ज्योतिष ज्ञान में सीखे ज्योतिष: कुंडली के भाव में चंद्रमा का फल देखे
ज्योतिष ज्ञान: राम राम जी जैसा कि आप सभी जानते है कि हम हर हफ्ते के ज्योतिष ज्ञान आप सभी के लिए ज्योतिष से जूड़े विशेष ज्ञान कुछ ना कुछ लाते हैं ठीक हर हफ्ते रविवार की तरह आज ज्ञान में वृद्धि के ज्योतिष ज्ञान में आज का विषय है सभी भाव में चंद्रमा का फल देखे।
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जानें चंद्रमा का संबंध
ज्योतिष ज्ञान में वृद्धि पिछले हफ्ते में देखा नव गृहों का रोग से संबंध सभी भाव में सूर्य का फल, मगर आज देखे सभी भाव में चंद्रमा का फल क्या हैं। ऋषियों ने कहा चंद्रमा का संबंध मन से होता है और मन का संबंध अन्न से होता है जैसा खाए अन्न वैसा बने मन…बतादें कि चंद्रमा जल तत्व स्त्री लिंग से सम्बन्ध रखता है यह वृष राशि में उच्च का होता वृश्चिक राशि में नीच का होता है इसकी पांचवीं, सातवीं, नवीं, दृष्ट होती है। स्वग्रही मित्र गृही या मित्र के साथ अच्छा फल देता है पाप ग्रहों के साथ या शत्रु भाव में खराब फल देता है।
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प्रथम भाव में चंद्रमा का फल
प्रथम भाव में काल पुरुष का पहला घर मंगल का होता है जहां चंद्रमा मंगल के घर में होता है जो मित्र का घर होता है। इसलिए भूमि वाहन सेना में अधिकारी का पद देता है, माता को कष्ट चोट आदि का भय रहता है, शिव पूजन से कष्ट का निवारण होता हैं।

द्वितीय भाव में चंद्रमा का फल
द्वितीय भाव में काल पुरुष का दूसरा घर जहां चंद्रमा उच्च का होता है। जातक कल्पनाओं में जीता है,उच्च विचार से रहकर वह ऊंची संगत करता,ऊंचे ग्रहों के दृष्ट से फॉरेन का सुख प्राप्त करता हैं। महिला अधिकारी या रिश्तेदार पत्नी माता का सहयोग रहेगा, शिव पूजन करें सफेद चंदन मिश्रित जल से अभिषेक करें।
तृतीया भाव में चंद्रमा का फल
तृतीया भाव में काल पुरुष का तीसरा घर बुध ग्रह का होता है जहां चंद्रमा का शत्रु होता है,अगर चंद्रमा कमजोर होगा तो डिप्रेशन का शिकार बनाएगा, तनाव अनिद्रा का रोग उत्पन्न करेगा, गणेश पूजन से शांति मिलेगी।

चौथा भाव में चंद्रमा का फल
चौथा भाव काल पुरुष का चौथा घर चंद्रमा माता का होता हैं। भूमि वाहन जमीन संबंधित फल प्रदान करता है, उच्च का या मित्र का होता तो अच्छा फल देता है। नीच या पाप दृष्टा हो तो माता को कष्ट होता है।
पांचवां भाव में चंद्रमा का फल
पांचवां भाव काल पुरुष का पांचवां घर सूर्य का बुद्धि विद्या संतान का होता है। यह चंद्रमा अपने मित्र के घर में हो तो आत्मा और मन का मिलन ऊंचा संबंध का होता है उच्च शिक्षा प्रशासनिक सेवा रत होना आदित्य ह्रदय स्तोत्र के पाठ से लाभ होता है।
छठवां भाव में चंद्रमा का फल
छठवां भाव काल पुरुष का रोग शत्रु संघर्ष रत होना यह घर बुध का होता है। सेना में उच्च पद प्रदान करता, डाक्टर वर्ग रिसर्च करने वाला होता खराब होता जेल जाना पड़ता हनुमान साठिका के पाठ से लाभ होता है।
सातवां भाव में चंद्रमा का फल
सातवां भाव काल पुरुष का पत्नी का घर होता है व्यापार का मृत्यु का विचार होता है। यह चंद्रमा महिला अधिकारी या रिश्तेदार महिला या पत्नी के द्वारा सफलता मिलेगी लक्ष्मी नारायण के पूजन से लाभ होता है।

आठवें भाव में चंद्रमा का फल
आठवें भाव से काल पुरुष का सर्च का भाव साइंटिस्ट ज्योतिषी प्रोफेसर रोग आदि का विचार होता है, यह चंद्रमा उच्च या मित्र का अच्छा फल प्रदान करता नीच या शत्रु का मारक होकर मृत्यु मार्केश देता है शिव अभिषेक से लाभ मिलेगा।
नवा भाव में चंद्रमा का फल
नवा भाव काल पुरुष का धर्म का पिता का भाग्य का होता है यहां चंद्रमा गुरु के साथ या दृष्टि में हो तो ज्ञान सीखना धर्म पर चलना न्याय संगत काम करता हैं।
दसवां भाव में चंद्रमा का फल
दसवां भाव काल पुरुष का कर्म का भाव होता न्याय संगत काम करता है। शनि यहां का स्थान बलि होता है अच्छा हो तो राजा बनाता है ऊंचा संत उपदेशक होता है गुरु पूजन से लाभ होता है।
एकादश भाव में चंद्रमा का फल
एकादश भाव अर्थात काल पुरुष का आय का भाव यहां चंद्रमा शुक्र या शनि से संबंध रखता हो तो फॉरेन का योग बनाता है गणेश पूजन करने से लाभ होगा।

द्वादश भाव में चंद्रमा का फल
द्वादश भाव काल पुरुष का व्यय भाव खर्चा का भाव उच्च का चंद्रमा शुक्र या गुरु के साथ धर्म में खर्चा होगा राहु शनि के साथ हो तो गलत मार्ग में धन खर्च होना
शिव पूजन से शांति मिलेगी।