जानें रामभक्त वीर हनुमान को कैसे करें प्रसन्न...
हिंदू धर्म में हर दिन का अपना एक अलग महत्व होता है, क्योंकि हर दिन एक अलग भगवान को समर्पित होता है। लेकिन मंगलवार का दिन खास माना जाता है। क्योंकि यह दिन संकट मोचन हनुमान को समर्पित होता है कहा जाता है कि इस दिन कोई भी व्यक्ति पूरी श्रद्धा और भक्ति से हनुमान जी की पूजा करता है, तो प्रभु हनुमान उसके जीवन से सभी कष्टों का नाश कर देते हैं।
बजरंग बली की महिमा: हिंदू धर्म में हर दिन का अपना एक अलग महत्व होता है, क्योंकि हर दिन एक अलग भगवान को समर्पित होता है। लेकिन मंगलवार का दिन खास माना जाता है। क्योंकि यह दिन संकट मोचन हनुमान को समर्पित होता है कहा जाता है कि इस दिन कोई भी व्यक्ति पूरी श्रद्धा और भक्ति से हनुमान जी की पूजा करता है, तो प्रभु हनुमान उसके जीवन से सभी कष्टों का नाश कर देते हैं।
लेकिन ज्येष्ठ महीने में पड़ने वाले प्रत्येक मंगलवार का एक खास महत्व होता है, साथ ही इस महीने के मंगलवार को बुढ़वा मंगल या बड़ा मंगल कहा जाता है। इस महीने के मंगलवार को हनुमान जी के बूढ़े स्वरूप की पूजा की जाती है। इस बार ज्येष्ठ महीने का पहला मंगल 9 मई को मनाया गया। अब दूसरा बड़ा मंगल 16 मई और वही तीसरा 23 मई, चौथा व आखिरी मंगल 30 मई को मनाया जाएगा। कई शहरों में इस दिन भंडारे का भी आयोजन होता है ,जिससे कोई भी व्यक्ति भूखा न सोएं। मुख्य रूप से लखनऊ के हर इलाके में बड़े- बड़े भंडारों का आयोजन होता है।
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ज्येष्ठ महीने के मंगलवार को हनुमान जी के बूढ़े स्वरूप की पूजा की जाती है। ज्योतिषियों की माने तो इस दिन जहां भी हनुमान चालीसा या सुंदरकांड का पाठ होता है वहां हनुमान जी अलग रूप धारण कर अवश्य जाते हैं और अपने भक्तों को आशीर्वाद देते हैं और वास्तु विशेषज्ञों के अनुसार ज्येष्ठ मास के मंगलवार को भगवान हनुमान पहली बार प्रभु श्रीराम से वनवास के दौरान ऋष्यमूक पर्वत पर मिले थे। साथ ही इसी माह में इन्होंने पांडव पुत्र भीम का घमंड भी तोड़ा था।
माना जाता है इस दिन कई चीजें करने की मनाही है-
1. इस दिन किसी भी प्रकार के उधार के लेन-देन से बचें।
2. इस दिन किसी के भी प्रति मन में बुरा भाव क्रोध लाए साथ ही अपशब्द बोलने से बचें।
3. उत्तर दिशा में यात्रा करने से बचें यदि आवश्यक हो तो गुड़ खाकर जाएं।
4. काले व सफेद रंग के कपड़े पहनने से बचे ।लाल रंग व भगवा रंग का प्रयोग करें।
5. हनुमान जी को बाल ब्रह्मचारी माना जाता है इसलिए महिलाएं मूर्ति को स्पर्श ना करें साथ ही बस भी अर्पित न करें दीप प्रज्वलित कर सकती हैं।