मी का घर में आगमन होता हैं। इसलिए आप सोना या चांदी में से कुछ भी खरीद सकते हैं यह आपकी बजट पर आधारित हैं।
नमक
धनतेरस में नमक खरीदने से और घर में रखने से घर की नकारात्मक ऊर्जा का नाश होता हैं। इसके साथ ही घर की बुराइयां भी खत्म होती हैं।
झाडू
धनतेरस के दिन नया झाडू खरीदा जाता हैं, इसके साथ ही पुराने झाडू को एक दिन पहले ही घर से बाहर निकाल दिया जाता है क्योंकि पुराने और टूटे झाडू में दरिद्रता का वास होता हैं। जिसे घर से निकाल कर धनतेरस पर नया झाडू लाकर घर और व्यापार में धन का आगमन किया जाता हैं।
सुखी धनियां
धनतेरस पर सुखी धनियां लाई जाती है और इसे उगाया भी जाता है क्योंकि ऐसा माना जाता है कि धनियां उगाने से घर पर धन की वृद्धि होती हैं।
धनतेरस के पीछे पौराणिक मान्यता
वहीं धनतेरस जिसे धन त्रयोदशी भी कहा जाता है इसको लेकर एक पौराणिक मान्यता है। धनतेरस को कार्तिक मास की त्रियोदशी तिथि को मनाया जाता है। इसलिए इस दिन धन की देवी मां लक्ष्मी और धन के देवता कुबेर जी की पूजा की जाती है। जिससे की घर, व्यापार में मां लक्ष्मी और कुबेरजी का आशीर्वाद बरसे और पूरे साल की बरकत बन रहें।
इसलिए सोना-चांदी को मां लक्ष्मी का रूप माना जाता है तभी लोग सोना माता के प्रतीक के रूप में खरीदते है। अगर आप सोना खरीदने में समर्थ नहीं हैं तो जौ के दानों को भी सोने के समान माना गया है आप उसे भी खरीद सकते हैं। इस दिन घर में जौ लाकर भी मां लक्ष्मी को प्रसन्न करके उनका आशीर्वाद प्राप्त कर सकते हैं। इसलिए कहा जाता है कि धनतेरस के दिन घर में जौं के दाने और धनिया लाने से संपन्नता बढ़ती है।