किरेन रिजिजू ने पेश किया वक्फ बिल, विपक्ष ने जमकर जताया विरोध
Waqf Amendment Bill 2025: लोकसभा में आज यानी की बुधवार को बजट सत्र के दौरान वक्फ संशोधन विधेयक 2025 पेश हो गया है। विधेयक पेश करने के बाद संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा- अगर हमने आज यह संशोधन पेश नहीं किया होता, तो हम जिस संसद भवन में बैठे हैं, उस पर भी वक्फ संपत्ति होने का दावा किया जा सकता था। अगर पीएम मोदी सरकार सत्ता में नहीं आती, तो कई संपत्तियां गैर-अधिसूचित हो चुकी होतीं…”
Read More: वक्फ बिल 2 अप्रैल को लोकसभा में होगा पेश, जानें विवाद और सच्चाई
#WatchLive
— Kiren Rijiju (@KirenRijiju) April 2, 2025
Speaking on Waqf (Amendment) Bill, 2025 in Lok Sabha.https://t.co/hm5nD8rgY1
वक्फ संशोधन विधेयक बना चर्चा का मुद्दा
Moved two significant bills in the Lok Sabha today – The Waqf (Amendment) Bill, 2025 & The Mussalman Wakf (Repeal) Bill, 2024, for consideration and passing. @MOMAIndia @sansad_tv#Parliament #BudgetSession2025 pic.twitter.com/LOEa7PDpdQ
— Kiren Rijiju (@KirenRijiju) April 2, 2025
आपको बतादे कि लोकसभा में बुधवार दोपहर में बजट सत्र के दौरान वक्फ संशोधन विधेयक 2025 को केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने पेश किया। बताते चले कि इस बिल पर चर्चा के लिए 8 घंटे का समय तय किया गया है। वहीं संसद में बिल पेश करने के दौरान विपक्ष का जमकर हंगामा देखने को भी मिला। इसके साथ ही विपक्ष ने इस वक्फ संशोधन विधेयक मुद्दे पर चर्चा करने का समय बढ़ाकर 12 घंटे करने की मांग भी की है। वहीं बिल पेश करने के दौरान सरकार ने मुसलमानों को कई भरोसे दिए हैं।
Hon'ble Union Minister of Parliamentary Affairs & Minority Affairs Shri @KirenRijiju ji moves two bills The Waqf (Amendment) Bill, 2025 & The Mussalman Wakf (Repeal) Bill, 2024 in Lok Sabha for consideration and passing.@MOMAIndia @sansad_tv #Parliament#BudgetSession2025 pic.twitter.com/o1E8iu4rR2
— Office of Kiren Rijiju (@RijijuOffice) April 2, 2025
जिसमें केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने विधेयक पेश करते हुए मुसलमानों को कुछ प्रमुख आश्वासन दिए, जिसमें मस्जिदों पर कार्रवाई से इनकार और धार्मिक गतिविधियों में हस्तक्षेप न करने का वादा शामिल है। इसके साथ ही सरकार ने दावा किया कि यह विधेयक केवल वक्फ संपत्तियों से संबंधित है और धार्मिक स्थलों से इसका कोई लेना-देना नहीं है। इसी दौरान किरेन रिजिजू ने कहा – इस बिल को लेकर 9727772 याचिकाएं आई थी, आज तक कभी भी इससे ज्यादा संख्या में किसी भी बिल को लेकर याचिकाएं नहीं आई हैं। 284 डेलिगेशन ने अलग-अलग कमेटी के सामने अपनी बात रखी है. इस बिल का पॉजिटिव सोच के साथ विरोध करने वाले भी समर्थन करेंगे।
With Waqf reforms, there will be more hospitals, schools, and welfare programs for the needy, promoting the overall welfare of the Muslim community. #WaqfAmendmentBill pic.twitter.com/nofvxE59oZ
— BJP (@BJP4India) April 2, 2025
सरकार ने किए मुसलमानों से वादे
The #WaqfAmendmentBill enhances governance, promotes transparency, and ensures inclusivity in Waqf management, allowing Shia, Sunni, Bohra, backward Muslims, women, and expert Non-Muslims in the Waqf Board. pic.twitter.com/4WhlNmYZ0q
