मां शारदा को प्रसन्न करने के लिए भक्त ने दी हवन में गर्दन काट कर आहुती
मध्य प्रदेश के सतना जिले में स्थित मैहर माता का मंदिर बहुत ही प्रसिद्ध मंदिर है यहां माता के दर्शन पूजन के लिए भक्तों की लम्बी कतार लगी रहती है, पहाड़ो में बना भव्य मां मैहर देवी का मंदिर पर देश के हर कोने से भक्तों का जाना लगा रहता है।
मध्य प्रदेश : मध्य प्रदेश के सतना जिले में स्थित मैहर माता का मंदिर बहुत ही प्रसिद्ध मंदिर है यहां माता के दर्शन पूजन के लिए भक्तों की लम्बी कतार लगी रहती है, पहाड़ो में बना भव्य मां मैहर देवी का मंदिर पर देश के हर कोने से भक्तों का जाना लगा रहता है।
माता में भक्तों की इतनी अस्था की यहां मांगी कोई भी मन्नत माता मैहर पूरी करती है, जिस कारण यहां भक्तों की भींड़ और माता के जयकारे से यह मंदिर गुंजता रहता हैं। मगर हाली ही में एक ऐसा मामला सामने आया है जिससे सुनने वाले सभी की रूंह तक कांप गई हैं।
आइये जानें क्या खौफनाक मामला
आपको बतादें सतना जिले में स्थित मां शारदा मंदिर में एक श्रद्धालु ने देवी को प्रसन्न करने के लिए चाकू से अपना गला ही रेत लिया, यह खौफनाक घटना सोमवार की है, वहीं मामले को लेकर पुलिस सूत्रों की माने तो यह मामला मैहर थाना अंतर्गत देवी चौकी स्थित का है। फिलहाल गंभीर रूप से घायल श्रद्धालु को जिला अस्पताल में दाखिल कराया गया है।
वहीं मिली जानकारी की माने तो खौफनाक मंजर को अंजाम देने वाले श्रद्धालु लालाराम कौरव हवन कुंड पर पूजा कर रहा था। इसी दौरान उसने देवी मां को प्रसन्न करने के लिए अपनी गर्दन पर चाकू चला दिया। जिसके चलते वह गंभीर रूप से घायल हो गया। वहीं जांच में पता चला कि श्रद्धालु लालाराम कौरव यूपी के प्रयागराज का रहने वाला है।
जानें मामले पर पुलिस ने क्या दी जानकारी
वहीं पूरे मामले को लेकर पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि पूजा के दौरान गर्दन पर चाकू चलाने से युवक की मौत हो चुकी है, उसकी पहचान करने पर पता चला है कि वह उत्तर प्रदेश के प्रयागराज जिले के निवासी है, श्रद्धालु लालाराम कौरव (37) वर्ष के रूप में हुई है।
मैहर पुलिस थाना प्रभारी अनिमेष द्विवेदी ने बताया कि लल्लाराम शारदा माता मंदिर के हवनकुंड के पास पाया गया। वह अकेले आया था और उसने अपना गला काट लिया, उसने ऐसा क्यों किया इसका पता लगाया जा रहा है। अनिमेष द्विवेदी ने आगे बताया कि किसी ने उसे ऐसा करते हुए नहीं देखा। एक अधिकारी ने उसे खून से लथपथ देखा और उसके पास ही एक चाकू पड़ा हुआ था। जिसे देख कर इस घटना का अनुमान लगाया जा रहा हैं।
मां को प्रसन्न करने की थी मान्यता
माना जाता है कि इस तरह से माता को प्रसन्न करने की पहले से ही मान्यता रहती थी, वहीं को लल्लाराम मानता था वो सोमवार को ही मां शारदा के दर्शन करने मैहर पहुंचा था, यहां उसने मन्नत पूरी होने के बाद देवी मां को खुश करने के चलते अपनी गर्दन काटकर मां शारदा के चरणों में समर्पित करने की कोशिश की जिसमें उसकी आवाज चली गई।
वहीं पौराणिक कथाओं में बताया गया है कि 51 शक्तिपीठ में से एक पीठ मां शारदा का पावन धाम जो मध्य प्रदेश के मैहर में त्रिकूट पर्वत की ऊंची चोटी पर है, जिसके बारे में मान्यता है कि यहां पर माता सती का हार गिरा था। कथाओं में यह भी कहा जाता है कि माता सती का अंग जहां-जहां पर गिरा था, वहां-वहां पर एक शक्तिपीठ स्थापित हो गया था।