डिजिटल हाजिरी पर लगी रोक, शिक्षकों की समस्याओं के समाधान के लिए बनेगी कमेटी
बताते चले कि स्कूलों में शिक्षकों की डिजिटल हाजिरी लगने पर मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह ने दो महीने के लिए रोक लगा दी है।
UP digital attendance: डिजिटल अटेंडेंस को लेकर शिक्षकों ने पुरजोर विरोध जताया था साथ ही सोशल मीडिया के जरिए शिक्षकों ने एक्स पर बायकॉट डिजिटल हाजिरी का हैशटैग भी चलाया था। वहीं मिली खबरों की जानकारी की मानें तो डिजिटल अटेंडेंस के आदेश को स्थगित किया गया है। मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह से शिक्षक संघ ने मुलाकात की और एक कमेटी बनाकर डिजिटल अटेंडेंस से जुड़ी समस्या का हल निकालने की बात कही है बतादें कि मंगलवार को मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह ने आदेश दिया है कि डिजिटल अटेंडेंस पर रोक लगा दी जाएं, हालांकि इसे कितने समय के लिए स्थगित किया गया है, इसको लेकर स्पष्ट जानकारी नोटिफिकेशन जारी होने के बाद ही मिल पाएगी।
एक्स पर बायकॉट डिजिटल हाजिरी का हैशटैग
वहीं डिजिटल हाजिरी पर रोक लगा देने के बाद शिक्षकों का कहना है कि यह उनकी एकता की जीत है। जिसका उन्होंने मिलकर पुरजोर विरोध जताया है। इसके साथ ही शिक्षकों का कहना है कि वह यहां नहीं रूकेंगे। वह अन्य कर्मचारियों की तरह ही 31 उपार्जित अवकाश, 12 दूसरे शनिवार अवकाश ,अर्ध-आकस्मिक अवकाश, प्रीतिकर एवं अध्ययन अवकाश मिलने की अपनी मांग भी रखेंगे।
Read More: UP में डिजिटल अटेंडेंस को लेकर सख्त हिदायत, इन जिलों के शिक्षकों के रुके वेतन
बताते चले कि स्कूलों में शिक्षकों की डिजिटल हाजिरी लगने पर मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह ने दो महीने के लिए रोक लगा दी है। इसके साथ ही डिजिटल हाजिरी में आ रही तकनीकी समस्याओं के समाधान के लिए कमेटी का गठन किया गया है।
सीएम योगी ने की थी बैठक
आपको बतादें कि 8 जुलाई को यूपी के सभी परिषदीय विद्यालयों में शिक्षकों की ऑनलाइन हाजिरी व रजिस्टरों के डिजिटलाइजेशन का आदेश जारी किया गया था। जिसके बाद से शिक्षकों ने इसका विरोध करते हुए काली पट्टी बांध कर धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया। वहीं शिक्षकों के विरोध के बाद विभाग ने सख्ती दिखाते हुए 10 जुलाई को आठ व नौ जुलाई को ऑनलाइन हाजिरी न भरने के कारण सामूहिक रूप से शिक्षकों का वेतन काटने का आदेश जारी किया। मगर इस आदेश के बाद भी शिक्षकों को कोई भी फर्क नहीं पड़ा था। शिक्षा विभाग और शिक्षकों के बीच जारी गतिरोध को देखते हुए सीएम योगी आदित्यनाथ ने बैठक बुलाई थी।
शिक्षकों की समस्या
- स्कूलों में नेटवर्क की समस्या सबसे बड़ी हैं।
- कई स्कूलों तक पहुंचने के लिए रास्ता तक नहीं सही हैं।
- दूर से आवागमन से लेट हो सकती हैं।
- मौसम का बदलाव शिक्षकों के लिए बाधा हैं।
- स्कूल के बाद ऑफ लाइन कार्यों का बोझ शिक्षकों को दिया जाना।