व्यस्त लाइफ में मानसिक और शारीरिक स्थिति का ऐसे रखें ख्याल, जानें लक्षण, उपाय
तो आईये जानते है कैसे इस व्यस्त लाइफ में अपने मानसिक स्थिति को सही रखे और खुद को कैसे तनाव से दूर रखें।
Mental Health and Stress Management : आज के व्यस्त समय में लोगों का खान-पान सही ना होने से और व्यस्त समय के कारण लोगों की नींद ना पूरे होने का सीधा असर इंसान के मानसिक स्वास्थ्य और तनाव पर पड़ता है। इसके लिए अब भारत में मानसिक स्वास्थ्य को दुरुस्थ करने के लिए और तनाव को दूर करने के लिए लोगों को जागरूक होना जरूरी हैं।
तनाव को करें दूर, मानसिक स्वास्थ्य को रखे दूरुस्थ
तो आईये जानते है कैसे इस व्यस्त लाइफ में अपने मानसिक स्थिति को सही रखे और खुद को कैसे तनाव से दूर रखें। बतादें कि तनाव को चाहे हम इसे पसंद करें या न करें, तनाव जीवन का अभिन्न अंग है। यह हमें शारीरिक और भावनात्मक दोनों तरह से प्रभावित कर सकता है जिससे इंसान के दिमाग में सकारात्मक और नकारात्मक दोनों भाव पैदा होते है।
तनाव को दूर रखने के लिए मानसिक स्वास्थ्य को दूरुस्थ रखने के लिए सबसे यह जान ले कि मानसिक स्वास्थ्य क्या है? तो बतादें कि मानसिक स्वास्थ्य में हमारा भावनात्मक, मनोवैज्ञानिक के साथ यह हमारे सोचने, महसूस करने और कार्य करने के तरीके को प्रभावित करता है।
मानसिक स्वास्थ्य को कैसे रखे ख्याल
अपनी व्यस्त लाइफ के साथ हर इंसान को खुद को तनाव से दूर रखना बेहद जरूरी है जिससे कि उनकी मानसिक और शारीरिक स्थिति दूरुस्थ रह सकें। इसके लिए बस आपको कुछ बस खान-पीन सही करने के जरूरत है साथ ही कुछ ऐसे घरेलू टिप्स अपनाने की जरूरत है जिससे यह आपको तनाव को प्रबंधित करने, बीमारी के जोखिम को कम करने और आपकी ऊर्जा को बढ़ाने में मदद कर सकता है।
मानसिक और शारीर को करें स्वस्थ्य
1- तनाव को दूर करने के लिए गहरी साँस ले।
2- शारीरिक और मानसिक स्थिति को दूरुस्थ करने के लिए रोजाना गहरी सांस के साथ व्यायाम करें।
3- अपने फेफड़ों में गहरी सांस भरे और छोड़े इसके लिए अपनी नाक से और अपने मुंह से धीमी गति से सांस लें।
4- प्रतिदिन केवल 30 मिनट की पैदल चलें, इससे आपके मूड के साथ स्वास्थ्य भी बेहतर होता है।
5- नियमित भोजन करें और हाइड्रेटेड रहें।
6- संतुलित आहार और भरपूर पानी पूरे दिन आपकी ऊर्जा बढ़ाती है।
7- स्वस्थ्य रहने के लिए कैफीन और अल्कोहल के सेवन कम करें।
8- काम के साथ नींद को प्राथमिकता दें।
9- सोने से पहले अपने फोन या कंप्यूटर का उपयोग ना करें।
10- मन और दिमाग को शांत रखने के लिए संगीत सुने, किताब पढ़ें, प्रकृति सुदंरता में समय बिताएं।
11- सकारात्मकता पर ध्यान दें, और अपने नकारात्मक और अनुपयोगी विचारों को खुद से दूर रखें।
12- दोस्तों या परिवार के सदस्यों के साथ ज्यादा समय बिताएं इससे भावनात्मक ऊर्जा बढ़ती है।
तनाव होने के लक्षण
1- तनाव हमें शारीरिक, मानसिक, भावनात्मक और व्यवहारिक रूप से प्रभावित कर सकता है। तो आइये जानें इसके लक्षण-
2- तनाव होने से शारीरिक थकान, सिरदर्द, अनिन्द्रा, मांनपेशियों में दर्द जैसे कि गर्दन, कंधे और पीठ के निचले हिस्से में, दिल की धड़कन, सीने में दर्द और मतली होना।
3- तनाव होने से मानसिक स्थिति में भी असर होता है जैसे कि एकाग्रता और याददाश्त में कमी, दिमाग दौड़ना या खाली रहना, भ्रम होना, हंसी में कमी होना।
4- तनाव होने का असर भावनात्मक में भी पड़ता है जैसे कि चिंता, घबराहट, अवसाद, क्रोध, हताशा, चिंता, भय, चिड़चिड़ापन, अधीरता और चिड़चिड़ापन होना।
5- तनाव होने से व्यवहार में भी असर होता है।
6- भूख में परिवर्तन होता है साथ ही अनियोजित वजन में परिवर्तन होता है।
7- मूड में बदलाव के कारण सुबह बिस्तर से उठने में कठिनाई होती है।