उत्तर प्रदेश

मदरसों और मस्जिदों के खिलाफ एक्शन, बच्चों का भविष्य हो रहा था खराब

UP Madarsha News: उत्तर प्रदेश के मदरसों और मस्जिदों को लेकर खिलाफ सरकार ने एक्शन की चेतावनी दी है। क्योंकि जब अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारियों की टीम ने निरीक्षण किया तो पाया कि मदरसे में दसवीं का एक भी छात्र अंग्रेजी में अपना नाम तक नहीं लिख पा रहे थे जिसके बाद विभाग ने संचालक को चेतावनी देते हुए नोटिस जारी किया है। वहीं दूसरी तरफ लखीमपुर खीरी जिले में मदरसा और मस्जिद को बुलडोजर से ढहा दिया गया। आइये जानते है मदरसों और मस्जिदों के खिलाफ एक्शन का पूरा मामला…

मदरसों और मस्जिदों के खिलाफ एक्शन, बच्चों का भविष्य हो रहा था खराब

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यूपी सरकार का एक्शन

आपको बतादें कि उत्तर प्रदेश के मदरसा के खिलाफ सरकार ने एक्शन की चेतावनी दी है। बताया जा रहा है कि बहराइच जिला मुख्यालय के मदरसे में दसवीं का एक भी छात्र अंग्रेजी में अपना नाम तक नहीं लिख सका जिसके बाद विभाग ने संचालक को चेतावनी देते हुए नोटिस जारी किया है। वहीं पूरे मामले को लेकर जानकारी देते हुए जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी संजय मिश्र ने कहा- रविवार को बड़ी तकिया में मान्यता प्राप्त मदरसा जामिया गाजिया सैयदुलुलुम का औचक निरीक्षण किया गया। इस दौरान एक अध्यापक अनुपस्थित मिले, लेकिन रजिस्टर में उसकी गैरहाजिरी दर्ज नहीं थी। फिर मदरसे में दसवीं का एक भी छात्र अंग्रेजी में अपना नाम तक नहीं लिख सके जिसके बाद विभाग ने संचालक को चेतावनी देते हुए नोटिस जारी किया हैं।

मदरसों और मस्जिद पर एक्शन

उत्तर प्रदेश के दो अलग- अलग जिलों में जहाँ एक मस्जिद और मदरसा को तोड़े जाने की खबर हैं, वहीं श्रावस्ती जिले में 10 मदरसों को प्रशासन ने सील कर दिया है, इलज़ाम है कि ये मदरसे और मस्जिद सरकारी जमीन में बने हुए थे जबकि जिन मदरसों को सील किया गया है, वो मानकों का पालन नहीं कर रहे थे और लखीमपुर खीरी जिले में एक मदरसा और उसके साथ लगी मस्जिद को बुलडोजर से ढहा दिया गया।

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बताते चले कि श्रावस्ती जिले में पिछले दो दिनों में अवैध रूप से संचालित 10 अवैध मदरसों को डीएम के निर्देश पर सील कर दिया गया है जिसके बाद संयुक्त टीम द्वारा सील किये गए मदरसों में कुछ मदरसे कई सालों से संचालित थे। फिलहाल सरकार के एक्शन के बाद मदरसे में पढ़ने वाले बच्चों को सरकारी स्कूलों में दाखिला कराया जाएगा।

बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़- अधिकारी

संजय मिश्र ने कहा- ‘‘बच्चों पर ध्यान न देकर उनके भविष्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है।’’ स्थिति में सुधार लाने की चेतावनी देते हुए यह कहा गया कि अगर ऐसा नहीं किया गया तो सख्त कार्रवाई की जाएगी, मदरसे के संचालक व एब्सेंट टीचर को नोटिस दिया गया है। बहराइच जिले में कुल 301 मान्यता प्राप्त मदरसे हैं, इनके अलावा बीते दिनों कराए गये एक सर्वेक्षण में 495 गैर मान्यता प्राप्त मदरसों का पता लगया गया है।

अधिकारियों ने यह बताया कि मुंशी, मौलवी और आलिम की क्लास में भी बच्चों की संख्या पंजीकरण के सापेक्ष बहुत ही कम थी। अधिकारी ने यह बताया कि मदरसे में अरबी, फारसी के अलावा और विषयों की पढ़ाई पर ध्यान नहीं दिया जाता है जिसके कारण बच्चों की स्थिति इतनी चिंताजनक है। बच्चों की पढ़ाई के साथ लापरवाही नहीं बर्दाश्त की जाएगी।

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अवैध मदरसों पर ही होगा एक्शन: मंत्री

मदरसों पर हो रही इन कार्रवाई के बीच उत्तर प्रदेश के अल्पसंख्यक विभाग के मंत्री ओम प्रकाश राजभर ने कहा है कि जो मदरसे अवैध हैं, उन्हीं के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है, जो मदरसे ठीक हैं उन्हें डरने की जरूरत नहीं है। राजभर ने कहा – अवैध मदरसे सुरक्षा के लिहाज से ठीक नहीं है, पहले भी ऐसे कई मामले सामने आ चुके हैं, जिसमें अवैध मदरसों में गैर- कानूनी गतिविधियां होने के प्रमाण मिले हैं।

उत्तर प्रदेश सरकार में ही मंत्री दानिश आज़ाद ने कहा है कि हम लगातार उन मदरसों के खिलाफ कारवाई कर रहे हैं, जिनके खिलाफ शिकायतें आ रही हैं। जहां पर मानकों का पालन नहीं किया जा रहा है, उनके खिलाफ एक्शन लिया जा रहा है।

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