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केंद्रीय कैबिनेट की बैठक में 6400 करोड़ के रेलवे प्रोजेक्ट मंजूर, जानें क्या है लाभ

Central Cabinet Meeting: केंद्रीय कैबिनेट की बैठक आज यानी की बुधवार को हुई जिसमें दो बड़े रेलवे प्रोजेक्ट को मंजूरी दी गई, बतादें कि यह बैठक प्रधानमंत्री की अध्यक्षता में हुए जिनमें इन दो प्रोजेक्ट्स को मंजूरी मिली है। जानकारी के लिए बता दें कि दोनों प्रोजेक्ट्स रेलवे प्रोजेक्ट हैं और इन पर कुल मिलाकर 6400 करोड़ रुपये खर्च किए जाने का प्रस्ताव है।

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मोदी सरकार की बड़ी सौगात

आपको बतादें कि केंद्रीय कैबिनेट की बैठक में बुधवार (11 जून 2025) को झारखंड, कर्नाटक और आंध्र प्रदेश के सात जिलों को शामिल करते हुए भारतीय रेल की दो मल्टीट्रैकिंग परियोजनाओं को मंजूरी दी गई है। इन दोनों प्रोजेक्ट में रेल लाइन को डबल लाइन में बदला जाएगा। पहला प्रोजेक्ट कोडरमा से बरकाकाना जो कि 133 किलोमीटर लंबा प्रोजेक्ट होगा, दूसरा प्रोजेक्ट है कर्नाटक-आंध्र प्रदेश में बल्लारी से चिकजाजूर जो कि 185 किलोमीटर लंबा डबलिंग प्रोजेक्ट किया जाएगा। इससे 3 राज्य के 7 जिलों को मोदी सरकार की बड़ी सौगात मिलेगी।

बताते चले कि केंद्र सरकार के अनुसार इन पहलों से यात्रा सुविधा में सुधार होगा, लॉजिस्टिक लागत घटेगी, कार्बन डाईऑक्साइड उत्सर्जन में गिरावट आएगी, जिससे टिकाऊ और कुशल रेल प्रचालन को बढ़ावा मिलेगा।

रेल मंत्री- डबल लेन की मिली मंजूरी

झारखंड में भारतीय रेलवे की कोडरमा-बरकाकाना मल्टीट्रैकिंग परियोजना पर केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा, “विशेषज्ञों की गणना के अनुसार इस परियोजना से कार्बन डाइऑक्साइड की मात्रा सात करोड़ पेड़ लगाने के बराबर होगी। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बताया कि कोडरमा से बरकाकाना के बीच 133 किमी की डबल लेन को मंजूरी मिल गई है, जिसकी लागत 3,063 करोड़ रुपये है। इससे पटना और रांची के बीच की दूरी कम हो जाएगी। यह कोडरमा, चतरा, हजारीबाग और रामगढ़ जिलों को अच्छी कनेक्टिविटी प्रदान करेगी।

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इन दोनों मल्टीट्रैकिंग प्रोजेक्ट को मंत्रिमंडल ने कहा- झारखंड, कर्नाटक और आंध्र प्रदेश के सात जिलों को कवर करने वाली भारतीय रेलवे में दो मल्टीट्रैकिंग परियोजनाओं को मंजूरी दी, जिससे मौजूदा नेटवर्क में लगभग 318 किलोमीटर की वृद्धि होगी। इन दोनों प्रोजेक्ट्स से काफी लोगों को रोजगार भी हासिल होगा। यह कोडरमा, चतरा, हजारीबाग और रामगढ़ जिलों को अच्छी कनेक्टिविटी प्रदान करेगी।

डबल लेन से होंगे यह लाभ

इन पहलों से यात्रा सुविधा में सुधार होगा, लॉजिस्टिक लागत में कमी आएगी, तेल आयात में कमी आएगी और CO2 उत्सर्जन में कमी आएगी, जिससे टिकाऊ और कुशल रेल संचालन को बढ़ावा मिलेगा।

परियोजनाओं की कुल अनुमानित लागत 6,405 करोड़ रुपये है।

निर्माण के दौरान इन परियोजनाओं से लगभग 108 लाख मानव-दिवसों के लिए प्रत्यक्ष रोजगार पैदा होगा।

कोडरमा-बरकाकाना मल्टीट्रैकिंग परियोजना को मंजूरी

झारखंड में भारतीय रेलवे की कोडरमा-बरकाकाना दोहरीकरण परियोजना 133 किलोमीटर की दूरी को कवर करने वाली एक लंबी दूरी की परियोजना है, जिसकी लागत ₹ 3,063 करोड़ है। यह #झारखंड के चार जिलों में बेहतर कनेक्टिविटी प्रदान करेगी। यह 938 गांवों और 15 लाख आबादी को बेहतर कनेक्टिविटी प्रदान करेगी। यह 30.4 मिलियन टन अतिरिक्त माल ले जा सकती है, जो सड़क मार्ग से माल भेजने के विपरीत पर्यावरण के दृष्टिकोण से भी अच्छा साबित होगा।”

बल्लारी-चिकजाजुर मल्टीट्रैकिंग प्रोजेक्ट को मंजूरी

केंद्र सरकार ने कर्नाटक और आंध्र प्रदेश में भारतीय रेलवे की कैबिनेट ने बल्लारी-चिकजाजुर दोहरीकरण (185 किलोमीटर) परियोजना लाइन को मंजूरी दी है जो कर्नाटक के बल्लारी और चित्रदुर्ग जिलों तथा आंध्र प्रदेश के अनंतपुर जिले से होकर गुजरती है। इस परियोजना से सालाना 101 करोड़ किलोग्राम CO2 उत्सर्जन की बचत होगी, जो 4 करोड़ पेड़ लगाने तथा हर साल 20 करोड़ लीटर डीजल बचाने के बराबर है।

केंद्रीय कैबिनेट की बैठक में 6400 करोड़ के रेलवे प्रोजेक्ट मंजूर, जानें क्या है लाभ

इसे लेकर रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा, “इस प्रोजेक्ट के तहत 185 किमी रेलवे लाइन को डबलिंग किया जाएगा, जिसमें 3,342 करोड़ रुपये का खर्च आएगा।” इन दोनों प्रोजेक्टस की मदद से 1408 गांवों के बीच कनेक्टिविटी बढ़ेगी इन गांवों की कुल जनसंख्या 28.19 लाख है।

https://hindi.cnbctv18.com/share-market/cabinet-briefing-cabinet-approve-2-infra-project-know-the-details-142134.htm

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