संसद में अरुण गोविल ने उठाया OTT प्लेटफॉर्म का मुद्दा, केंद्रीय IT मंत्री बोले...
सोशल मीडिया-OTT को अब हम परिवार के साथ नहीं देख सकते' इसके साथ ही OTT पर बढ़ती अश्लीलता
OTT Platforms: सोशल मीडिया-OTT प्लेटफार्म को लेकर संसद का शीतकालीन सत्र में हंगामा मचा हुआ हैं। वहीं इस बार भाजपा सांसद अरुण गोविल ने पहली बार अपना सवाल संसद का शीतकालीन सत्र में रखा हैं कि सोशल मीडिया-OTT को अब हम परिवार के साथ नहीं देख सकते' इसके साथ ही OTT पर बढ़ती अश्लीलता के खिलाफ TV के 'राम' अरुण गोविल की संसद में ललकार पर केंद्रीय मंत्री अश्विण वैष्णव ने कहा ये एक अहम सवाल है।
संसद में उठा OTT का मुद्दा
बता दें कि संसद का शीतकालीन सत्र 2024 शुरू हो चुका है और ये 20 दिसंबर तक चलेगा। इस बार भाजपा सांसद अरुण गोविल ने पहली बार अपना सवाल रखते हुए पहला सवाल ओटीटी को लेकर पूछा। उन्होंने संसद में कहा कि आज के समय में ओटीटी का कंटेंट ऐसा है कि आप फैमिली के साथ बैठकर टीवी नहीं देख सकते हैं। इस पर केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव को भी बोलना पड़ा कि यह तो काफी अहम मुद्दा है।
उन्होंने आगे कहा- ‘ओटीटी प्लेटफॉर्म पर जो दिखाया जा रहा है, वह बहुत अश्लील है। ओटीटी प्लेटफॉर्म पर आने वाले ये कंटेंट परिवार में साथ बैठकर देख नहीं सकते हैं, इससे हमारे नैतिक मूल्यों का हरास हुआ है। क्या मंत्री हमें बता सकते हैं कि सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर सेक्स कंटेंट को रोकने के लिए मौजूदा तंत्र क्या है? और उक्त कानून इन प्लेटफॉर्म के दुरुपयोग को रोकने के लिए ज्यादा प्रभावी नहीं है। सरकार के पास मौजूदा कानून को और सख्त बनाने का प्रस्ताव है।’
केंद्रीय आईटी मंत्री ने दिया जवाब
वहीं संसद में उठे OTT के मुद्दे का जवाब केंद्रीय आईटी मंत्री अश्वनी वैष्णव ने देते हुए कहा- ‘यह महत्वपूर्ण विषय है, पहले मीडिया में कोई भी चीज लाने से पहले एक चेक होता था लेकिन अब उसे लाने से पहले सारे चेक खत्म हो गए हैं। एडिटोरियल चेक खत्म होने के कारण सोशल मीडिया फ्रीडम ऑफ प्रेस का एक बड़ा माध्यम है। लेकिन साथ ही साथ अनकंट्रोल एक्सप्रेशन के साथ कई तरह के वलगर कंटेंट हैं। अभी और कड़ा कानून लाने की जरूरत है लेकिन इसके लिए इसमें हमें एक कनसेसस लाने की जरूरत है।’
इसके साथ ही अरुण गोविल के सवाल का जवाब देते हुए केंद्रीय मंत्री अश्विण वैष्णव ने कहा- ये एक अहम सवाल है। सोशल मीडिया और ओटीटी के युग में बहुत सारी चीजें अनियंत्रित हो रही है, आगे इसे और कड़ा करने का जरूरत है। बताते चले कि ओटीटी को लेकर लंबी बहस रही है। कभी गालियों की भरमार तो कभी बोल्ड सीन्स के चलते समय-समय पर इसे सेंसरशिप में लाने की मांग होती रही है, वहीं एक धड़ा ऐसा भी है जो क्रिएटिविटी के चलते इसे सेंसरशिप से आजादी की मांग करता है।
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अरुण गोविल का कार्यकाल
अब बात करें अरुण गोविल के कार्यकाल की तो यूपी के मेरठ लोकसभा सीट से अरुण गोविल ने जीत का परचम लहराया था। अरुण गोविल को कुल 5 लाख 46 हजार 469 वोट मिले, उन्होंने चुनाव में सपा की प्रत्याक्षी सुनीता वर्मा को हराते हुए कुल वोटों का 46 प्रतिशत उन्होंने हासिल किया था।
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