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आखिर कौन है केएस राजन्ना जिन्हें मिला पद्म श्री सम्मान, जानें कैसे बने दिव्यांगों की आवाज

Delhi : आज हमने आपने आर्टिकल में ऐसे सख्स के बारें में चर्चा करने जा रहे है, जिन्होंने मात्र 11 महीने की उम्र में अपने हाथ-पैर गवां दिए थे फिर भी वो हार नहीं मानें और दिव्यांगों की आवाज बनकर पद्म श्री जीते है। यह सख्स कोई और नहीं डॉ केएस राजन्ना है जिनके हिम्मत और जज्बे को दिल से सलाम हैं।

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जानें केएस राजन्ना कैसे बने प्रेरणा

आपको बतादें कि केएस राजन्ना ने बचपन में पोलियो के कारण अपने हाथ और पैर खो दिए। जिसके बाद भी वो हार नहीं माने और उन्होंने अपनी शारीरिक सीमाओं से बिना हार माने सभी दिव्यागों के लिए प्रेरणा बन गए और खुद को किसी से कम नहीं मानते हुए उन्होंने दिव्यांगजनों के लिए काम करने का फैसला किया। जिनसे प्रभावित होकर केएस राजन्ना को पद्म श्री से सम्मानित किया गया।

पद्मश्री से सम्मानित हुए केएस

बताते चले कि यह पद्मश्री पुरस्कार का सम्मान दिव्यांग सामाजिक कार्यकर्ता डॉ. केएस राजन्ना को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के हाथ से गुरुवार को मिला है। जिसके बाद राजन्ना ने कहा – दिव्यांगों को भी मौका दिया जाना चाहिए और उन्हें कमजोर नहीं समझना चाहिए। इसके साथ ही उन्होंने कहा, ”पदमश्री अवार्ड के समय प्रधानमंत्री मोदी रजन्ना जी कह कर बुलाए। बहुत खुशी होती है कि अब कोई विकलांग नही दिव्यांग कहता है। इससे अब सम्मान महसूस होता है।” आपके बतादें कि राजन्ना सम्मान लेने से पहले पीएम मोदी और शाह का अभिवादन करने भी गए थे।

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जानें कौन हैं के.एस राजन्ना

आईये जानें पद्म श्री से सम्मानित राजन्ना के बारे में जिन्होनें 11 माह में ही पोलियो के कारण अपने हाथ और पैर दोनों गंवा दिए थे। मगर उन्होंने अपनी इस लाइफ से हार नहीं मानी और अपने घुटनों के बल चलना शुरू किया। वो यहीं नहीं रूके इसके साथ ही उन्होंने विभिन्न क्षेत्रों में शानदार उपलब्धियां भी हासिल की हैं। दिव्यांगो की प्रेरणा बने और सैकड़ों लोगों को रोजगार प्रदान किया है और इसके साथ ही हजारों दिव्यांगजनों को आत्मनिर्भर बनने में मदद की है। उनकी इस कर्म निष्ठा को देखते हुए साल 2013 में कर्नाटक सरकार ने उन्हें दिव्यांगों के लिए राज्य कमिश्नर भी बनाया था।

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जानें किसको मिलता है यह सम्मान

देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मानों में से पद्म पुरस्कार तीन श्रेणियों में प्रदान किया जाता है- 
पद्म विभूषण 
पद्म भूषण 
पद्म श्री

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बतादें कि इन पुरस्कारों की घोषणा हर साल गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर की जाती है। ऐसे ही इस वर्ष 2024 के लिए, राष्ट्रपति ने 132 पद्म पुरस्कार प्रदान करने की मंजूरी दी थी, जिसमें दो युगल मामले (पुरस्कार को एक के रूप में गिना जाता है) शामिल हैं। बतादें कि इस पुरस्कारों की सूची में पांच पद्म विभूषण, 17 पद्म भूषण और 110 पद्म श्री पुरस्कार शामिल हैं।

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