— BJP (@BJP4India) April 2, 2025
बताते चले कि वक्फ संशोधन विधेयक पेश करने के दौरान किरेन रिजिजू ने संसद में मुसलमानों को भरोसा दिलाया कि किसी भी मस्जिद पर कोई कार्रवाई का प्रावधान इस बिल में नहीं है। ये सिर्फ संपत्ति का मामला है धार्मिक संस्थानों से इस बिल का कोई लेना देना नहीं है।
सरकार ने बताया कि वक्फ संशोधन बिल में किसी भी धार्मिक स्थल-मस्जिद की व्यवस्था में किसी भी तरह के हस्तक्षेप का कोई प्रावधान नहीं है. इसमें कोई बदलाव न ही कोई हस्तक्षेप किया जाएगा।
वक्फ संशोधन बिल में किसी भी धार्मिक कार्य कलाप में हस्तक्षेप का कोई प्रावधान नहीं है। हम किसी भी मस्जिद के संचालन में हस्तक्षेप करने नहीं जा रहे हैं, वक्फ बोर्ड कानून के दायरे में होगा। इसमें कुछ भी कानून के उलट नहीं किया जाएगा।
इसके आगे रिजिजू ने कहा – कलेक्टर से ऊपर कोई भी अधिकारी सरकारी जमीन और किसी विवादित जमीन का विवाद देखेगा। जब वक्फ प्रॉपर्टी क्रिएट करेंगे तो किसी आदिवासी एरिया में जाकर नहीं कर सकते हैं। यह बदलाव अहम है, किसी भी मस्जिद को कोई कार्रवाई का प्रावधान नहीं है, सरकार ने बताया कि इस बिल में मस्जिद के मैनेजमेंट में दखलंदाजी का प्रावधान नहीं कर रहे हैं।
सरकार ने वादा किया कि Centre of council में कुल 22 सदस्यों में 4 सदस्य गैर-मुसलमानों से ज्यादा नहीं हो सकते हैं. पूर्व अधिकारियों सहित संसद के 3 सदस्य चुने जाएंगे, संसद के सदस्य किसी भी धर्म के हो सकते हैं।
किरेन रिजिजू ने स्पष्ट करते हुए कहा- यह बिल केवल वक्फ संपत्तियों से जुड़ा है, न कि मस्जिदों से। उन्होंने कहा कि इसमें कुछ प्रावधान तय किए गए हैं, जिनके अनुसार वक्फ मामलों की देखरेख वही व्यक्ति कर सकता है जिसने कम से कम 5 साल की प्रैक्टिस की हो। उन्होंने आगे कहा- “शिया, सुन्नी, पिछड़ी जातियों के लोग और महिलाएं सभी इसमें शामिल रह सकते हैं।”
किरेन रिजिजू ने आगे सवाल उठाते हुए कहा- भारत में दुनिया की सबसे ज्यादा वक्फ संपत्ति है, फिर भी आज तक गरीब मुसलमानों के लिए कुछ क्यों नहीं किया गया? उन्होंने इस बिल का विरोध करने वालों से पूछा कि अगर इतनी वक्फ संपत्ति है तो इसका सही इस्तेमाल गरीब मुसलमानों के हित में क्यों नहीं हो रहा?
The #WaqfAmendmentBill goes beyond property management, aiming to enhance transparency and ensure accountability. pic.twitter.com/KHPiG6bl0H
— BJP (@BJP4India) April 2, 2025
विपक्ष ने जताया विरोध
समाजवादी पार्टी का विरोध
"वक्फ बिल कोई उम्मीद लेकर नहीं आ रहा, यह सोची समझी रणनीत का हिस्सा है। समाजवादी पार्टी इस बिल का विरोध करती है और वोट पड़ेगा तो हम इसके खिलाफ वोट डालने जा रहे हैं।"
— Samajwadi Party (@samajwadiparty) April 2, 2025
– माननीय राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री अखिलेश यादव जी pic.twitter.com/fCpXV63BEf
आपको बताते चले कि वक्फ संशोधन विधेयक पेश करने के दौरान संसद में विपक्षों ने जमकर हमला बोला हैं, इस दौरान समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने वक्फ विधेयक के बहाने यूपी की योगी सरकार पर गंभीर आरोप भी लगाए हैं। सपा अध्यक्ष ने महाकुंभ से लेकर हाल ही में संपन्न हुए ईद पर विभिन्न जिलों में लगाई गई पाबंदियों का जिक्र करते हुए यूपी सरकार को संसद से घेरा।
"यह वक्फ बिल जो लाया जा रहा है ये अपने वोट बैंक को संभालने के लिए और समाज को बाटने के लिए है। जो इससे पहले फैसले लिए सरकार ने क्या उससे देश और प्रदेश में बड़ा बदलाव आ गया?"
