पाकिस्तान की मिमियाते धमकी- “नदी से हमारा पानी, या उसका खून बहेगा”, भारत-“एक बूंद पानी नहीं”
Pakistan/New Delhi: पहलगाम हमला के बाद भारत के फैसले ने पाकिस्तान को पानी की बूंद-बूंद के लिए तरसा दिया हैं। जिसके बाद बौखलाए पाकिस्तान भी भारत को खोखली धमकी देने पर उतर आया हैं। जैसा कि हम सभी जानते है कि आतंकी हमले के बाद भारत पाकिस्तान को सिंधु व अन्य नदियों से ‘एक बूंद पानी भी’ नहीं देगा। जिसके बाद घबराएं पाकिस्तान के नेता बिलावल भुट्टो-जरदारी ने भारत को गीदड़ भभकियां देते हुए कहा- या तो इस नदी से हमारा पानी बहेगा, या फिर उसका खून…
किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा… pic.twitter.com/dnQcH5cbGv
— BJP (@BJP4India) April 24, 2025
पाकिस्तान की मिमियाते धमकी
आपको बता दें कि सिंधु जल समझौते को निलंबित करने का भारत के फैसले ने पाकिस्तान को डर से झकझोर दिया हैं। जिसके बाद पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (PPP) के बौखलाएं नेता बिलावल भुट्टो-जरदारी ने मिमियाते हुए धमकी दी और कहा- सिंधु नदी का पानी पाकिस्तान का है और अगर कोई इसे छीनने की कोशिश करेगा तो उसका खून बहेगा। आगे कहा- ‘सिंधु दरिया हमारा है और हमारा ही रहेगा, या तो इस नदी से हमारा पानी बहेगा, या फिर उसका खून…पाकिस्तान के लोग बहादुर हैं, हम सीमाओं पर भी और पाकिस्तान के अंदर भी लड़ेंगे। हमारी आवाज़ भारत को करारा जवाब देगी।
पाकिस्तान वाला बिलावल भुट्टो कह रहा है
— Akash balani (Modi ka parivar) (@akashbalani91) April 26, 2025
सिंधु में या तो हमारा पानी बहेगा या फिर सिंधु में उनका खून बहेगा।
इस कुत्ते को आप क्या जवाब देना चाहेंगे ?
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बिलावल ने कहा भारत सिर्फ इस आधार पर सिंधु के पानी की मिल्कियत नहीं तय कर सकता कि उसकी आबादी ज्यादा है, भुट्टो ने कहा – ‘हर पाकिस्तानी सिंधु का पैगाम लेकर दुनिया को बताएगा कि दरिया पर डाका मंजूर नहीं दुश्मन की नजरें हमारे पानी पर हैं…’ इसके आगे यह भी कहा- पाकिस्तान की फौज हर हमले का जवाब देने के लिए तैयार है…देश के चारों प्रांत एकजुट होकर भारत के हर मंसूबे का करारा जवाब देंगे, क्योंकि बिलावल के मुताबिक, चार प्रांत चार भाइयों जैसे हैं।
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भारत ने दिया करारा जवाब
वहीं दूसरी तरफ बौखलाए पाकिस्तान की मिमियाती धमकी को देखते हुए भारत ने भी पाकिस्तान को प्यासा रखने की पूरी तैयार कर ली है। जिसको लेकर बीते दिन शुक्रवार को गृह मंत्री अमित शाह ने भी के आवास पर जल शक्ति मंत्री सीआर पाटील पहुंचे जहां दोनों के बीच करीब 45 मिनट लंबी बैठक चली। जिसमें तीन प्रमुख विकल्पों, अल्पकालिक, मध्यकालिक और दीर्घकालिक, पर विचार किया गया। वहीं जल शक्ति मंत्री सीआर पाटील ने कहा- सरकार का साफ इरादा है कि पाकिस्तान को एक बूंद पानी भी न जाने दिया जाए।
पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो के शर्मनाक बयान पर फूटा पूरे भारत का गुस्सा।
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देशभर में प्रदर्शन! pic.twitter.com/RIwYcQQvah
एक बूंद पानी पाक को ना मिले- भारत
भारत के जल शक्ति मंत्री सीआर पाटिल ने कहा – सरकार का साफ इरादा है कि पाकिस्तान को एक बूंद पानी भी न जाने दिया जाए। जिसके लिए पानी रोकने के हर संभावित तरीके पर तुरंत काम शुरू किया जाएगा। इसके साथ ही अधिकारियों को इस दिशा में तुरंत कदम उठाने के निर्देश दिए गए हैं। जैसा कि हम सभी जानते है कि सिंधु जल संधि 1960 में भारत और पाकिस्तान के बीच विश्व बैंक की मध्यस्थता में हुई थी, इसके तहत भारत ने तीन पूर्वी नदियों का पानी इस्तेमाल करने का अधिकार रखा था, तीन पश्चिमी नदियों का बहाव पाकिस्तान को दिया गया था।
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𝐁𝐥𝐨𝐨𝐝 𝐚𝐧𝐝 𝐰𝐚𝐭𝐞𝐫 𝐜𝐚𝐧𝐧𝐨𝐭 𝐟𝐥𝐨𝐰 𝐭𝐨𝐠𝐞𝐭𝐡𝐞𝐫.
