ज्योतिष-धर्म

पिशाचनी: सच या कल्पना? असली रूप और सुरक्षा उपायों की खोज

Horror Pishachini: पिशाचनी नाम सुनते ही लोगों में डर का माहौल छा जाता हैं, वैसे ये बात भी सच है कि जहां सत्य है, जहां धर्म है, जहां अध्यात्म हैं, वहां कोई भी झूठ, अधर्म और असुरी शक्ति का वास नहीं होता हैं। मगर ये भी सत्य है कि अगर कहीं नाकारत्मक ऊर्जा है तो इस दुनिया में सकारात्मक ऊर्जा भी व्याप्त होती है।

वहीं पिशाचनी बनने को लेकर भारतीय लोककथाओं और धार्मिक मान्यताओं में कई कहानियाँ हैं। जिसमें पिशाचनी को एक शक्तिशाली, नकारात्मक और भयावह आत्मा के रूप में माना जाता है, इसके साथ ही कहानियों में यह भी कहा गया है कि पिशाचनी या कोई भी बुरी शक्ति अक्सर अपने बुरे इरादे, बदला और बुराई फैलाने के मकसद के साथ ही लोगों को नुकसान पहुंचाने के लिए आती हैं। ऐसे में सबसे जरूरी है कि आखिर पिशाचनी आती कैसी हैं, तो आईये जानते है पिशाचनी से जूड़ी जानकारी…

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अन्यायपूर्ण मृत्यु:

ऐसी मृत्यु जो प्राकृतिक कारणों से न होकर किसी और वजह से हो, जैसे कि आत्महत्या, हत्या, या दुर्घटना जैसी मृत्यु को अन्यायपूर्ण मृत्यु कहा जाता है, इसके साथ ही कहा जाता है कि जिन महिलाओं की अन्यायपूर्ण, हिंसक या असामयिक मौत का शिकार बन जाती हैं, जिसके बाद उन महिलाओं की आत्मा को शान्ति नहीं मिलती है और वह आत्मा पिशाचनी बन जाती है, और इस दुनिया में उनकी आत्मा प्रतिशोध की भावना से भटकने लगती हैं।

असंतोषजनक या अधूरी इच्छाएँ:

इसके साथ ही यह भी कहा जाता है कि अगर कोई महिला की अपने जीवनकाल में इच्छाओं या लालसाओं को पूरा नहीं कर पाती और वह अपनी अधूरी इच्छा के साथ मर जाती है या उनकी हत्या हो जाती है तो उन आत्माओं का भी पिशाचनी बनने का खतरा बना रहता है, और अपनी इच्छा पूर्ति के लिए आत्मा बन कर इस संसार में भटकती रहती है और लोगों को नुकसान पहुंचाती हैं। जैसे कि ये इच्छाएँ भौतिक सुख, प्रेम, धन, या परिवार से संबंधित हो सकती हैं।

काले जादू का असर:

वहीं कई भटकती आत्माओं को लेकर कई धार्मिक और तांत्रिक मान्यताओं में कहा गया है कि काले जादू या तांत्रिक क्रियाओं के कारण भी कोई व्यक्ति पिशाचनी बन सकता है। जिन्हें तांत्रिकों द्वारा नियंत्रित किया जाता हैं।

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श्राप या बददुआ:

अगर किसी महिला को श्राप या बददुआ मिलती है, तो उसकी आत्मा को शांति नहीं मिलती और वह पिशाचनी के रूप में भटकने लगती है।

दु:खभरा जीवन:

यह भी कहा जाता है कि अगर किसी महिला का जीवन दुख और संघर्षों से भरा रहा हो, और उसके मरने के बाद उसकी आत्मा को शांति नहीं मिलती। ऐसी आत्माएँ अक्सर पिशाचनी के रूप में बदल जाती हैं और वे अपने जीवन में मिली पीड़ा का बदला लेने के लिए लोगों को परेशान करती हैं।

