ज्योतिष ज्ञान में सीखे ज्योतिष: ज्योतिष से जानें राशि का शरीर रोग ग्रस्त है या स्वस्थ
ज्योतिष ज्ञान आज का विषय है ज्योतिष ग्रंथों में लिखा है काल पुरुष के शरीर के विभिन्न अंगों में मेष से लेकर मीन राशियों की स्थापना की गई है।
ज्योतिष ज्ञान: राम राम जी जैसा कि आप सभी जानते है कि हम हर हफ्ते के ज्योतिष ज्ञान आप सभी के लिए ज्योतिष से जूड़े विशेष ज्ञान कुछ ना कुछ लाते हैं ठीक हर हफ्ते रविवार की तरह आज ज्ञान में वृद्धि के ज्योतिष ज्ञान आज का विषय है ज्योतिष ग्रंथों में लिखा है काल पुरुष के शरीर के विभिन्न अंगों में मेष से लेकर मीन राशियों की स्थापना की गई है।
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ज्योतिष ज्ञान में वृद्धि के लिए पिछले सप्ताह में The Voice Of Hind के लेख में देखा ग्रहों का रोग से संबंध और आज का विषय है ज्योतिष ग्रंथों में लिखा है काल पुरुष के शरीर के विभिन्न अंगों में मेष से लेकर मीन राशियों की स्थापना की गई है जिसके आधार पर उसके शरीर रोग ग्रस्त या स्वस्थ है यह जाना जा सकता है।
- पराशर ऋषि के अनुसार मेष राशि से सिर
- वृष राशि में मुख
- मिथुन राशि में भुजा
- कर्क राशि में हृदय
- सिंह राशि में पेट
- कन्या राशि में कमर
- तुला राशि में वस्ति
- वृश्चिक राशि में गुप्तांग
- धनु राशि में उरू
- मकर राशि में घुटने
- कुंभ राशि में जांघ
- मीन राशि में पैरों का जानकारी मिलती
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मेष से लेकर 12 राशियों जिन-जिन रोगों को उत्पन्न करती वह रोग इस प्रकार से है
मेष राशि
नेत्र रोग, मुख रोग, सिर दर्द, मानसिक तनाव, तथा अनिद्रा
वृष राशि
गले एवं श्वास नली के रोग, आंख, नाक, एवं गले के रोग
मिथुन राशि
रक्त विकार, श्वास फूस फूस रोग
कर्क राशि
हृदय रोग, रक्त विकार
सिंह राशि
पेट रोग तथा वायु विकार
कन्या राशि
आमाशय के विकार, अपच, जिगर और कमर दर्द
तुला राशि
मूत्राशय के रोग, मधुमेह, प्रदर एवं बहुमूत्र
वृश्चिक राशि
गुप्तांग के रोग, भगांदर, संसर्ग, जन्य रोग
धनु राशि
यकृत रोग, चरम रोग, शीत रोग, रक्त चाप
कुंभ राशि
मानसिक रोग, ऐठन, गर्मी, जालोदर
मीन राशि
एलर्जी, गठिया, चर्म रोग, एवं रक्त विकार
इन इन राशियों में अगर कमजोर या पाप प्रभाव में ग्रह होता है जो उसका स्वामी है तो व्यक्ति को उसी रोग का सामना करना पड़ता है। यह जानकारी अगर पहले हो जाती है तो उस राशि या उस ग्रह का निदान करने से रोग होता तो है परन्तु उसका असर न के बराबर होता है। उसकी शांति हो जाती या बलवान करना हो तो बलवान किया जाता है। यह जानकारी जानकर ज्योतिषी करके ही बता पाते हैं।