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India is tightening the noose on Pakistan through its 5-point action plan, which includes the suspension of the Indus Waters Treaty of 1960.
Watch what Pakistan stands to lose… pic.twitter.com/mDe9Kue930
इस संधि के हिसाब से सिंधु, झेलम और चिनाब का पानी पाकिस्तान को देना तय किया गया है। इस समझौते में रावी, ब्यास और सतलुज नदियों का पानी भारत को दिया गया है। इस संधि में दोनों देशों के बीच समझौते को लेकर बातचीत करने और साइट के मुआयने का प्रावधान है। ये संधि कई युद्ध होने के बावजूद भारत और पाकिस्तान में लगातार बनी रही है। हालांकि अब इस संधि से बाहर आने की बात भारत ने कही है।
हिसाब होगा हर एक आंसू का, हिसाब होगा हर एक गोली का!
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सिर्फ आतंकी ही नहीं, वो भी नहीं बख्शे जाएंगे जो पर्दे के पीछे से इस नापाक हरकत में आतंकियों का साथ दे रहे हैं। pic.twitter.com/XioE1ffwtj
पाकिस्तान ने जल संधि का उल्लंघन किया
इससे पहले जल शक्ति मंत्रालय की सचिव देवश्री मुखर्जी ने पाकिस्तान के जल संसाधन मंत्रालय के सचिव सैयद अली मुर्तजा को एक पत्र लिखा था। पत्र के माध्यम से उन्होंने औपचारिक रूप से पाकिस्तान को सिंधु जल संधि को तत्काल प्रभाव से स्थगित रखने के फैसले के बारे में जानकारी दी थी।
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भारत के इन फैसलों से पाक का होगा बुरा हाल! ⬇️
— BJP (@BJP4India) April 25, 2025
1960 की सिंधु जल संधि को भारत द्वारा तत्काल प्रभाव से स्थगित किए जाने से पाकिस्तान के पंजाब और सिंध प्रांतों में कृषि उत्पादन पर गंभीर असर पड़ेगा। pic.twitter.com/pgVJ8VAzgf
पत्र में कहा गया – यह भारत सरकार की ओर से पाकिस्तान सरकार को भेजे गए नोटिसों के संदर्भ में है, जिसमें संधि के अनुच्छेद 12 (3) के तहत 1960 की सिंधु जल संधि (संधि) में संशोधन की मांग की गई थी। नोटिसों में बदलती परिस्थितियों, जैसे जनसंख्या में भारी वृद्धि, स्वच्छ ऊर्जा विकास की आवश्यकता और जल बंटवारे से जुड़े मूलभूत अनुमानों में बदलाव का जिक्र किया गया है। भारत का कहना है कि इन कारणों से संधि के विभिन्न अनुच्छेदों और अनुबंधों के तहत दायित्वों की पुन: समीक्षा जरूरी है, पत्र में पाकिस्तान पर संधि का उल्लंघन करने का भी आरोप लगाया गया है।
सिंधु जल रुकना और आतंकी हमला का पाक है जिम्मेदार- भारत
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भारत के इस कड़े कदम से अब वैश्विक मंच पर अलग-थलग पड़ जाएगा पाकिस्तान। pic.twitter.com/PIY98AfcYx
— BJP (@BJP4India) April 25, 2025
वहीं भारत ने भी कहा पाकिस्तान ने जम्मू-कश्मीर में सीमा पार आतंकवाद को लगातार बढ़ावा दिया है, जिसके कारण सुरक्षा अनिश्चितताओं ने भारत को संधि के तहत अपने अधिकारों का पूर्ण उपयोग करने में बाधा डाली है। इसके अलावा, पाकिस्तान ने संधि के तहत वार्ता शुरू करने के भारत के अनुरोध का जवाब नहीं दिया, जो संधि का पूरी तरह से उल्लंघन है।
हाई कमीशनों में कर्मचारियों की संख्या में कमी होने से भारत-पाकिस्तान के बीच कूटनीतिक संबंध हो जाएंगे सीमित। pic.twitter.com/h2VGYBw7or
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बताते चले कि देवश्री मुखर्जी ने पत्र में स्पष्ट किया था कि संधि को निलंबित करने का निर्णय भारत सरकार ने गहन विचार-विमर्श के बाद लिया है। जिसके बाद भारत सरकार ने निर्णय लिया है कि सिंधु जल संधि 1960 को तत्काल प्रभाव से स्थगित रखा जाएगा।