आखिर क्या है पिशाचनी का सच

ऐसे में अब जानना जरूरी है कि आखिर क्या है पिशाचनी का सच…क्योंकि पिशाचनी की कहानियाँ अक्सर ग्रामीण इलाकों और पारंपरिक समाजों में सबसे ज्यादा कही और सुनाई जाती हैं। जिसका उद्देश्य ज्यादातर सामाज के लोगों को जागरूक करना है। वहीं आज के समय में पिशाचनी को लेकर लोगों ने झूठी अवधारणा बना ली है कि ये कहानियाँ लोगों को अंधविश्वास और डर में रखने के लिए बनाई गईं, जिससे लोग धार्मिक नियमों का पालन कर सकें, मगर यह भी सच है अगर इस दुनिया में बुराई है तो अधात्यमिक और ईश्वरी चेतना की शक्तियां भी जो इन बुराइयों से लड़ने की शक्ति देती है।

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आखिर पिशाचनी से कैसे पाए छुटकारा

अब लोगों के मन में सवाल उठता है कि आखिर इन बुरी शक्ति और पिशाचनी से छुटकारा कैसे पाएं तो बतादें कि हर बुराई का अंत करने के लिए ईश्वरी शक्ति ही काफी बस इसके लिए धार्मिक और आध्यात्मिक के रूप से जुड़ना जरूरी है, वहीं कई लोग तांत्रिक उपायों का सुझाव देते है मगर इसका भी कहीं ना कहीं बुरा असर जीवन में पड़ता हैं। मगर फिर भी बहुत से लोग इन विधियों को पिशाचनी या किसी भी नकारात्मक शक्ति से बचाव के लिए आजमाते हैं। तो आईये जानें कुछ प्रमुख उपाय जिनसे पाएं पिशाचनी से छुटकारा।

1- मंत्र जाप और पूजा: पिशाचनी से छुटकारा पाने के लिए भगवान के मंत्रों का जाप करें और पूजा करें इससे बुरी शक्तियां दूर रहती हैं।

2- हनुमान चालीसा का पाठ: हनुमान चालीसा का पाठ करें धार्मिक मान्यताओं के अनुसार- “भूत-पिशाच निकट ना आवे महावीर जब नाम सुनावें” भूत-प्रेत और नकारात्मक शक्तियों से बचाव के लिए हनुमान चालीसा सबसे प्रभावी उपाय है। इसके लिए नियमित रूप से हनुमान चालीसा का पाठ करने से पिशाचनी जैसी नकारात्मक शक्तियों से रक्षा होती है।

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3- गायत्री मंत्र का जाप: गायत्री मंत्र का नियमित जाप भी पिशाचनी और अन्य नकारात्मक शक्तियों से मुक्ति दिलाने में सहायक होती है।

4- महामृत्युंजय मंत्र का जाप: यह मंत्र जीवन की सभी नकारात्मकताओं को दूर करने के साथ ही बेहद शक्तिशाली भी है जिससे लोगों की अकाल मृत्यु नहीं होती है साथ ही इसके जाप से आत्मा की सुरक्षा और मानसिक शांति मिलती है।

5- धूप और हवन: घर में नियमित रूप से हवन और धूप देने से नकारात्मक ऊर्जाओं का नाश होता है। विशेष रूप से नीम, गाय के गोबर और गूगल का धूप जलाने से भूत-प्रेत की समस्या से छुटकारा मिलता है। इसके साथ ही हवन के समय अग्नि में विशेष जड़ी-बूटियों और सामग्री जैसे कपूर, लौंग, इलायची डालकर वातावरण को शुद्ध किया जा सकता है।

6- ताबीज और रक्षासूत्र: वहीं कुछ तांत्रिक और साधु पिशाचनी के साथ बुरी शक्तियों से बचने के लिए ताबीज और रक्षासूत्र बांधने की सलाह देते हैं। जिसे विशेष मंत्रों द्वारा अभिमंत्रित किया जाता हैं और इन्हें पहनने से नकारात्मक शक्तियों का प्रभाव कम हो जाता है। इसके साथ ही रक्षासूत्र बांधने से चारों तरफ रक्षा कवच बन जाता हैं।