— Samajwadi Party (@samajwadiparty) April 2, 2025
– माननीय राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री अखिलेश यादव जी pic.twitter.com/l2vJCyySqd
अखिलेश ने महाकुंभ का जिक्र करते हुए कहा- 1000 हिंदू तो खो गए है कहा हैं वो? बिना तैयारी के बीजेपी के लोगों ने 100 करोड़ लोगों को बुला लिया, महाकुंभ में कितने लोगों की जान गई पता है न सबको! इसी दौरान कन्नौज सांसद ने कहा – ये लोग मुसलमानों में बंटवारा चाहते हैं, बंटवारा तो PDA करेगा देखना। मिल्कीपुर उपचुनाव का जिक्र न करते हुए अखिलेश ने फैजाबाद सांसद अवधेश प्रसाद की ओर इशारा करते हुए कहा – चुनाव तो इन्होंने देखा है… वोट ही नहीं डालने दिया। उन्होंने आगे कहा- ईद पर सभी धर्म के नेता जाते है लेकिन इस बार पाबंदी थी, वक्फ विधेयक का विरोध का ऐलान करते हुए सपा चीफ ने कहा कि समाजवादी पार्टी बिल का विरोध करती है।
"वक्फ की जमीन से बड़ा मुद्दा वह जमीन है जिस पर चीन ने अपने गांव बसा लिए हैं।"
— Samajwadi Party (@samajwadiparty) April 2, 2025
– माननीय राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री अखिलेश यादव जी pic.twitter.com/3jeWiBpCUM
उन्होंने कहा कि मैं समझ सकता हूं बात छेड़ना तो नहीं चाहता था, लेकिन कहना मजबूरी है, ये जो बिल लाया जा रहा है, भाजपा में मुकाबला चल रहा है।
इस दौरान समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने अपनी बात रखनी शुरू की तो भाजपा पर तंज कस दिया। बात कह दी गई कि खुद को दुनिया की सबसे बड़ी पार्टी कहने वाली भाजपा अभी तक अपना राष्ट्रीय अध्यक्ष तक नहीं चुन पाई है।
2023 में 5 बार माइनॉरिटी अफेयर्स कमेटी की बैठक हुई।
— Congress (@INCIndia) April 2, 2025
• 13 जुलाई – मुंबई
• 21 जुलाई – दिल्ली
• 24 जुलाई – लखनऊ
• 20 सितंबर – दिल्ली
• 7 नवंबर – दिल्ली
मैं सरकार से मांग करता हूं कि इन बैठकों के मिनट्स टेबल पर रखें।
किसी एक भी बैठक में- नए वक्फ़ संशोधन विधेयक का जिक्र भी… pic.twitter.com/7ffrVCIAH0
कांग्रेस पार्टी का विरोध
इसी दौरान लोकसभा में वक्फ संशोधन विधेयक पेश में कांग्रेस ने इसका विरोध किया है। कांग्रेस सांसद केसी वेणुगोपाल ने कहा- यह विधेयक लेजिस्लेचर को जबरदस्ती आगे बढ़ाने जैसा है। इसी के साथ ही विधेयक को लेकर सरकार पर निशाना साधते हुए कहा- सदन में सदस्यों द्वारा प्रस्तावित संशोधनों को लेकर भी सवाल उठाया। वहीं, अल्पसंख्यक मंत्री किरेन रिजिजू ने विपक्ष पर लोगों को गुमराह करने का आरोप लगाया।
मोदी सरकार के मंत्री किरेन रिजिजू ने UPA सरकार के संदर्भ में सदन को गुमराह किया है। हर बार सरकार की तरफ से मंत्री ने गलत आरोप लगाए।
— Congress (@INCIndia) April 2, 2025
भारत का संविधान हमारा मार्गदर्शक है, जो कहता है कि भारत में हर व्यक्ति को सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक न्याय, विचार, अभिव्यक्ति, विश्वास, धर्म और… pic.twitter.com/MPJ1WguHi0
विपक्ष के आरोपों पर शाह ने लगाए ठहाके
मोदी सरकार के मंत्री किरेन रिजिजू ने UPA सरकार के संदर्भ में सदन को गुमराह किया है। हर बार सरकार की तरफ से मंत्री ने गलत आरोप लगाए।
— Congress (@INCIndia) April 2, 2025
भारत का संविधान हमारा मार्गदर्शक है, जो कहता है कि भारत में हर व्यक्ति को सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक न्याय, विचार, अभिव्यक्ति, विश्वास, धर्म और… pic.twitter.com/MPJ1WguHi0
विपक्ष के आरोपों पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह भी हंस पड़े और जवाब देने के लिए खड़े हुए, उन्होंने इस बात का करारा जवाब दिया और अखिलेश एवं विपक्ष के दूसरे सांसद भी मुस्कुराने लगे, क्योंकि बात अखिलेश या उनकी पार्टी की नहीं, बल्कि विपक्ष की सभी पार्टियों की हो गई।
इसलिए जरूरी है, वक्फ संशोधन विधेयक…#WaqfAmendmentBill pic.twitter.com/wk6aXB5tQj
— BJP (@BJP4India) April 2, 2025
अमित शाह ने जवाब में कहा कि अखिलश जी ने ये बात हंसते हंसते कही है तो भी इसका जवाब हंसते हुए ही दूंगा। ये जो सामने उनकी और दूसरी सभी पार्टियां बैठी हैं, उनका राष्ट्रीय अध्यक्ष उनमें से पांच लोगों को मिलकर चुनना है, और अध्यक्ष भी आप लोग ही रहेंगे। उन्होंने आगे कहा कि अखिलेश जी आप 25 साल तक समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष रहेंगे, आपको कोई नहीं बदल सकता। इस पर सदन में दोनों पक्षों के सांसदों ने ठहाका लगा दिया। केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि हमारी पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष हमारे ही लाखों करोड़ों को चुनना है। इसलिए ही इसमें वक्त लग रहा है।