Pahalgam Terror Attack: CCS बैठक के अहम फैसले, पाकिस्तानियों को देश छोड़ने का आदेश
Pahalgam Terror Attack: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में आतंकी हमला हुआ हैं, जिसमें हमले के दौरान 27 से ज्यादा टूरिस्टों की मौत होने की खबर सामने आ रही हैं। जबकि करीब 17 लोग घायल हुए हैं, खबरों के मुताबिक आतंकवादी ने पहले धर्म पूछा फिर हिन्दू होने पर मौत के घाट उतार दिया। वहीं पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद सुरक्षाबलों ने कार्रवाई शुरू कर दी है।
With a heavy heart, paid last respects to the deceased of the Pahalgam terror attack. Bharat will not bend to terror. The culprits of this dastardly terror attack will not be spared. pic.twitter.com/bFxb2nDT4H
— Amit Shah (@AmitShah) April 23, 2025
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हिरासत में 1500 से ज्यादा लोग
आपको बताते चले कि जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले पर जान गंवाने वाले पर्यटकों की संख्या बढ़कर 27 पहुंच गई है, वहीं खबरों के मुताबिक आतंकवादी ने पहले धर्म पूछा फिर हिन्दू होने पर मौत के घाट उतार दिया। जिसके बाद सुरक्षाबलों ने घाटी से 1500 से ज्यादा लोगों को हिरासत में लिया है, इनमें वो लोग शामिल हैं जो ओवर ग्राउंड वर्कर (OGW) हैं या फिर आतंकी गतिविधियों में शामिल रहे हैं।

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CCS की बैठक शुरू
PM मोदी की अध्यक्षता वाली CCS की बैठक शुरू हो गई। इस बैठक में गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, विदेश मंत्री एस जयशंकर और वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण मौजूद हैं। इसी बीच जम्मू-कश्मीर में भारत-पाकिस्तान सीमा से यह खबर सामने आ रही है कि उरी सेक्टर मेंदो आतंकियों को मौत के घाट उतार दिया गया है। भारतीय सेना ने घुसपैठ की कोशिश कर रहे इन आतंकियों मार गिराया।
In the wake of the terrorist attack in Pahalgam, chaired a meeting of the CCS at 7, Lok Kalyan Marg. pic.twitter.com/bZj5gggp5l
— Narendra Modi (@narendramodi) April 23, 2025
जिसमें मोदी सरकार ने पाकिस्तान के खिलाफ सख्त एक्शन लिया हैं। जिसके तहत वीजा रद्द करने के साथ ही पाक नागरिकों को 48 घंटे में भारत छोड़ने का आदेश दिया गया है, सार्क के तहत वीजा सुविधा भी खत्म कर दी गई है। इतना ही नहीं भारत ने सिंधु जल संधि के तहत पाकिस्तान को दी जाने वाली पानी की सप्लाई रोक दी है यानी की अब पाक पानी की एक-एक बूंद के लिए मोहताज रहेगा। साथ ही, भारत अपने राजनयिकों को पाकिस्तान से वापस बुला रहा है।

CCS बैठक के अहम फैसल
आपको बताते चले कि कैबिनेट कमेटी ऑन सिक्योरिटी (CCS) की मीटिंग के बाद विदेश सचिव ने प्रेस कांफ्रेंस की और लिए गए फैसलों की जानकारी दी हैं। CCS की बैठक के अहम फैसलों की पूरी जानकरी…
Statement by the Foreign Secretary of India, Shri Vikram Misri. pic.twitter.com/hW9aCn9a0L
— Smriti Z Irani (@smritiirani) April 23, 2025
1960 की सिंधु जल संधि को तत्काल प्रभाव से स्थगित किया जा रहा है। जब तक वह सीमा पार आतंकवाद एकदम खत्म नहीं करता, तब तक यह संधि सस्पेंड रहेगी। इससे पाकिस्तान को पानी मिलना बंद हो सकता है। क्योंकि जब जल संधि ही नहीं तो फिर पानी कैसा।
सरकार ने अटारी इंटीग्रेटेड चेक पोस्ट तत्काल प्रभाव से बंद करने का फैसला किया है। वहां से अब किसी की आवाजाही नहीं होगी, जो लोग वैध यात्रा दस्तावेजों के साथ भारत आ चुके हैं उन्हें 1 मई तक वापस जाना होगा। इसके लिए उन्हें इसी रास्ते का इस्तेमाल करना होगा।
सार्क वीजा छूट योजना (एसवीईएस) वीजा के तहत पाकिस्तानी नागरिकों को भारत की यात्रा करने की अनुमति नहीं दी जाएगी। पाकिस्तानी नागरिकों को अतीत में जारी किए गए किसी भी एसवीईएस वीजा को रद्द माना जाता है, वर्तमान में एसवीईएस वीजा के तहत भारत में मौजूद किसी भी पाकिस्तानी नागरिक के पास भारत छोड़ने के लिए 48 घंटे हैं। पाकिस्तानी नागरिकों को अब SAARC वीजा के तहत यात्रा की अनुमति नहीं होगी।
नई दिल्ली में पाकिस्तानी उच्चायोग में रक्षा, सैन्य, नौसेना और वायु सलाहकारों को अवांछित व्यक्ति घोषित किया गया है। उनके पास भारत छोड़ने के लिए एक सप्ताह का समय है। विदेश सचिव ने बताया कि राजनयिक स्टाफ की संख्या घटाई जाएगी, दोनों हाई कमीशनों में स्टाफ की संख्या 55 से घटाकर 30 की जाएगी। यह बदलाव 1 मई 2025 तक प्रभावी होगा।
भारत इस्लामाबाद स्थित भारतीय उच्चायोग से अपने रक्षा, नौसेना और वायु सलाहकारों को वापस बुलाएगा, संबंधित उच्चायोगों में ये पद निरस्त माने जाएंगे। दोनों देशों से 5-5 सहयोगी स्टाफ भी हटाए जाएंगे।
VIDEO | Pahalgam terror attack: Here's what Foreign Secretary Vikram Misri said addressing MEA press conference in Delhi.
— Press Trust of India (@PTI_News) April 23, 2025
"…Recognising the seriousness of this terrorist attack. The CCS decided upon the following measures: (1) The Indus Waters Treaty of 1960 will be held in… pic.twitter.com/GdKvNzLiQX
बैठक में और क्या हुआ?
विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने आगे कहा, “सीसीएस ने सभी सुरक्षा स्थिति की समीक्षा की और सभी बलों को उच्च सतर्कता बनाए रखने का निर्देश दिया। इसने संकल्प लिया कि इस हमले के अपराधियों को न्याय के कटघरे में लाया जाएगा और उनके प्रायोजकों को जवाबदेह ठहराया जाएगा। तहव्वुर राणा के हाल के प्रत्यर्पण की तरह, भारत उन लोगों की तलाश में निरंतर प्रयास करेगा, जिन्होंने आतंकवादी कृत्यों को अंजाम दिया है या उन्हें संभव बनाने की साजिश रची है।”