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7- पीपल या बरगद के पेड़ की पूजा: यह मान्यता है कि पीपल और बरगद के पेड़ों में दिव्य शक्तियाँ निवास करती हैं। इन पेड़ों के नीचे दीपक जलाने और पूजा करने से पिशाचनी जैसी नकारात्मक शक्तियों से छुटकारा पाया जा सकता है।

आईये जानें पिशाचनी कैसी दिखती है

पिशाचनी का रूप भारतीय लोककथाओं और धार्मिक मान्यताओं में भयानक और डरावना बताया गया है। मगर यह एक काल्पनिक पात्र है, लेकिन लोककथाओं और पुरानी कहानियों में पिशाचनी को कैसे दिखती है आईये इस बारें में विस्तार से जानते है।

1. भयानक चेहरा: पिशाचनी का चेहरा विकृत और डरावना होता है, जिसके आँखों में आग जैसी चमक होती है। उसकी आँखें लाल और बड़ी होती हैं, जो बहुत ही डरावनी और भयावह होती हैं।

2. लंबे घने बाल: पिशाचनी का अक्सर घना और लंबे बाल जो उलझे और बिखरे हुए होते है। ये बाल काले और घने होते हैं, जो डरावने होते हैं।

3. काला या धुंधला शरीर: पिशाचनी का शरीर काले रंग का दिखाया गया है, साथ ही यह भी कहा जाता है कि पिशाचनी सुंदर दिखकर लोगों को अपनी जाल में फंसाती हैं

4. लंबे नाखून और दांत: असल में पिशाचनी के रुप को लेकर कहा जाता है कि उसके लंबे घने काले बाल, नुकीले नाखून होते हैं, जो उसकी नकारात्मक शक्ति को दर्शाते हैं। उसके दांत भी नुकीले और खून से सने हुए बताए जाते हैं, जिससे वह और भी डरावनी दिखती है।

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5. पतला और असामान्य शरीर: पिशाचनी का शरीर अक्सर असामान्य रूप से पतला और लंबा बताया जाता है। उसकी उंगलियाँ, हाथ-पैर, और गर्दन असामान्य रूप से लंबे होते हैं, जो उसकी भयावह तो होते है मगर वह अपने मनमोहक रूप से
लोगों को अपनी जाल में फंसाने का काम करती है और अपना शिकार बनाती है।

6. पिशाचनी का पहनावा: कई लोककथाओं में पिशाचनी को सफेद साड़ी पहने हुए बताया गया है, खासकर श्मशान भूमि या सुनसान जगहों पर। दूसरी कहानियों में उसे काले कपड़े पहनकर लोगों को डराते हुए दिखाया गया है।

7. आकर्षक रूप से बनाती है शिकार: पिशाचनी के रुप को लेकर कुछ कहानियों में कहा गया है कि पिशाचनी कभी-कभी  बेहद सुंदर महिला का रूप भी धारण कर लेती है, ताकि वह अपने शिकार को धोखे में डाल सके। मगर उसका असली रूप  विकृत और भयावह हो जाता है।

8. डरावनी आवाज: पिशाचनी की आवाज बहुत डरावनी और गहरी होती है। उसकी हँसी कर्कश और गूँजती हुई होती है, जो लोगों को भयभीत कर देती है। वहीं कुछ लोककथाओं में उसकी हँसी सुनने मात्र से लोगों की तबीयत बिगड़ने की बातें कही गई हैं।

निष्कर्ष: पिशाचनी की कहानियां, कथाओं को लेकर कुछ लोग मानते है तो कुछ लोग इसे नहीं मानते है मगर यह भी सच है अगर इस दुनिया में बुरी शक्तियां है तो अच्छी शक्ति भी है जिन्हें ईश्वरी शक्ति कहा जा है जो बुराई का खात्मा करती है। वहीं हमारा चैनल The Voice Of Hind इन बुरी शक्ति और इनसे जुड़ी कथाओं को नहीं मानता हैं मगर फिर भी कई लोगों को डरावनी कहानी और सच्ची कथाओं को सुनने में काफी रुची होती है। हमारा मकसद भी बस उसी से अवगत कराना हैं। बाकि आप भी इस विषय में क्या कहते है हमें जरूर बताएं।

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